टेकलगुड़ेम गांव में हुई मुठभेड़ में 2 हार्डकोर नक्सली मारे गए हैं। संगठन ने मारे गए नक्सलियों की तस्वीर जारी की है। जिसमें सेक्शन कमांडर कंपनी नंबर 2 की महिला नक्सली माड़वी राजे और बटालियन नंबर 1 का सदस्य माड़वी बोज्जा शामिल है। वहीं नारायणपुर में शुक्रवार शाम पुलिस-नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 2 नक्सली मारे गए हैं। दोनों के शव बरामद किए गए हैं।
टेकलगुड़ेम मुठभेड़ में 3 जवान शहीद और 14 जवान घायल हुए थे। नक्सलियों ने शहीदों के पास से लूटे गए सामान का वीडियो भी जारी किया है। इस हमले का जिम्मेदार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्य गृह मंत्री विजय शर्मा को बताया है। वहीं, सुरक्षाबलों ने दावा किया था कि पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 6 नक्सली मारे गए हैं। जिसे झूठा बताया है।
नक्सलियों ने जारी किया प्रेस नोट
नक्सलियों के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो की प्रवक्ता समता ने तस्वीरें और प्रेस नोट जारी किया है। प्रेस नोट के माध्यम से समता ने कहा कि, पुलिस फोर्स टेकलगुड़ेम में नया कैंप स्थापित करने आई थी। जिस पर नक्सलियों के PLGA (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) ने हमला किया। इस मुठभेड़ में 3 जवान शहीद हुए, जबकि 16 से ज्यादा घायल हुए हैं।
मुठभेड़ में पुलिस ने दावा किया है कि हमारे 6 साथी मारे गए हैं, जो गलत है। जबकि, 2 लड़ाकों की मौत हुई है। इनमें एक महिला नक्सली माड़वी राजे है। जो बीजापुर जिले के गंगालूर गांव की रहने वाली थी। साल 2008 से नक्सल संगठन के साथ जुड़कर काम कर रही थी। वर्तमान में बटालियन नंबर 1 में सेक्शन कंपनी- 2 की कमांडर के पद पर सक्रिय थी।
इसके अलावा पुरुष नक्सली माड़वी बोज्जा की भी मौत हुई है। यह पूवर्ती गांव का रहने वाला था। साल 2022 में नक्सल संगठन में नक्सली कमांडर के गार्ड के रूप में भर्ती हुआ था। वर्तमान में यह बटालियन 1 का सदस्य था। इन दोनों की मौत से नक्सल संगठन को बड़ा झटका लगा है।
जवानों से लूटे सामान का जारी किया वीडियो
नक्सलियों ने प्रेस नोट के साथ एक वीडियो भी जारी किया है। इनका दावा है कि मुठभेड़ के बाद जवानों से सामान भी लूटा गया था। जिसमें बैग, कारतूस समेत अन्य जरूरत के सामान हैं। हालांकि, हथियार लूटने में नक्सली विफल रहे थे।
शहीद जवानों के नाम
- देवन सी, आरक्षक, 201 कोबरा
- पवन कुमार, आरक्षक 201 कोबरा
- आरक्षक लाम्बधर सिन्हा, 150 सीआरपीएफ
घायल जवानों के नाम
- ओमप्रकाश- कोबरा बटालियन C-201
- हरेंद्र सिंह- कोबरा बटालियन C-201
- खड़ेकर रामदास- कोबरा बटालियन C-201
- गोपीनाथ बासू भातरी- कोबरा बटालियन C-201
- टी मधुकुमार – कोबरा बटालियन B-201
- मलकीत सिंह- कोबरा बटालियन B-201
- सिपाही लांबा- कोबरा बटालियन B-150
- राजेश पंचाल- कोबरा बटालियन C-201
- मनोज नाथ- कोबरा बटालियन C-201
- मो. इरफान- कोबरा बटालियन C-201
- ई. वेंकटेश- कोबरा बटालियन C-201
- विकास कुमार- कोबरा बटालियन C-201
- अविनाश शर्मा- कोबरा बटालियन B-201
पुलिस कैंप ओपनिंग के दिन अटैक
टेकलगुड़ेम पुलिस कैंप का मंगलवार को ही ओपनिंग था और इसी दिन सर्चिंग पर निकले जवानों पर नक्सलियों ने हमला किया।
नक्सली बौखलाए, सख्त कार्रवाई जारी रखेंगे
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नक्सल हमले पर दो टूक कहा था कि हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। हम हर हालात में अपने जवानों के साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने कहा कि आम जनता तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए नए कैंप बनाए जा रहे हैं।
नक्सली जिन इलाकों को अपना समझ रहे थे, उन इलाकों में सुरक्षा बलों के दखल और बढ़ते प्रभाव से नक्सली बौखला गए हैं। वे कायराना हरकत कर रहे हैं।
3 साल पहले 23 जवान हुए थे शहीद
बीजापुर जिले के टेकलगुड़ेम में ही 2021 में नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 23 जवान शहीद हुए थे और 35 से ज्यादा घायल हुए थे। नक्सलियों ने अपने TCOC के दौरान वारदात को अंजाम दिया था।
3 अप्रैल 2021 को बीजापुर जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के टेकलगुड़ेम में हुई मुठभेड़ में 350 से 400 नक्सली शामिल थे। इनमें माओवादियों के बड़े कैडर्स के लीडर भी मौजूद थे। जवानों पर भारी मात्रा में BGL (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) दागा गया था।
नक्सली DRG, CRPF, कोबरा बटालियन के जवानों से हथियार भी लूट कर ले गए थे। कोबरा के एक जवान राकेश्वर सिंह मन्हास का अपहरण भी किया गया था।