बिलासपुर में GRP की एंटी क्राइम टीम ने एक युवक को 10 किलो गांजे के साथ गिरफ्तार किया है। तस्कर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर फोर्स यूनिफार्म पहनकर बैठा था, जिसे देखकर जीआरपी ने पूछताछ की, तब वह खुद को मुंबई के स्पेशल टॉस्क फोर्स का जवान बताने लगा। इस दौरान उसके बैग की तलाशी लेने पर 10 किलो गांजा बरामद हुआ। युवक के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
अवैध हथियार और तस्करों की धरपकड़
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रेलवे सुरक्षा बल व जीआरपी के जवान स्टेशन और ट्रेनों में लगातार जांच कर रही है। जांच के दौरान सुरक्षा बल के जवान अवैध हथियार से लेकर शराब और गांजे की तस्करी करने वालों की धरपकड़ कर रहे हैं।
इस कड़ी में मंगलवार की रात जवानों ने जोनल स्टेशन की जांच कर रहे थे। तभी प्लेटफार्म नंबर 4-5 पर रायपुर छोर की तरफ़ एक युवक संदिग्ध परिस्थितियों में बैठा मिला। वह फोर्स का यूनिफार्म पहना था।
स्पेशल टॉस्क फोर्स का जवान बनकर तस्करी
पूछताछ में उसने खुद को मुंबई के स्पेशल टॉस्क फोर्स का जवान बताने लगा और ट्रेन का इंतजार करने की जानकारी दी। उसने बताया कि उसका नाम कल्पेश पाटिल (26) पिता सुरेश गोरख पाटिल है और मुंबई के धुली में रहता है।
बैग की तलाशी लेने पर निकला गांजा
उसकी गतिविधियों को देखकर जीआरपी की टीम को भरोसा नहीं हुआ कि वह पुलिस फोर्स में है। तब उसके बैग की तलाशी ली गई। जांच के दौरान उसके बैग से 10 किलो गांजा बरामद हुआ। जिसके बाद वह कार्रवाई नहीं करने के लिए दबाव बनाने लगा। लेकिन, जीआरपी ने उसकी एक नहीं सुनी और उसे पकड़कर थाने ले आई।
ओड़ीशा से गांजा लेकर जा रहा था मुंबई
थाने ले जाकर पूछताछ करने पर युवक ने बताया कि वह ओडिशा से गांजा लेकर आ रहा था। वह कटनी रूट की ट्रेन पर सवार था। बिलासपुर स्टेशन में उतर कर वह मुंबई जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहा था, जिसके बाद जीआरपी ने उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।