छत्तीसगढ़ में होने वाले लोकसभा चुनाव में बल की कमी को देखते हुए पहली बार प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की ड्यूटी लगाई गई है। हालांकि, इसके लिए चुनाव आयोग ने अनुमति दी है। ऐसे में उन्हें बतौर SPO पेट्रोलिंग टीम में रखा गया है।हालांकि, SP रजनेश सिंह ने बल की कमी से इनकार किया है। उनका कहना है कि सशस्त्र जवानों के साथ कोटवार और फॉरेस्ट गार्ड के जवान बूथ पर तैनात रहेंगे। जिला प्रशासन ने बिलासपुर लोकसभा सीट पर चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली है।
मतदाताओं के लिए 2 हजार 251 मतदान केंद्र बनाए गए
इस बार 20 लाख 94 हजार 570 मतदाताओं के लिए 2 हजार 251 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मतदान कराने के लिए 10 हजार कर्मचारी, अधिकारी और सुरक्षा बलों की ड्यूटी लगाई है, जिसमें ITBP के 5, CRPF के 6, SSB के 2, CAF की 2 कंपनियां शामिल हैं। मंगलवार शाम से सभी केंद्रों में जवानों की तैनाती कर दी जाएगी।
एसपी बोले- पोलिंग बूथों पर ड्यूटी नहीं
SP रजनेश सिंह ने बताया कि लोकसभा चुनाव में पहली बार प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की ड्यूटी लगाई गई है। हालांकि, उनकी ड्यूटी पोलिंग बूथों पर नहीं लगाई गई। केवल, कोटवार, फॉरेस्ट गार्ड, पुलिस और सशस्त्र जवान मतदान केंद्रों पर तैनात रहेंगे, जिनकी संख्या 400 से 500 के करीब है।
सिक्योरिटी गार्ड की ड्यूटी पेट्रोलिंग टीम के साथ लगाई गई है। उन्होंने कहा कि चुनाव में SPO की ड्यूटी इसलिए लगाई जाती है, क्योंकि वो स्थानीय रहते हैं और उन्हें जानकारी रहती है। चुनाव ड्यूटी के लिए उन्हें ट्रेनिंग भी दी गई है।
FST और SST टीम कर रही सघन जांच
SP रजनेश सिंह ने बताया कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद से FST और SST टीम का गठन किया गया है, जिनके द्वारा लगातार जांच की जा रही है। आने वाले दो दिनों में टीम सघन जांच करेगी और निर्वाचन आयोग के निर्देश पर प्रतिबंधित सामग्री ले जाने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
मतदान केंद्रों में तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था
सुरक्षा बलों के सशस्त्र जवानों को बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के 6 विधानसभा के संवेदनशील मतदान केंद्रों में तैनात किया जाएगा, ताकि कहीं भी अप्रिय स्थिति न बने। जिले के मतदान केंद्रों में पुलिस जवानों के साथ SPO की ड्यूटी लगाई जाएगी। परिसर के बाहर पैलामिट्री के जवान तैनात रहेंगे।
इसके साथ ही अलग से पेट्रोलिंग टीम बनाई गई है, जो लगातार निगरानी करेंगे। इसी तरह पुलिस अफसरों के साथ रिजर्व बल लगाए गए हैं, जो सेक्टर ऑफिसर के साथ पेट्रोलिंग करेंगे और कहीं भी अप्रिय घटना होने पर बल तत्काल मौके पर पहुंच जाएगी।
जिले में 49 पैट्रोलिंग टीम के अलावा 50-60 पुलिस बल की अलग से व्यवस्था की गई है, जो सूचना मिलते ही तत्काल कार्रवाई के लिए पहुंच जाएगी।