छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट से केस रद्द होने के बाद ED ने नए सिरे से जांच करने के लिए एक नई ECIR दर्ज किया है। चर्चा है कि प्रवर्तन निदेशालय ने EOW में दर्ज FIR को आधार बनाया है। इसमें पूर्व आबकारी मंत्री, पूर्व मुख्य सचिव, दो रिटायर IAS और 35 आबकारी अधिकारी समेत 71 से ज्यादा लोगों को आरोपी बनाया गया है।
वहीं छत्तीसगढ़ कोल स्कैम केस में जेल में बंद सौम्या चौरसिया की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी, लेकिन ED की ओर से कोर्ट में रिप्लाई पेश नहीं होने के कारण अगली सुनवाई अब 12 अप्रैल को होगी। साथ ही महादेव सट्टा ऐप मामले में जेल में बंद निलंबित ASI चंद्रभूषण वर्मा की जमानत याचिका पर बुधवार को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने कल तक के लिए फैसला सुरक्षित रखा लिया है।
12 अप्रैल को कोल स्कैम और शराब घोटाले पर सुनवाई
12 अप्रैल को रायपुर की अदालत में विशेष दिन होने वाला है। कोल स्कैम मामले पर सौम्या चौरसिया की जमानत आवेदन पर सुनवाई होनी है। वहीं, शराब घोटाले मामले में ACB-EOW हिरासत में चल रहे कारोबारी अनवर ढ़ेबर और अरविंद सिंह की कस्टोडिल रिमांड खत्म हो रही है। ऐसे में EOW की ओर से फिर से दोनों की रिमांड लेने की कोशिश की जाएगी।
ED ने 100 लोगों पर कराई है FIR
शराब और कोयला घोटाला मामले में ED ने ACB -EOW में दो पूर्व मंत्रियों, विधायकों समेत 100 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कराई है। इनमें कांग्रेस सरकार में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक यूडी मिंज, गुलाब कमरो का नाम शामिल है।
इसके साथ ही शिशुपाल के साथ ही 2 निलंबित IAS, रिटायर्ड IAS अफसर और कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल समेत अन्य के नेताओं के नाम शामिल है, जिसमें पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को भी आरोपी बनाया गया है। इस मामले पर EOW ने जांच शुरू कर दी है।