छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार के मंत्री रहे अमरजीत भगत के ठिकानों करीब डेढ़ दिन तक आयकर विभाग की कार्रवाई जारी रही। 31 जनवरी को उनके अंबिकापुर स्थित आवास और रायपुर विधायक कॉलोनी स्थित बंगले पर दबिश दी थी।
मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ की टीम ने पूर्व मंत्री के पीए, उनके करीबी SI और व्यवसायी के ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। सभी को हिरासत में लिया गया है। भगत का नाम कोयला घोटाले के आरोपियों में शामिल है। 17 जनवरी को ईडी ने एफआईआर दर्ज कराई है।
घपले घोटाले से जुड़े मास्टरमाइंड की डायरी में भगत का नाम
राष्ट्रबोध को मिली जानकारी के अनुसार कोयला घोटाले के सूत्रधार कारोबारी सूर्यकांत तिवारी की डायरी में अमरजीत भगत का नाम है और उन पर 50 लाख रुपए लेने का जिक्र डायरी में है। भगत के अंबिकापुर के अलावा सीतापुर के बंगले में भी बुधवार को छापा मारा गया था।
अमरजीत भगत के रायपुर बंगले में भी जांच जारी
अमरजीत भगत के रायपुर स्थित आवास सरगुजा कुटीर में भी IT टीम दस्तावेज खंगाल रही है। करीब दो एकड़ में बंगला, मंदिर, गार्डन और दफ्तर है। छापे के बाद अमरजीत की तबीयत बिगड़ी थी। उन्होंने कहा कि, कार्रवाई परेशान करने के लिए की जा रही है।
सिविल इंजीनियर भगत के बंगले में रखा
अमरजीत भगत के करीबी सिविल इंजीनियर प्रमोद टोप्पो को टीम ने हिरासत में लिया है। उसे फुंदुरडिहारी से पकड़ा है और फिलहाल अमरजीत के घर में रखा है। वे अमरजीत भगत के राजदार भी हैं। अंबिकापुर के कांग्रेस कार्यालय का निर्माण भी टोप्पो ने कराया था।
पीए के घर लाखों की नगदी
बलरामपुर में अमरजीत भगत के निजी सहायक राजेश वर्मा के घर से लाखों रुपए नगद, जेवरात और कई जमीनों के दस्तावेज जब्त करने की खबर है। हालांकि आयकर अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। राजेश वर्मा शिक्षक और उनकी पत्नी नर्स हैं।
भगत के करीबी एसआई के घर भी जांच
भगत के नजदीकी एसआई रूपेश नारंग के घर टीम ने दबिश दी है। रूपेश नारंग रायपुर में थे। उन्हें आईटी की टीम ने पूछताछ के लिए रायपुर में ही हिरासत में लिया है। कांग्रेस शासनकाल में नारंग को सरगुजा क्षेत्र में प्रभावशाली पुलिस अधिकारी माना जाता था।
करीबी कारोबारी के रायपुर ठिकानों पर छापे
रायपुर के उद्योगपति हरपाल सिंह अरोरा को टीम ने अंबिकापुर के एक होटल से उठा लिया है। उनके रायपुर स्थित संस्थानों पर आईटी जांच जारी है। वे मंगलवार को अंबिकापुर में एक शादी समारोह में आए थे। वे भगत के करीबी एवं बिजनेस पार्टनर हैं। रायपुर में उनकी कई बड़ी संपत्तियां हैं।
जिस तरह से पूर्व मंत्री अमरजीत सिंह भगत के ठिकानों पर छापेमारी और कड़ी कानूनी कार्रवाई हो रही है उसे भूपेश सरकार के पुराने मंत्री घबराए हुए हैं ! विधानसभा चुनाव के पहले 2 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आरोप पत्रों की एक लंबी लिस्ट जारी की थी अब प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद उन्हें आरोप पत्रों पर और तगड़ी कार्रवाई होने की पूरी संभावना है !