–वीरता, साहस और राष्ट्रभक्ति के लिए वर्दी एक मौका देती है- सेवानिवृत्त नेवी अधिकारी अरूण कुमार जुल्के
-दुर्ग की हिषा बनी नौसेना में राज्य की पहली अग्निवीर
-इंडियन नेवी एसएसआर की पहली महिला बैच में गांव की बेटी का चयन
-भारतीय सैन्य बलों में अग्निवीर भर्ती के लिए संभाग स्तरीय कार्यशाला
दुर्ग : भारतीय थलसेना और वायुसेना में अग्निवीर भर्ती के लिए संभाग स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बीआईटी कॉलेज के सभागार में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक श्री गजेन्द्र यादव एवं श्री ललित चंद्राकर, कमिश्नर श्री सत्यनारायण राठौर, मेजर माथुर, सेवानिवृत्त अधिकारी श्री अरूण जुल्के, सारजेंट श्री डी.एस.मराठे एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अश्वनी देवांगन उपस्थित थे। भारतीय थल सेना और वायु सेना में भर्ती के लिए निर्धारित योग्यता पर चर्चा हुई।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त नेवी अधिकारी अरूण कुमार जुल्के ने बताया कि उन्होंने नेवी में 30 सालों तक अपनी सेवा दी। इन 30 सालों में उनकों बहुत कुछ सीखने को मिला। बाहर जाएंगे तो आपको अनेक अवसर प्राप्त होंगे और साथ ही देश की सेवा कर सकेंगे। इससे बड़ी गर्व की बात और क्या हो सकती है। यहां के बच्चे बहुत शिक्षित हैं। अग्निवीर से एक बेहतर लीडर व समय पर त्वरित निर्णय लेने एवं अपने पावर का अच्छा उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने संक्षिप्त में अग्निवीर में भर्ती की प्रक्रिया को बताया। अग्निवीर भर्ती छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए एक अच्छा अवसर सरकार ने दिया है। इसमें जरूर हमको जाना चाहिए। कोशिश करनी चाहिए कि हमे इसमें भर्ती मिल जाए। देश की सेवा करने का एक अच्छा मौका मिला है। वीरता, साहस और राष्ट्रभक्ति के लिए वर्दी एक मौका देती है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधायक श्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि यह भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। दूसरे देशों में हर नागरिक को सैनिक शिक्षा दी जाती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों के उज्जवल भविष्य को देखते हुए अग्निवीर में युवाओं की भर्ती की जा रही है। युवाआंे में देशप्रेम की भावना जागृत करने की एक महत्वपूर्ण पहल है। हमकों अपने देश के प्रति मातृभूमि की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। जिन नौजवानों में बचपन से ही देश के प्रति कुछ कर गुजरने की इच्छा जागृत होती है मैं उन नौजवानों को प्रणाम करता हूॅ।
विधायक श्री ललित चंद्राकर ने कहा कि अग्निवीर एक ऐसा कार्यक्रम है जो देश के प्रति मानसिक एवं शारीरिक रूप से मजबूती प्रदान करता है। देश के मजबूत युवाओं के लिए यह कार्यक्रम समर्पित है। अग्निवीर में भर्ती के लिए युवाओं के लिए यह एक सुनहरा मौका है, जिससे युवाओं को रोजगार भी प्राप्त होगा और देश भक्ति की भावना भी जागृत होगी।
कमिश्नर श्री सत्यनारायण राठौर ने कहा कि सशक्त भारत के निर्माण में युवा सामने आकर अग्निवीर के रूप में भर्ती होकर देश की सेवा करें। देश के हर व्यक्ति को सेना का प्रशिक्षण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा न केवल अपना कैरियर बनाए, बल्कि देश में अपना शत-प्रतिशत योगदान भी दें। संभाग के सातों जिलों से आए अधिकारी अपने-अपने जिले में अग्निवीर भर्ती हेतु युवाओं की अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए बेहतर कार्ययोजना बनाने को कहा। अधिक से अधिक युवाओं का पंजीयन कराने के लिए प्रेरित करें। राष्ट्र निर्माण पर सहयोग करें। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा आर्मी करती है आतंरिक रक्षा पुलिस करती है। देश की रक्षा-राष्ट्र भक्ति के लिए संकल्प लेकर कठिन परिस्थितियों मे रहकर हमारे जवान देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ बलिदान देते हैं।
