श्रीराम के ननिहाल छत्तीसगढ़ से सेवकों की एक टीम 24 जनवरी को अयोध्या रवाना की गई है। यह टीम देशभर से वहां पहुंच रहे श्रद्धालुओं को 60 दिन निशुल्क भोजन कराएगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर से भगवा ध्वज दिखाकर कार्यकर्ताओं को अयोध्या भेजा है।
इस दौरान वीआईपी रोड स्थित राम मंदिर कैंपस में CM साय ने कहा कि आज भगवान श्रीराम के प्रांगण में आने का सौभाग्य मिला है। राम जी के दर्शन करने के लिए यहां से कार्यकर्ता अयोध्या जा रहे हैं और वहां भक्तों के भोजन की व्यवस्था भी करेंगे।
अब छत्तीसगढ़ की 6 समिति के लोग अयोध्या में भंडारा चलाएंगे और राम भक्तों को भोजन कराएंगे। भोजन कराना बहुत पुण्य का काम है। सभी 6 टीमों को मैं साधुवाद देता हूं। मुख्यमंत्री ने मोदी की गारंटी का जिक्र करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार प्रदेशवासियों को नि:शुल्क अयोध्या दर्शन के लिए भी भेजेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी को छत्तीसगढ़ के भांचा राम अयोध्या में अनेक वर्षों तक टेंट में रहने के बाद विधि विधान से भव्य मंदिर में स्थापित हुए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से उनकी प्राण प्रतिष्ठा की गई।
25 जनवरी से 25 मार्च तक अयोध्या में 60 दिनों का मेला आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान देशभर के राम भक्त अयोध्या मंदिर में रामलला के दर्शन करेंगे। छत्तीसगढ़ की 6 अलग-अलग सामाजिक संस्थाओं के लोग प्रत्येक 10 दिन लोगों की सेवा करेंगे।
अयोध्या में जो 6 समितियों अपनी सेवाएं देंगी उनमें –
- नीलांचल सेवा समिति बसना (संपत अग्रवाल, अमित अग्रवाल) 9993847755
- स्व. पुरुषोत्तम अग्रवाल फाउंडेशन रायपुर (बसंत अग्रवाल) 9826903333
- शिव महापुराण सेवा समिति तिल्दा नेवरा (महेश अग्रवाल, घनश्याम अग्रवाल, रामगोपाल अग्रवाल, एस एन शर्मा, देवेन्द्र अग्रवाल) 9981810000
- एग्रोक्रेट सोसायटी फॉर रूरल डेवलपमेंट रायपुर (धीरेन्द्र मिश्रा, चंद्रकांत चंद्रवंशी) 9993099488
- सनातन सेवा समिति रायपुर (निर्मल द्विवेदी) 9993219798
6.काली माता अन्नदान भंडारा समिति एवं तक्षक इको फॉर्म फोरमदेव (दीपक भारद्वाज, गुड्डू त्रिपाठी, लाल सौर्यजीत सिंह, सुनील जग्गी) 9826461000
यह टीम हर दिन 6,000 लोगों के लिए सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात के खाने का निशुल्क बंदोबस्त करेगी। 60 दिनों तक चलने वाले इस भंडारे में चूल्हा जलता रहेगा। छत्तीसगढ़ के विधायक धरमलाल कौशिक को इन समितियां का समन्वयक बनाया गया है।