अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद बोर्ड का मानना है कि श्रीलंका क्रिकेट एक सदस्य के रूप में अपने दायित्वों का गंभीर उल्लंघन कर रहा है। आईसीसी ने सरकारी हस्तक्षेप के कारण श्रीलंका क्रिकेट को निलंबित किया।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) बोर्ड ने शुक्रवार को श्रीलंका क्रिकेट की सदस्यता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। आईसीसी बोर्ड ने मीटिंग में निर्णय लिया कि श्रीलंका क्रिकेट एक सदस्य के रूप में अपने दायित्वों का गंभीर उल्लंघन कर रहा है। आईसीसी ने प्रेस रिलीज में कहा है कि श्रीलंका क्रिकेट अपने कामकाज को स्वतंत्र रूप से चलाने में सक्षम नहीं है। क्रिकेट बोर्ड श्रीलंका में सरकारी दखल के बिना क्रिकेट के प्रशासन एवं नियमन जैसी जिम्मेदारियां निभाने में नाकाम रहा है। निलंबन की शर्तें आईसीसी बोर्ड द्वारा आने वाले समय में तय की जाएंगी। श्रीलंका सरकार ने विश्व कप में टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद श्रीलंका क्रिकेट को बर्खास्त कर दिया था। टीम विश्व कप के नौ में से सात मैच गंवा बैठी थी।
वर्ल्ड कप 2023 में श्रीलंका क्रिकेट टीम के खराब प्रदर्शन के कारण बोर्ड के अंदर और श्रीलंका में उथल-पुथल मची हुई है। श्रीलंका की संसद ने गुरुवार को देश की क्रिकेट संचालन संस्था को बर्खास्त करने के लिए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर दिया। इसे सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों का पूरा समर्थन मिला। श्रीलंकाई क्रिकेट टीम शुक्रवार की सुबह भारत से लौट आई। उसे बेंगलुरु में आखिरी ग्रुप मैच में न्यूजीलैंड ने पांच विकेट से हराया। श्रीलंकाई टीम विश्व कप में नौ में से दो मैच ही जीत सकी जो उसका अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है। भारत के खिलाफ तो टीम 56 रन पर आउट हो गई थी।
आईसीसी ने एक बयान में कहा, ”अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद बोर्ड ने आईसीसी में श्रीलंका क्रिकेट की सदस्यता तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दी।” बयान में कहा गया, ”आईसीसी बोर्ड ने आज बैठक की और तय किया कि श्रीलंका क्रिकेट बतौर सदस्य अपने दायित्वों का गंभीर उल्लंघन कर रहा है, विशेषकर अपने क्रिकेट मामलों को स्वायत्त रूप से संभालने की जरूरत में और यह सुनिश्चित करने में कि श्रीलंका में क्रिकेट के संचालन, नियामक और प्रबंधन में कोई सरकारी हस्तक्षेप नहीं हो।” इसमें साथ ही कहा गया, ”आईसीसी बोर्ड द्वारा निलंबन की शर्तों पर आने वाले समय पर फैसला किया जाएगा। ”
इससे पहले सोमवार को खेल मंत्री रोशन रणसिंघे ने श्रीलंका क्रिकेट प्रबंधन को बर्खास्त कर दिया था और पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान अर्जुन रणतुंगा को क्रिकेट बोर्ड को संचालित करने के लिए सात सदस्यीय अंतरिम समिति का प्रमुख नियुक्त किया था। हालांकि उसके बाद अदालत में अपील के बाद मंगलवार को शम्मी सिल्वा की अध्यक्षता वाले श्रीलंका क्रिकेट प्रबंधन को बहाल कर दिया था। गुरुवार को सरकार और विपक्ष ने संसद में संयुक्त प्रस्ताव रखकर श्रीलंका क्रिकेट प्रबंधन के इस्तीफे की मांग की थी।