छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के ठिकानों पर पिछले 4 दिनों से चल रही आयकर विभाग की जांच शनिवार देर शाम पूरी हो गई। टीम ने भगत के करीबी एक कारोबारी राजू अग्रवाल के घर को सील कर दिया है। छापे के बाद से ही राजू अग्रवाल गायब हैं। टीम 2 दिन तक इंतजार करती रही।
वहीं कांग्रेस नेता नेता अटल यादव के मैनपाट स्थित घर और भगत के पीए राजेश वर्मा के राजपुर, एसआई नारंग के निवास स्थानों से टीमें लौट गई हैं। इन जगहों पर भी कार्रवाई पूरी होना बताया जा रहा है। जिन लोगों को टीम ने पूछताछ के लिए पकड़ा था, उन्हें भी छोड़ दिया गया है।
रायपुर, अंबिकापुर में एक साथ मारा था छापा
कांग्रेस नेता अमरजीत भगत के अंबिकापुर और रायपुर के विधायक कालोनी स्थित बंगले पर आयकर विभाग की टीमों ने बुधवार को एक साथ छापा मारा था। टीम में छत्तीसगढ़ सहित मध्य प्रदेश के भी अफसर शामिल थे। हालांकि बरामदगी को लेकर अभी खुलासा नहीं किया गया है।
कई करीबियों से देर शाम तक पूछताछ
अमरजीत भगत की बेनामी संपत्तियों और जमीन से जुड़े इन्वेस्टमेंट की जांच के लिए IT टीम ने दस्तावेज जुटाए हैं। इसके साथ ही कई करीबियों से पूछताछ भी की। इनमें पुनर्वास जमीनों के कारोबार से जुड़े कांग्रेस नेता दिलीप धर, भगत के OSD फ्रेंकलिन टोप्पो, SI रूपेश नारंग और इंजीनियर प्रमोद टोप्पो व एक महिला का नाम शामिल है।
रायपुर में भी जांच पूरी
आईटी टीम ने रायपुर स्थित अमरजीत भगत के विधायक कालोनी स्थित निवास पर भी जांच पूरी कर ली है। हालांकि रविवार दोपहर तक आईटी अफसरों ने उनके बंगले को नहीं छोड़ा था। उनसे जुड़े बड़े कारोबारी हरपाल सिंह अरोड़ा के ठिकानों पर भी जांच पूरी होना बताया गया है।
ED की FIR में भगत का नाम आने के बाद छापा
17 जनवरी को ED ने कोल और शराब स्कैम मामले में ACB में FIR दर्ज कराई है। भगत का नाम कोल घोटाले के आरोपियों में शामिल है। इस घोटाले के सूत्रधार सूर्यकांत तिवारी की डायरी में भगत का नाम है। 2023 के चुनाव की घोषणापत्र में अमरजीत भगत ने परिवार की संपत्ति घोषित की थी। बताया जा रहा है इससे कहीं अधिक संपत्ति जांच में पाई गई है।