दुर्ग की हिषा बनी नौसेना में राज्य की पहली अग्निवीर
इंडियन नेवी एसएसआर की पहली महिला बैच में गांव की बेटी का चयन
भारतीय नौसेना में एसएसआर (सीनियर सेकेण्डरी रिक्रूट) की पहली महिला बैच में दुर्ग जिले के ग्राम बोरीगारका की बेटी हिषा बघेल का चुनाव किया गया। बहुमुखी प्रतिभा की धनी माता-पिता की लाडली हिषा बघेल ने अपने अंचल को अपनी कामयाबी से हर्षित किया है। अग्निवीर योजना के तहत महिलाओं की भर्ती होनी थी इसमें पहले चरण में देशभर से जिन महिलाओं का चयन किया गया उसमें हिषा बघेल भी शामिल है। हिषा बघेल शासकीय दानवीर तुलाराम महाविद्यालय दुर्ग की एनसीसी कैडेट है। एनसीसी का प्रशिक्षण प्राचार्य एवं प्रोफेसर के दिशा निर्देशन प्राप्त कर अग्निवीर में हिषा को नई पहचान दिलाई। 2024 के राजपथ परेड में पहली पंक्ति पर अपना स्थान बनाया। उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई करते करते भारतीय नौसेना की तैयारी की। हिषा ने मेरिट के आधार पर चयन के स्टेज वन को पास किया और उसके बाद विशाखापट्टनम मे लिखित परीक्षा और फिजिकल टेस्ट में उसका प्रदर्शन अच्छा रहा। उन्होंने बताया कि भारतीय नौसेना की ऑनलाईन पढ़ाई की। प्रथम पदस्थापना मुंबई के बंदरगाह पर हुआ। वर्तमान में गोवा के बंदरगाह में पदस्थ है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि भारत सरकार की योजना का लाभ लेकर छत्तीसगढ़ के युवा भारतीय सेना में अपनी जगह बना सकते हैं।
भोपाल से आए भारतीय वायु सेना सारजेंट श्री कपुल संतोष ने कहा कि छत्तीसगढ़ के युवा अपने जोश को जगाकर अग्निवीर में भर्ती हों। अग्निवीर के वायु और थल सेना की भर्ती गतिविधियों तथा सेना द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में जानकारी दी। इसके आलावा मोटिवेशन वीडियो के माध्यम से युवाओं को प्रेरित किया गया। इस अवसर पर सभी जिलों के रोजगार अधिकारी और बढ़ी संख्या में युवा उपस्थित थे। भारतीय वायुसेना में भर्ती हेतु आवेदक की शैक्षणिक योग्यता 10$2/समकक्ष परीक्षा किसी भी मान्यता प्राप्त संस्था या बोर्ड से गणित, भौतिकी एवं अंग्रेजी विषयों के साथ 50 प्रतिशत अंकों के साथ एवं अंग्रेजी में 50 प्रतिशत अंक अथवा इंजीनियरिंग में 3 वर्ष का डिप्लोमा कोर्स किसी भी मान्यता प्राप्त संस्था से 50 प्रतिशत अंकों के साथ तथा अंग्रेजी में 50 प्रतिशत (मैकेनिकल/इलेक्ट्रिकल/आटोमोबाइल इल्स्ट्रूमेंटेशन इन्फोरमेशन टेक्नालॉजी) अथवा अव्यावसायिक कोर्सों के साथ 2 वर्ष का व्यावसायिक कोर्स भौतिकी या गणित विषयों में 50 प्रतिशत अंको के साथ तथा अंग्रेजी विषय में 50 प्रतिशत अंक किसी भी मान्यता प्राप्त संस्था से अथवा किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 या समकक्ष परीक्षा 50 प्रतिशत अंकों के साथ जिसमें अंग्रेजी उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
भारतीय वायुसेना में अग्निवीर भर्ती के लिए ऑनलाइन पंजीयन एवं आवेदन 17 जनवरी 2024 से शुरू हो चुकी है जो आगामी 6 फरवरी 2024 तक जारी रहेगी। ऑनलाइन पंजीयन वेबसाइट https://agnipathvayu.cdac.in पर की जा सकती है। साथ ही भारतीय थलसेना में अग्निवीर भर्ती के लिए ऑनलाइन पंजीयन एवं आवेदन 8 फरवरी से 21 मार्च 2024 से शुरू होगी। ऑनलाइन पंजीयन वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in भर्ती प्रक्रिया सम्बन्धी विस्तृत जानकारी वेबसाइट www.armyrecruitment.cg.nic.in पर देखी जा सकती है और सम्बंधित जिले के जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र से सम्पर्क किया जा सकता है।