राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान टनल में एक सड़क हादसे में सब इंस्पेक्टर की मौत हो गई। सब इंस्पेक्टर एनके पवित्रन अपनी बाइक से जा रहे थे। इसी दौरान टनल में उनकी बाइक फिसल गई। बेहद गंभीर हालत में उन्हें लेडी हार्डिंग अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस हादसे ने देश भर का ध्यान खींचा। टनल की बनावट, गाड़ी चलाते हुए लोगों के लापरवाह रवैए और टनल ड्राइविंग और राइडिंग को लेकर जागरुकता के अभाव ने इस टनल को हादसों का अड्डा बना दिया है।
भारत सरकार का कैंपेन ‘सावधानी हटी, दुर्घटना घटी’ कितना भी पुराना हो जाए, हमेशा प्रासंगिक बना रहता है। जिंदगी हो या सड़क, हादसे सावधानी न बरतने यानी लापरवाही की वजह से ही होते हैं। इस मामले में भारत के लोग थोड़ा और लापरवाह हैं। अगर ट्रैफिक पुलिस सख्ती बरते तो हर दूसरे व्हीकल का चालान कटेगा। यही कारण है कि हर दिन अखबार सड़क दुर्घटनाओं की खबरों से पटे रहते हैं।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में भारत में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या 4 लाख 60 हजार से ज्यादा थी। इन आंकड़ों को और सरल करके देखें तो हर घंटे देश में 53 सड़क हादसे हुए, जिसमें हर एक घंटे में 19 लोगों की जान चली गई। यानी भारत में करीब हर साढ़े 3 मिनट पर एक व्यक्ति की सड़क हादसे में मौत हो रही है।