भिलाई इस्पात संयंत्र में गणतंत्र दिवस समारोह बहुत ही हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। गणतंत्र दिवस समारोह में भारी उत्साह देखने को मिला। शानदार परेड व विभिन्न झांकियों की प्रदर्शनी ने लोगों की भारी तालियां बटोरी। 26 जनवरी, 2024 को देश के 75 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर शहीद वीरनारायण सिंह, जयंती स्टेडियम में आयोजित मुख्य समारोह में, सेल- भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी, श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। तिरंगा फहराने के साथ ही राष्ट्रगान गाया गया। आकाश में रंग- बिरंगे गुब्बारे छोड़े गए। निदेशक प्रभारी ने केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, अग्निशमन सेवा केंद्र, एनसीसी, स्काउट-गाइड के परेड की सलामी ली और इसका निरीक्षण किया। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, अग्निशमन सेवा केंद्र, एनसीसी, स्काउट-गाइड द्वारा मार्च पास्ट एवं अग्निशमन वाहनों का प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर आयोजित मुख्य समारोह में, सेल बोर्ड नई दिल्ली के स्वतंत्र निदेशक श्री कन्हैया सारदा, श्रीमती सुनीता सारदा एवं श्रीमती ममता सारंगी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) श्री अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) श्री एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ अशोक कुमार पंडा, कार्यपालक निदेशक (रावघाट) श्री समीर स्वरुप, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) श्री पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (माइंस) श्री बी के गिरी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ एम रविन्द्रनाथ उपस्थित थे। साथ ही उपमहानिरीक्षक (केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) सुश्री प्रतिभा अग्रवाल, भिलाई महिला समाज की अध्यक्ष श्रीमती त्रिपर्णा दासगुप्ता, सेफी चेयरमैन व ओए के अध्यक्ष श्री एन के बंछोर तथा ओए के महासचिव श्री परविंदर सिंह सहित संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त सभी कार्यपालकों की पत्नी भी उपस्थित थीं।
निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने, इस गरिमामयी अवसर पर देश के महान शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों, संविधान निर्माताओं, गणतंत्र व राजनीति के पूर्वजों, सशस्त्र बलों, अन्य सुरक्षा बलों को स्मरण करते हुए नमन किया। साथ ही केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, बीएसएफ, अर्धसैनिक बलों तथा सशस्त्र बलों सहित भिलाई बिरादरी के सदस्य एवं उनके परिवार के सदस्यों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ व बधाई दी।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर संयंत्र बिरादरी को सम्बोधित करते हुए श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में राष्ट्रीय महत्व की बहुमूल्य परियोजनाओं, सुरक्षा, औद्योगिक और आर्थिक विकास, इको सिस्टम जैसे राष्ट्रीय विषयों की चर्चा करते हुए, भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा किये जा रहे निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व की गतिविधियों, खदान क्षेत्रों में शिक्षा, रोजगार एवं विकास, खेल संस्कृति पर प्रकाश डाला। उन्होंने संयंत्र के सर्वश्रेष्ठ उत्पादन एवं निष्पादन, इस्पात बिरादरी के सहयोगात्मक कार्य सांस्कृतिक, डिजिटाईजेशन, कैप्टिव बिजली उत्पादन, डिकार्बोनाइजेशन, ग्रीन टेक्नॉलोजी, उर्जा प्रबंधन, बाइ-प्रोडक्ट गैसों का इष्टतम उपयोग, पर्यावरण अनुकूल प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने की महत्ता पर बल देते हुए, संयंत्र विस्तारीकरण, इस्पात बिरादरी के सदस्यों की कड़ी मेहनत और योगदान, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, नागरिक सुविधाएँ, इस्पात बिरादरी को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहयोग करने वाले विभिन्न एजेंसियों को धन्यवाद देते हुए संयंत्र में सुरक्षा प्रोटोकॉल के मापदंडो का सख्ती से पालन करने के विषयों पर जोर डाला।
उन्होंने कहा, कि हमारे हजारों-लाखों कर्मचारियों ने अथक परिश्रम करते हुए हमारे संगठन के विकास के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है। इस वजह से हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि हर किसी की जिंदगी से जुड़ा हुआ है सेल’। हमने भारतीय रेलवे और भारतीय नौसेना के लिए विश्व स्तरीय स्टील उत्पाद और बांधों, पुलों, फ्लाईओवरों, गगनचुंबी इमारतों के लिए स्टील, रक्षा, ऊर्जा क्षेत्र, अंतरिक्ष अन्वेषण में राष्ट्रीय महत्व की बहुमूल्य परियोजनाओं के लिए वांछित ग्रेड के स्टील की आपूर्ति की है। साथ ही चिकित्सकीय अनुप्रयोग और दैनिक जीवन में उपयोग हेतु स्टेनलेस स्टील की आपूर्ति भी की है।
हमारा योगदान केवल हमारे राष्ट्र के औद्योगिक और आर्थिक विकास को मजबूत करने तक ही सीमित नहीं है। कर्मचारियों और उनके परिवारों की भलाई सुनिश्चित करने के अलावा, सेल के संयंत्रों और इसकी खदानों की स्वच्छ और हरित टाउनशिप में और उसके आसपास के पूरे इको-सिस्टम ने कई नागरिकों की आजीविका को बनाए रखने में मदद की है, जिससे लोगों के जीवन में सार्थक बदलाव आया है।
वर्ष 2025 तक भारत को 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने में इस्पात उद्योग महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। तदनुसार भारत सरकार ने भारतीय इस्पात उद्योग के लिए एक रोडमैप तैयार किया है। वर्ष 2030 तक भारत का क्रूड स्टील का उत्पादन 210 मिलियन टन होने की उम्मीद है, जो 2023 के उत्पादन स्तर से 45 प्रतिशत अधिक होगा। हमारे संयंत्र में इंडस्ट्री 4.0 और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस नियोजित करके अधिक से अधिक क्षेत्रों में डिजिटाईजेशन को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। वर्ष 2023 में 12 नई डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन (डीएक्स) परियोजनाएं प्रारंभ की गई है।
पावर एंड ब्लोइंग स्टेशन विभाग (पीबीएस) जो बीएसपी के कैप्टिव पावर प्लांट का संचालन करता है, ने इन-हाउस गैसों का उपयोग करते हुए वर्ष 2023 के दौरान 61.47 मेगावाट का अब तक का उच्चतम कैप्टिव बिजली उत्पादन हासिल किया है। इससे कोयले की खरीद पर होने वाले लगभग 4.2 करोड़ रुपये की नकद बचत के साथ ही कार्बनडाइआक्साइड उत्सर्जन को लगभग 1.3 लाख टन तक कम करने में भी मदद मिली। संयंत्र के 7 मिलियन टन विस्तारीकरण एवं आधुनिकीकरण योजना के तहत बीएसपी में स्थापित वेस्ट हीट रिकवरी प्रोसेस की दक्षता बढ़ाने और इनसे बिजली उत्पादन को अधिकतम करने पर भी ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है।
वर्ष 2025 तक मरोदा जलाशय में एनएसपीसीएल के माध्यम से फ्लोटिंग प्रकार के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करके सौर ऊर्जा का दोहन कर भविष्य में पावर प्लांट में हमारी परम्परागत प्रणालियों पर निर्भरता को कम करना है।
साथ ही केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल द्वारा अन-आर्म काम्बेट, डॉग शो, गेडी बाल के प्रदर्शन ने दर्शकों की खूब तालियाँ बटोरी। इस अवसर पर कुल 6 झांकियां निकाली गयी। इन झांकियों में नगर सेवाएं विभाग, लौह अयस्क खदान समूह दल्ली राजहरा, भिलाई महिला समाज, प्रजापति ब्रम्हकुमारी, पर्यावरण प्रबंधन विभाग एवं सीएसआर विभाग की झांकियां शामिल थीं, जो सभी के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रही। इसी क्रम में बीएसपी, एमजीएम एवं शंकराचार्य स्कूल के बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम से दर्शकों का मन मोह लिया।
