अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने निकले किसानों का ‘दिल्ली चलो’ प्रोटेस्ट दो दिन के लिए रोक दिया गया है।
इस बात की घोषणा पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के प्रमुख किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने एक संवाददाता सम्मेलन में बुधवार को की।
उन्होंने कहाकि खनौरी में हुई घटना पर चर्चा होगी। दिल्ली की ओर हमारे मार्च में दो दिन का ठहराव रहेगा।
सरवन ने आगे कहाकि हम पूरी स्थिति को बाद में स्पष्ट करेंगे कि हमारा आगे का आंदोलन क्या होगा। यात्रा में ठहराव के दौरान हजारों किसान दोनों सीमाओं पर रुके रहेंगे।
गौरतलब है कि किसानों की तरफ से यह घोषणा केंद्र द्वारा चर्चा के एक और दौर की अपील के बाद आई है।
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहाकि किसान देश भर में हैं। कोई भी पॉलिसी बनाते समय बनाते समय पूरे देश के किसानों के हित को ध्यान में रखना जरूरी है। इसे ध्यान में रखते हुए, हम आने वाले दिनों में उनकी चिंताओं को हल करने की दिशा में काम करेंगे।
इससे पहले केंद्र सरकार से चौथे दौर की बातचीत नाकाम होने के बाद बुधवार को किसान संगठनों ने दिल्ली चलो प्रोटेस्ट को किसान संगठनों ने फिर से शुरू किया था।
तीन केंद्रीय मंत्रियों वाली सरकारी समिति ने किसानों के साथ अनुबंध करने के बाद पांच साल के लिए सरकारी एजेंसियों द्वारा एमएसपी पर दालों, मक्का और कपास की फसलों की खरीद का प्रस्ताव दिया था। लेकिन किसान नेताओं ने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था।
इससे पहले भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली जा रहे किसानों को रोके जाने पर बुधवार को कहा कि अगर वे (सरकार) किसानों को दिल्ली नहीं आने दे रहे हैं तो चुनाव में किसान भी उन्हें गांव में नहीं आने देंगे।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी, बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान, किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने समेत विभिन्न मांगों को लेकर मेरठ में भाकियू की ओर से जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया गया था।