प्रदेश में कांग्रेस सरकार की महत्वाकांक्षी स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना बदलने जा रही है। बदलाव के तहत आत्मानंद स्कूलों को पीएमश्री योजना में लाकर संचालित किया जाएगा। इन स्कूलों में स्वामी आत्मानंद योजना की तरह ही अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई कराई जाएगी। पहले चरण में राज्य के 311 स्कूलों की जानकारी केंद्र सरकार को भेजी जा रही है। इसके बाद बाकी आत्मानंद स्कूलों को दूसरे चरण में शामिल किया जाएगा। पिछली सरकार में जिन स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया जा चुका है, उसके अलावा बाकी का काम अब पीएमश्री योजना के तहत किया जाएगा।
भूपेश बघेल सरकार में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले गए थे। इन स्कूलों में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ इंग्लिश मीडियम के शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। हर जिले में कलेक्टर के अधीन समिति इन स्कूलों का संचालन करती थी। इस दौरान बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप भी सामने आए थे। भाजपा सरकार बनने के बाद स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कलेक्टर के बजाय स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इन स्कूलों का संचालन करने की बात कही थी।
स्कूल शिक्षा विभाग संभालेगा संचालन का जिम्मा
कुछ महीने पहले जब सभी जिलों के सेजेस प्रभारियों की स्कूल शिक्षा विभाग ने बैठक ली थी, तब पीएमश्री योजना के तहत इन स्कूलों का संचालन करने के संकेत दिए थे। पीएमश्री स्कूलों का संचालन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग इन स्कूलों का संचालन करेगा। कलेक्टर की समिति भंग हो जाएगी। पीएमश्री में शामिल हो जाने के बाद आत्मानंद स्कूल में पढ़ाई करने वाले बच्चों पर किसी प्रकार का कोई असर नहीं पढ़ेगा। अभी जैसा चल रहा है, आगे भी वैसा ही चलता रहेगा।
पढ़ाई के साथ-साथ खेल गतिविधियों पर जोर रहेगा
पीएमश्री स्कूलों के जरिए पढ़ाई का स्तर बेहतर करने की पहल की जाएगी। हर स्कूल परिसर में हरियाली के साथ खेल मैदान भी अनिवार्य रूप से बनाया जाएगा। जिन स्कूलों का चयन होगा, वहां सभी कक्षाओं में पीएमश्री योजना के तहत पढ़ाई कराई जाएगी। हालांकि ये साफ नहीं है कि आत्मानंद स्कूल में पढ़ाने वाले यही शिक्षक आगे काम करेंगें या नहीं।
जानकारी केंद्र को भेजी जा रही है, दो चरण में मर्जर
^स्वामी आत्मानंद योजना के तहत संचालित स्कूलों को पीएमश्री योजना में शामिल करने के लिए केंद्र सरकार को डिटेल भेज रहे हैं। पहले चरण में 311 स्कूलों की जानकारी भेजी जा रही है। केंद्र सरकार इन स्कूलों का चयन करेगी। इसके बाद दूसरे चरण में और नाम भेजे जाएंगे।-डीके कौशिक, डिप्टी डायरेक्टर, स्कूल शिक्षा विभाग