दुर्ग जिले में आचार संहिता के बीच खुलेआम ढाबों और होटलों में शराब परोसी जा रही है। इसका फायदा उम्मीदवार अपने कार्यकर्ताओं को खुश करने में कर रहे हैं। कुम्हारी के अपना ढाबा में भी खाने के साथ-साथ लोगों को शारब परोसी जा रही थी। अचानक आबकारी विभाग की टीम वहां आ धमकी और अवैध शराब जब्त करते हुए होटल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की।
जानकारी के मुताबिक, आबकारी आयुक्त आर संगीता ने सभी जिलों के कलेक्टर को निर्देशित किया है कि किसी भी तरह से अवैध शराब की बिक्री नहीं होनी चाहिए। दुर्ग कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी को शिकायत मिली थी कि दुर्ग जिले के कुछ होटल और ढाबों में खुलेआम लोगों को शराब बेची जा रही है। चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार अपने कार्यकर्ताओं को भी यहां भेजकर खुश कर रहे हैं। इसकी जानकारी होने के बाद भी आबकारी और पुलिस विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
कलेक्टर ने इस पर संज्ञान लेते हुए आबकारी विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और निर्देश दिया कि वो सभी होटल और ढाबों में औचक छापेमारी कर कार्रवाई करें। कलेक्टर के निर्देश पर सहायक आयुक्त आबकारी राजेश जायसवाल ने अलग-अलग टीमों का गठन किया। इसके बाद इन टोमों को औचक निरीक्षण और छापेमारी के लिए भेजा गया।
शुक्रवार और शनिवार को आबकारी विभाग की टीम कुम्हारी थाना क्षेत्र अंतर्गत नेशनल हाईवे किनारे संचालित ढाबों और होटलों में पहुंची। टीम ने राजू ढाबे में छापेमारी की, तो वहां ग्राहकों को शराब परोसते हुए पाया गया। इसके साथ ही रॉयल खालसा ढाबा, ब्रदर्स ढाबा, कान्हा ढाबा, संधु ढाबा, अपना ढाबा, पंजाब ढाबा, नवनीत ढाबा, रेलवे स्टेशन दुर्ग के पास पायल रेस्टोरेंट, एवन ढाबा एंड रेस्टोरेंट, दुर्ग राजनांदगांव हाईवे स्थित प्रिंस ढाबा, ढाबा सीजी 07, श्रीसाईं ढाबे पर भी छापेमारी की गई। सभी जगह ग्राहकों को खुलेआम शराब परोसते हुए पाया गया। इसके बाद आबकारी अधिकारियों ने सभी के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की।
शिकायत के लिए जारी किया नंबर
कलेक्टर ने अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 0788-2325836 जारी किया है। कलेक्टर ने लोगों से कहा कि अगर वो कहीं भी ऐसा पाते हैं कि ढाबों या होटलों में अवैध रूप से शराब परोसी या बेची जा रही है, तो वे इस नंबर पर शिकायत कर सकते हैं। ये नंबर 24 घंटे ऑन रहेगा। कंट्रोल रूम में बैठा कर्मचारी शिकायत को दर्ज करेगा और उस पर कार्रवाई की जाएगी। शिकायत करने वाले का नाम-पता भी गोपनीय रखा जाएगा।