भिलाई के कबीर आश्रम में एकसाथ 9 सत्संगियों ने किया देहदान…

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प्रनाम के पवन केसवानी ने की काउंसलिंग

भिलाई : सामाजिक संस्था प्रनाम के माध्यम से निर्मल ज्ञान मंदिर, कबीर आश्रम, नेहरू नगर, भिलाई के 9 सदस्यों द्वारा एकसाथ देहदान किए जाने का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। देहदान करने वालों में 3 दम्पत्ति शामिल है। जिन्होंने 3 दिवसीय दिव्य अध्यात्मिक सदज्ञान महोत्सव के दौरान आश्रम के आजीवन सदस्य और प्रनाम के अध्यक्ष पवन केसवानी की काउंसलिंग के माध्यम से एम्स,रायपुर के लिए चिकित्सा अध्ययन एवं अध्यापन हेतु देहदान किया।

देहदान करने वाले दम्पत्तियों में कन्हैया लाल देवांगन और उनकी पत्नी तुलसी वृंदा देवांगन, भरतराम साहू और उनकी पत्नी सरस्वती साहू, साधुराम साहू और उनकी पत्नी शैलेंद्री साहू, के अलावा आध्यात्मिक सत्संग के सदस्य संत शिव साहेब,फकीरराम साहू और जगदीश राम साहू ने एम्स रायपुर के नाम देहदान देहदान की कुल 9 वसीयत जारी की ।
नेहरू नगर, कबीर आश्रम में प्रतिवर्ष स्थापना दिवस के खास मौके पर इस बार भी 55वें वार्षिक स्थापना दिवस पर देहदान हेतु विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया था। जिसमें आश्रम के सचिव आत्माराम साहू और पवन केसवानी ने देहदान के विषय में अपने व्याख्यान प्रस्तुत किया। निर्मल ज्ञान मंदिर ,कबीर आश्रम ,नेहरू नगर से अभी तक प्रनाम के माध्यम से अभी तक आश्रम के कुल 125 सदस्यों द्वारा देहदान की मिसाल प्रस्तुत की जा चुकी है।

इनमें से 3 देहदानी स्व.वेदकुंवर साहू, स्व.केजाबाई और उनके पति स्व. खंगाराम साहू साहू की पार्थिव काया मानवता की भलाई के लिए चिकित्सा अध्ययन हेतु विभिन्न मेडिकल कॉलेज को समर्पित की जा चुकी है। जबकि 2 अन्य देहदानियों के मरणोपरांत उनकी पार्थिव काया कोरोना संक्रमण काल के विषम हालातों के कारण दान नहीं की जा सकी।
55वें वार्षिक स्थापना दिवस पर देहदान करने वाले सभी 9 सदस्यों ने मंच पर उपस्थित संत अभय साहेब से आशीर्वाद लेने के पश्चात् प्रनाम के पवन केसवानी को सौंपी। जिनका स्वागत निर्मल ज्ञान मंदिर कबीर आश्रम के अध्यक्ष डॉ. हीरालाल साहू, सचिव आत्माराम साहू, उपाध्यक्ष प्रेमादास साहू, और प्रबंध समिति के अध्यक्ष अशोक राम साहू के अलावा प्रनाम के स्वयंसेवक पूर्व पार्षद जयप्रकाश यादव, एस संतोष और राकेश साहू सहित उपस्थित सैकड़ों सत्ससंगियो ने किया। सभी देहदानियों को मंच से संत अभय साहब ने श्रीफल और आध्यात्मिक पुस्तक देकर विशेष रूप से सम्मानित भी किया।

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