महादेव सट्टा से जुड़े एक और बड़े चेहरे पर कसा शिकंजा, कई और आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी…!

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रायपुर: महादेव सट्टा ऐप से जुड़े हुए छत्तीसगढ़ के कई सफेदपोश चेहरे अब धीरे-धीरे बेनकाब होते जा रहे हैं। इसी कड़ी में ईडी की हिरासत में चल रहे नीतीश दीवान को 24 फरवरी को रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया गया। जहां सुनवाई के बाद 3 दिन के लिए उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मामले की अगली सुनवाई अब 26 फरवरी को होगी। 13 लोगों को नोटिस जारी कर आज कोर्ट में हाजिर होने को कहा गया था, लेकिन आज ये सभी उपस्थित नहीं हुए हैं।

पिछले हफ्ते ED ने 17 फरवरी को सट्टा ऐप के पैनल ऑपरेटर नीतीश दीवान को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। जिसे जज ने 8 दिन की ED को रिमांड दी थी। विशेष न्यायधीश अजय सिंह राजपूत छुट्टी पर है। इसलिए उनकी अनुपस्थिति में इसकी सुनवाई न्यायाधीश वंदना दीपक देवांगन की कोर्ट में चल रही है।

ये 13 आरोपी नहीं हुए पेश

इस मामले में आरोपी बनाए गए 13 लोगों को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा है। जिसमें महादेव ऐप प्रमुख सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, विशाल आहूजा, धीरज आहूजा, पूनाराम वर्मा, शिवकुमार वर्मा, यशोदा वर्मा, पवन नत्थानी, रोहित गुलाटी, अनिल अग्रवाल, शुभम सोनी समेत दो अन्य लोग शामिल हैं।

9 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी

वहीं, पीएमएलए 2002 के तहत की गई तलाशी के दौरान कुल चल संपत्ति 572.41 करोड़ रुपए जब्त किया गया है। दो अनंतिम कुर्की आदेश जारी किए गए हैं। जिनमें 142.86 करोड़ रुपए मूल्य की चल और अचल संपत्तियों को कुर्क किया गया है।

इस मामले में अभियोजन शिकायतें 20 अक्टूबर 2023 और 1 जनवरी 2024 को दर्ज की गई थी। अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

बाकी पुराने अपडेट्स भी जानिए….

महादेव ऐप का सह संस्थापक है रवि उप्पल

ED के वकील सौरभ पांडेय ने बताया कि महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप के सह संस्थापक रवि उप्पल को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से छत्तीसगढ़ लाने के मामले में कार्रवाई पूरी हो गई है। भारत के विदेश मंत्रालय के जरिए UAE दस्तावेज भेजे जाएंगे। रवि उप्पल भारत में वांटेड है।

रवि उप्पल पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी केस

मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED महादेव ऐप जांच कर रही है। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ पुलिस और मुंबई पुलिस भी जांच में जुटी है। ED ने अक्टूबर में रायपुर में PMLA कोर्ट के सामने उप्पल और उसके पार्टनर सौरभ चंद्राकर के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।

जब्त की थी 417 करोड़ की संपत्ति

ED ने 2 महीने पहले ही मुंबई, कोलकाता और भोपाल में करीब 39 ठिकानों पर छापेमारी कर 417 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी। रवि उप्पल अपने साथी सौरभ चंद्राकर के साथ UAE में रह रहा था। केंद्र सरकार ने 1 महीने पहले ही महादेव ऐप समेत 22 ऐप्स और वेबसाइट को ब्लॉक किया था।

सौरभ चंद्राकर के साथ शुरू की थी महादेव बेटिंग ऐप

2017 में रवि और सौरभ ने मिलकर ऑनलाइन सट्टेबाजी के जरिए पैसा कमाने के लिए एक वेबसाइट बनाई थी। हालांकि, शुरुआत में इस वेबसाइट के कम यूजर्स थे। 2019 में नौकरी के लिए सौरभ दुबई चला गया। कुछ समय बाद सौरभ ने अपने दोस्त रवि उत्पल को भी दुबई बुलवा लिया।

रवि के दुबई पहुंचने से पहले सौरभ ने बेटिंग वेबसाइट के जरिए पैसा कमाने का पूरा प्लान तैयार कर लिया था। इसके बाद दोनों ने महादेव बुक ऑनलाइन के नाम से एक बेटिंग वेबसाइट और ऐप बनाया। इसे सोशल मीडिया और दूसरे तरीके से प्रमोट करना शुरू कर दिया।

सौरभ ने महादेव कंपनी का बिजनेस फैलाने के लिए दो रास्ते अपनाए।

पहला: सोशल मीडिया मार्केटिंग और इन्फ्लुएंसर के जरिए ऐप को प्रमोट करवाया।
दूसरा: सट्टा लगाने वाले दूसरे ऐप और वेबसाइट को खरीद लिया।


4 हजार के करीब पैनल ऑपरेटर्स का नेटवर्क खड़ा किया

ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के जरिए सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने देश में करीब 4 हजार पैनल ऑपरेटरों का नेटवर्क खड़ा किया था। हर पैनल ऑपरेटर के पास 200 ग्राहक थे जो सट्टा लगाते थे। कहा जा रहा है कि इस तरह से दोनों रोजाना 200 करोड़ की कमाई कर रहे थे। अपनी इसी काली कमाई से संयुक्त अरब अमीरात में अपना साम्राज्य खड़ा कर लिया।
महादेव सट्टा ऐप केसर गांव से जुड़े हुए मनी लांड्रिंग के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और ओएसडी के ठिकानों पर छापे पड़ चुके हैं।

विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम भूपेश बघेल पर 508 करोड रुपए की वसूली में सम्मिलित होने के गंभीर आरोप के दस्तावेज न्यायालय में पेश किया जा चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कई और बड़े चेहरों को कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा।

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