छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक में लंबे समय से नकली दूध और पनीर बनाकर सप्लाई की जा रही थी ! इसका खुलासा तब हुआ जब प्रोसेंसिंग यूनिट में खाद्य विभाग ने छापेमारी की । राष्ट्रबोध को मिली जानकारी के अनुसार इस प्रोसेसिंग यूनिट का संचालक नावेद खान है जो एक बड़े राजनीतिक संरक्षण से पाटन के इलाके में लंबे समय से लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहा था ! मौके से खाद्य विभाग की टीम ने बड़े पैमाने पर दूध, पनीर, दूध पाउडर, यूरिया, केमिकल और ऑयल जब्त किया है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी क्षीर सागर पटेल का कहना है कि उन्हें 27 मार्च की रात सूचना मिली थी कि पाटन के देमार गांव में नकली दूध और पनीर बनाया जा रहा है। उन्होंने स्थानीय पुलिस की मदद से देर रात छापेमारी की। इसके बाद टीम 28 मार्च की सुबह 11 बजे तक यहां कार्रवाई चलती रही।
बड़े ब्रांड के खाली पैकेट मिले
प्रोसेसिंग यूनिट के गोडाउन मैं रखे सामानों के बारे में राष्ट्रबोध को पता चला कि तो यहां बोरियों में अलग-अलग ब्रांड के दूध पाउडर के सैकड़ों पैकेट मिले। इसके साथ ही यहां पर सैकड़ों टिन के डिब्बों में फूड ऑयल, यूरिया और केमिकल पाया गया। प्रोसेसिंग यूनिट के संचालक नावेद खान ने बताया कि वह दूध पाउडर सेल करता है ! रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद नावेद खान ने अपनी सफाई में कहा कि जो केमिकल और डिटर्जेंट मिला है, उससे प्रोसेसिंग यूनिट की सफाई की जाती है।
फिलहाल खाद्य विभाग की टीम ने पूरे स्टोर रूम को सील कर दिया है।