रायपुर कांग्रेस भवन में हुई आपत्तिजनक हरकत के बाद राधिका खेड़ा ने BJP ज्वाइन की, सुशील आनंद शुक्ला ने सफाई देते हुए कहा मैंने मानहानि नोटिस भेजी…!

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रायपुर के कांग्रेस भवन के भीतर राधिका खेड़ा के साथ हुई आपत्तिजनक हरकत के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी ! कांग्रेस की इस पुरानी नेशनल कोऑर्डिनेटर ने अब दिल्ली में एक्टर शेखर सुमन के साथ BJP की सदस्यता ले ली है। 5 मई को अपने इस्तीफे के बाद उन्होंने सुशील आनंद शुक्ला समेत कई बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए थे। राधिका खेड़ा ने कहा कि, राहुल गांधी की यात्रा के दौरान मुझे सुशील आनंद शुक्ला ने शराब ऑफर की। भूपेश बघेल ने कहा छत्तीसगढ़ छोड़ दो। राजीव भवन में मुझे बंद किया गया, मैं चीखती-चिल्लाती, गुहार लगाती रही। मुझे गालियां दी गईं। मैंने ये बात सचिन पायलट, भूपेश बघेल और जयराम रमेश को बताई, लेकिन कुछ नहीं हुआ।

राधिका के आरोपों पर सुशील बोले- मेरे चरित्र की हत्या हुई
राधिका की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद रायपुर में सुशील आनंद शुक्ला भी मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा, “मेरी सामाजिक और पारिवारिक प्रतिष्ठा है, मैं शिक्षित परिवार से हूं। मैं बहुत ज्यादा अपमानित और आहत हुआ हूं। राधिका खेड़ा ने मेरी राजनीतिक हत्या करने की कोशिश की है। विमर्श वाद विवाद होते रहते हैं, सिर्फ लिंग भेद के आधार पर अधिकारों का दुरुपयोग बर्दाश्त करने लायक नहीं है।”

राधिका खेड़ा के खिलाफ सुशील आनंद शुक्ला ने मानहानि का नोटिस भेज दिया है। 6 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, मैं इस मामले को ऐसे ही नहीं छोडूंगा। “दुशील” शब्द से मेरी भावनाएं आहत हुई है मैं इस पर पूरी लड़ाई लडूंगा। इसके बाद देर शाम उन्होंने मानहानि का नोटिस भेजा साथ ही राधिका को नार्को टेस्ट की चुनौती भी दे दी। राधिका और मेरा दोनों का नार्को टेस्ट हो जाए तो पता चल जाएगा कौन झूठ बोल रहा।

जानिए क्या था मामला और अब तक क्या हुआ…
1 मई : राधिका ने बुधवार को ‘X’ पर पोस्ट किया। इसमें लिखा- ‘मेरी 40 साल की उम्र में मेरे साथ ऐसा कभी नहीं हुआ। मेरी इतनी बेइज्जती कभी नहीं हुई। मैं जब उससे बात करती हूं, वो मुझ पर चिल्लाता है।’ रायपुर स्थित कांग्रेस के राजीव भवन में ये बात पार्टी की नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा ने रोते-बिलखते हुए कही। इसके बाद उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि क्या पुरुषत्व-विहीन हुई ये धरा..।

इस ट्वीट के बाद ही सारा मामला सामने आया। चर्चा है कि कांग्रेस पार्टी के मीडिया के काम में दखलअंदाजी को लेकर बहस शुरू हुई। तू-तू, मैं-मैं इस कदर बढ़ी की राधिका खेड़ा रोने लगीं। इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी PCC चीफ दीपक बैज और पार्टी के बड़े नेताओं को दी गई।

2 मई : इस पूरी घटना का वीडियो सामने आने के बाद पवन खेड़ा ने PCC चीफ दीपक बैज को पत्र लिखकर 24 घंटे के भीतर ही जवाब मंगा था।

3 मई : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बारी-बारी से राधिका खेड़ा और सुशील आनंद शुक्ला से करीब 3 घंटे से ज्यादा देर तक चर्चा की। इस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता नितिन भंसाली, सुरेंद्र वर्मा, मीडिया पैनलिस्ट परवेज आलम, दीपक पांडेय भी मौजूद रहे।

5 मई : राधिका खेड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया। उन्होंने मीडिया से कहा, ‘मैंने कभी पार्टी लाइन नहीं पार की, मैंने पूरी निष्ठा और ईमानदारी से काम किया है। सिर्फ इसलिए कि मैंने अयोध्या का दौरा किया, सिर्फ इसलिए कि मैं एक हिंदू हूं, मैं सनातन धर्म की अनुयायी हूं मुझे न्याय नहीं मिला। क्या आपकी (कांग्रेस) लड़ाई रामलला से है या आपकी लड़ाई किसी राजनीतिक दल से है ? इस पार्टी को फैसला करना होगा। मैंने 6 दिनों तक इंतजार किया और न्याय की गुहार लगाई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसलिए 22 साल बाद मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।’

6 मई: राधिका खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस आलाकमान और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के भी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने राहुल गांधी की यात्रा के दौरान सुशील आनंद शुक्ला पर शराब ऑफर करने का आरोप लगाया।

कभी नहीं सोचा था, कांग्रेस ‘राम विरोधी’ हो जाएगी
राधिका खेड़ा ने कहा कि मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मुझे ऐसी सजा मिलेगी। वह पार्टी जहां हर बैठक की शुरुआत ