छत्तीसगढ़ में राजनीतिक पारा चढ़ने के साथ ही गर्मी भी बढ़ने लगी है। एक ओर 7 मई को तीसरे और अंतिम चरण का मतदान होना है, दूसरी ओर कांग्रेस में रायपुर से दिल्ली तक घमासान मचा हुआ है। इन सबके बीच मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के कई जिलों में अंधड़ और गरज के साथ छीटें पड़ने की संभावना जताई है। इससे कुछ राहत की उम्मीद है।
रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग अगले 48 घंटों में अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री रहने की संभावना है। ज्यादातर जिलों में तापमान 40 डिग्री के पार या उसके करीब पहुंच गया है। रविवार को प्रदेश में सबसे गर्म बेमेतरा रहा। यहां तापमान 44 डिग्री के पार चला गया। रायपुर में पारा 43.6 डिग्री रहा। ये सीजन की सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया। 10 साल में ऐसा दूसरी बार हुआ है।
सिस्टम मौजूद इसलिए अंधड़ और बिजली गिरेगी
मौसम विभाग के अनुसार, एक सिस्टम मराठवाड़ा से आंतरिक कर्नाटक होते हुए दक्षिण तमिलनाडु तक फैला हुआ है। इसके अलावा उत्तर पूर्वी बिहार के ऊपर उत्तर-पूर्वी बिहार के ऊपर चक्रवाती सिस्टम बन रहा है। एक द्रोणिका गंगीय पश्चिम बंगाल से होते हुए उत्तर ओडिशा तक फैली हुई है।
दोनों सिस्टम के कारण ही प्रदेश के कुछ इलाकों में गरज चमक के साथ हल्की बारिश की चेतावनी जारी की गई है। हालांकि इसका असर ज्यादा समय तक नहीं रहेगा। इस वजह से बारिश होने के बाद भी तापमान में ज्यादा कमी नहीं आएगी। राजधानी रायपुर में ही तापमान 43 डिग्री के आसपास पहुंचने का अनुमान है।
इन जिलों में होगी बूंदाबांदी
7 मई को रायपुर, बिलासपुर, बस्तर, और सरगुजा संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने और बूंदाबांदी के आसार हैं।
10 साल में दूसरी बार रायपुर में मई के पहले हफ्ते में ही इतनी गर्मी
मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक मई के अंतिम सप्ताह में भीषण गर्मी का ट्रेंड रहा है। पिछले 10 साल में दूसरी बार ऐसा हुआ है जब मई के पहले सप्ताह में ही पारा 44 या इसके करीब पहुंचा है। अलबत्ता यहां दूसरे पखवाड़े में ही तापमान 44 या उसके पार पहुंचता है।
दक्षिण से हलचल शुरू होगी
8 मई तक राज्यभर में मौसम शुष्क रहेगा। 9 मई या उसके बाद सबसे पहले दक्षिण छत्तीसगढ़ में हलचल शुरू होगी। वहां कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ छींटे पड़ेंगे। हालांकि वहां भी 15 मई के पहले हल्की बारिश के ही आसार हैं। फिलहाल छत्तीसगढ़ के आस-पास कोई बड़ा और मजबूत सिस्टम नहीं है। इस वजह से ज्यादा बारिश नहीं होगी। कहीं-कहीं अंधड़ और हवाएं चल सकती है।