इन सभी झांकियों में, विभागीय झांकी वर्ग में पर्यावरण प्रबंधन विभाग ने प्रथम स्थान तथा लौह अयस्क खदान समूह दल्ली राजहरा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इसी क्रम में संस्थागत वर्ग में प्रथम स्थान प्रजापति ब्रम्हकुमारी तथा द्वितीय स्थान भिलाई महिला समाज को प्राप्त हुआ। नगर सेवाएं विभाग तथा सीएसआर विभाग को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। श्री दासगुप्ता ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।
इसके अतिरिक्त गणतंत्र दिवस के अवसर पर, प्रातः 8 बजे संयंत्र भवन में कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) श्री अंजनी कुमार, संयंत्र के इस्पात भवन में कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) श्री एस मुखोपाध्याय, एक्सपांशन भवन में कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ अशोक कुमार पंडा, नगर सेवाएं विभाग में कार्यपालक निदेशक (रावघाट) श्री समीर स्वरुप, मानव संसाधन विकास केंद्र में कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) श्री पवन कुमार, सी ई जेड कॉम्प्लेक्स में कार्यपालक निदेशक (माइंस) श्री बी के गिरी एवं रिफ्रेक्ट्री स्टोर में मुख्य महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन) श्री तपन कुमार द्वारा ध्वजारोहण किया गया।
संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय में भिलाई महिला समाज की अध्यक्ष श्रीमती त्रिपर्णा दासगुप्ता द्वारा ध्वजारोहण एवं मरीजों को फलों का वितरण किया गया। इसी कड़ी में संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय पं जवाहर लाल नेहरु चिकित्सालय एवं अनुसन्धान केंद्र में कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) श्री अंजनी कुमार द्वारा व्हील चेयर का भी वितरण किया गया। इस मौके पर कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ अशोक कुमार पंडा, कार्यपालक निदेशक (रावघाट) श्री समीर स्वरुप एवं कार्यपालक निदेशक (माइंस) श्री बी के गिरी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। साथ ही चिकित्सा विभाग के साल भर की उपलब्धियों और गतिविधियों पर प्रस्तुतीकरण दी गई।
इस अवसर पर, भिलाई महिला समाज के पदाधिकारियों द्वारा इन उपलब्धियों के लिए पुरस्कार का वितरण भी किया गया। इस दौरान भिलाई महिला समाज की उपाध्यक्ष श्रीमती नीरजा कुमारी सिंह, अतिरिक्त उपाध्यक्ष श्रीमती प्रणोती मुखोपाध्याय, अतिरिक्त उपाध्यक्ष श्रीमती नुपुर स्वरुप, अतिरिक्त उपाध्यक्ष श्रीमती स्मिता गिरी, महासचिव श्रीमती साधना गोयल, सहसचिव श्रीमती सोनाली रथ, कोषाध्यक्ष श्रीमती शिखा जैन, सह-कोषाध्यक्ष श्रीमती दीपन्विता पाल एवं भिलाई महिला समाज की विभिन्न उत्पादक इकाइयों की प्रभारी एवं सदस्यगण सहित मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ एम रविन्द्रनाथ, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ प्रमोद बिनायके, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ विनीता द्विवेदी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ के ठाकुर उपस्थित थे।
इसके साथ ही संयंत्र के अन्य सभी विभागों में विभाग प्रमुख, इस्पात क्लबों में संबंधित क्लब के अध्यक्ष एवं संयंत्र के विद्यालयों में, विद्यालय प्रमुख द्वारा ध्वजारोहण किया गया। भिलाई के खदानों में भी संबंधित खदान प्रभारी द्वारा ध्वजारोहण किया गया।