रात 1 बजे गृह मंत्री विजय शर्मा मृतकों के परिजनों को न्याय दिलाने पहुंचे, अशोका बिरियानी प्रबंधकों के विरुद्ध करवाई कड़ी कार्रवाई….!

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रात 1 बजे रायपुर के तेलीबांधा स्थित अशोका बिरयानी में दिनभर से न्याय के लिए रोते-चीखते परिजनों के आंसू सुख चुके थे। दिन भर नारे लगा रही आवाजें भी थम चुकी थी। फिर अचानक खबर आई कि छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा यहां पहुंचने वाले हैं। उनके आने की सूचना मिलते ही रायपुर कलेक्टर और SSP भी मौके में पहुंच गए।

जैसे ही गृहमंत्री विजय शर्मा कार से उतरकर परिजनों के पास पहुंचे, मृतकों के परिजन उन्हें देखते ही बिलख बिलख कर रोने लगे। उनके सामने खड़े होकर दोनों हाथों को जोड़कर एक बहन अपने मरे हुए भाई के लिए न्याय मांगने लगी। उसने कहा- मेरा भाई जैसा कोई नही…मैं उसे लेकर कहीं नहीं जाऊंगी।

गृह मंत्री ने बगल में खड़े रायपुर SSP से बात की। ADM से कहा कि परिजन की जो मांग है, उसे फौरन पूरा करिए, डू इट राइट नाउ। लहजा सख्त था। लिहाजा, प्रशासन एक्शन में आया। परिजनों से फिर एक बार नए सिरे से चर्चा शुरू हुई।

2 कर्मचारियों की मौत का मामला 37 घंटे बाद मामला सुलझ गया। होटल में लाश के साथ प्रदर्शन कर रहे मृतकों के परिजन को होटल मालिक समेत प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन मिला। पुलिस ने अशोका बिरयानी के मालिक समेत चार लोगों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है।

इसके साथ ही अशोका बिरयानी प्रबंधन दोनों कर्मचारियों के परिजन को 15-15 लाख रुपए मुआवजा देगा। आजीवन 15-15 हजार रुपए महीने गुजारा भत्ता भी देना होगा। इसके बाद परिजन शनिवार सुबह करीब साढ़े 4 बजे लाश को लेकर अंतिम संस्कार के लिए अपने पैतृक गांव रवाना हो गए।

मृतकों में एक सुपरवाइजर था और दूसरा इलेक्ट्रीशियन के तौर पर काम कर रहा था।

18 अप्रैल को गटर की सफाई के दौरान हुई थी मौत

18 अप्रैल को दोपहर 12 बजे तेलीबांधा पुलिस को सूचना मिली कि अशोका बिरयानी सेंटर में दो कर्मचारियों की मौत हो गई है। शुरुआत में बताया गया कि गटर की सफाई के दौरान कर्मचारी बेहोश हो गए। जब वे काफी देर तक बाहर नहीं आए, तो होटल में काम करने वाले दूसरे कर्मचारी गटर के पास गए।

आवाज लगाने पर कोई जवाब नहीं आया। जिसके बाद दूसरे कर्मचारियों को भी नीचे उतारा गया। उन्होंने गटर में उतरकर दोनों को रस्सी के सहारे बाहर निकाला। पुलिस ने दोनों कर्मचारियों नीलकमल पटेल और डेविड साहू को एक निजी हॉस्पिटल भिजवाया। यहां जांच के बाद डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

परिजन ने होटल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए

दूसरी ओर इस घटना के बाद परिजन ने होटल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। परिजन ने कहा है कि ये एक हादसा नहीं बल्कि हत्या है। जब एक व्यक्ति की अंदर मौत हो गई, तो उसे निकालने के लिए जबरन दूसरे को धकेला गया। प्रबंधन पर आरोप लगे कि दोनों को बिना सुरक्षा उपकरण के साफ-सफाई के लिए गटर में उतारा गया। उन्होंने होटल मैनेजमेंट के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग की।

शुक्रवार देर रात 1 बजे मौके पर पहुंचे डिप्टी सीएम

परिजन के प्रदर्शन करने की सूचना मिलने के बाद डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा के पास पहुंची। वे मौके पर परिजनों की मांग जानने और धरना खत्म करवाने पहुंच गए। उन्होंने परिजन को आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बिरयानी सेंटर प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज

अशोका बिरयानी सेंटर प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने एमडी केके तिवारी, CEO सनाया तिवारी, GM रोहित चंद समेत ब्रांच मैनेजर रोमिना मंडल पर नामजद FIR दर्ज की है।

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