“रायपुर जेल में उस्तादों का ‘लक्ष्मण रेखा’: महादेव सट्‌टा ऐप के संरक्षकों का VIP बंदियों को प्रदान कर रहा है अनोखी सुविधा, शराब, सिगरेट से लेकर फ्रिज, टीवी और माइक्रोवेव तक”..!

Spread the love

“जेल के अंदर ब्रिबरी का खेल: रायपुर जेल में कोयला घोटाला, शराब घोटाला, और महादेव ऐप से सट्टा खेलने के आरोप, VIP कैदियों को मिल रही अलग-थलग सुविधाएं। अस्पताल प्रबंधन तक शामिल हैं ये घोटालेबाज। बेगूनाह कैदियों पर हो रही है बर्बरता का आरोप।”

इन बंदियों को दिया जा रहा VIP ट्रीटमेंट

राकेश सिंह बैस के अनुसार, जेल में बंद सूर्यकांत तिवारी, लक्ष्मीकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल, सतीश चंद्राकर, अरविंद सिंह, भीम सिंह यादव, निखिल चंद्राकर और खनिज विभाग के अधिकारी नाग को को सुविधा दी जा रही है। इन आरोपियों को अस्पताल के बावर्ची से खाना बनवाकर दिया जाता है। इसके अलावा तंबाकू, गांजा, मोबाइल दिया जाता है। इन लोगों के मुलाकातियों को अतिरिक्त समय दिया जाता है।

जेल प्रबंधन ने मुख्य न्यायधीश को गुमराह किया

राकेश सिंह ने बताया कि, जब वे जेल में थे, उस दौरान मुख्य न्यायधीश का दौरा हुआ था। उस दौरान जेल प्रबंधन ने चीफ जस्टिस को गुमराह कर दिया। जेल प्रबंधन ने 10 नंबर सेल को बाहर से सील कर कैदियों को उनके वार्ड में भेज दिया। साथ ही जेल प्रहरियों को निर्देश दिया कि कोई पूछे तो यहां कोई नहीं है यह बता देना। जिस दौरान जेल प्रबंधन ने यह कारनामा किया, तब सभी VIP कैदी इसी सेल में बंद थे।

आम कैदियों को जगह के बदले देने पड़ते है पैसे

उन्होंने बताया कि, जेल की सेल में क्षमता से अधिक कैदी हैं। ऐसे में कैदियों को सेल में जगह लेने के लिए अलग से पैसा देना होता है। इसके लिए जमीन में लगी टाइल्स के आधार पर गोला बनाकर जगह मिलती है। दो टाइल्स की एवज में 2 से 3 हजार रुपए लिए जाते हैं। जो कैदी नहीं देते, उन्हें परेशान होना पड़ता है।

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत 11 लोगों को शिकायत

जेल में चल रहे इस खेल की शिकायत बैस ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, भारत के उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायधीश, छत्तीसगढ़ के उच्चतम न्यायालय छत्तीसगढ़ के मुख्य न्यायधीश, छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री, उपमुख्यमंत्री, जेल महानिदेशक और जेल अधीक्षक से की है।

धोखाधड़ी के आरोप में बंद हुए थे पूर्व कांग्रेस नेता

बैस खुद धोखाधड़ी के मामले में जेल गए थे। वे पूर्व कांग्रेस नेता भी हैं। उनके मुताबिक पूर्व सीएम और रायपुर के एक विधायक के इशारे पर उन पर पुलिस ने कार्रवाई की। जेल में भी उन्हें परेशान किया गया। 11 महीने बाद वे जेल से छूटे, तो मामले की लिखित शिकायत दी है।

​​​​​वीडियो वायरल हुआ तो जब्त हुई पेन ड्राइव-तंबाकू

जेल में पदस्थ अफसरों और कर्मचारियों पर आरोप लगने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी हिस्ट्रीशीटर मुकेश बनिया ने जेल प्रहरियों पर मारपीट करने का आरोप लगा चुके है। हिस्ट्रीशीटर मुकेश बनिया का फरवरी माह में वीडियो वायरल हुआ था। इसमें हिस्ट्रीशीटर ने जेलकर्मी पर 50 हजार मांगने और पैसे नहीं देने पर मारपीट करने का आरोप लगाया था।

वायरल वीडियो के बाद 12 फरवरी को रायपुर जेल डीजी और रायपुर एसएसपी ने जेल में दबिश दी थी। जांच के दौरान अफसरों की टीम ने महिला और पुरूष सेल में अलग-अलग जाकर तीन घंटे तक जांच की थी। इस दौरान तीन खाली पेन ड्राइव, गुटका और तंबाकू जब्त किया गया था। जांच के बाद जेल के प्रहरियों और अफसरों का तबादला भी किया गया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *