छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी अखाड़ा बन गया है। कैंपस में गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं ने सोमवार की रात फिर हंगामा कर प्रदर्शन किया। जिसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता भी गर्ल्स हॉस्टल पहुंचे। जिन्हें टीचिंग स्टॉफ ने घेर कर पीटा और कैंपस से बाहर खदेड़ दिया।
दरअसल, यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को जिला प्रशासन ने स्वीप मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया था। जिसमें जाने के लिए हॉस्टल वार्डन ने छात्राओं को रोक दिया। इससे नाराज छात्राओं ने उस दिन भी बवाल किया था। सुबह करीब 5 बजे हॉस्टल वार्डन और स्टॉफ के इस्तीफे के बाद मामला शांत हुआ।
को-आर्डिनेशन कमेटी की बैठक बेनतीजा
छात्राओं की समस्याओं और उनकी मांगों पर चर्चा करने के लिए यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने सोमवार की शाम को-आर्डिनेशन कमेटी की बैठक बुलाई थी। इस दौरान अलग-अलग हॉस्टल से कुछ छात्राओं को बुलाया गया था। आरोप है कि छात्राओं को एचओडी के माध्यम से धमकी भी दी गई। इसके बावजूद छात्राओं ने अपनी समस्याएं गिनाई। लेकिन, यह बैठक बेनतीजा रहा।
बैठक के बाद धरने पर बैठी छात्राएं
कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक में छात्राओं की मांग पूरी नहीं करने और बेनतीजा रहने के बाद छात्राओं ने हॉस्टल में हंगामा करते हुए रात में फिर से प्रदर्शन किया। इस दौरान हॉस्टल वार्डन, एचओडी सहित टीचिंग स्टॉफ हॉस्टल पहुंचे। उन्होंने नेतागिरी करने वाली छात्राओं के पैरेंट्स को फोन लगाकर हॉस्टल से निकालने की चेतावनी दी। जिसके बाद छात्राओं ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं को बुला लिया।
छात्र नेता बोले- मतदान के बाद चर्चा करने दी गई समझाइश
ABVP के अध्यक्ष आराध्य तिवारी ने बताया कि छात्राओं को अभी शांत रहने और लोकसभा मतदान के बाद समस्याओं पर चर्चा करने की समझाइश दी। लेकिन, इस दौरान यूनिवर्सिटी के टीचिंग स्टॉफ उनके साथ दुर्व्यवहार करने लगे। इसके बाद छात्र हॉस्टल से निकल गए।
टीचिंग स्टॉफ ने छात्रों की कर दी पिटाई
यूनिवर्सिटी कैंपस के हॉस्टल का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें भीड़ को टीचिंग स्टॉफ बताया जा रहा है। भीड़ ने छात्रों को पकड़ लिया और उनकी पिटाई शुरू कर दी। जिसके बाद छात्रों को कैंपस से खदेड़ दिया गया। इधर, ABVP के छात्र नेताओं ने लोकसभा मतदान के बाद समस्याओं को लेकर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।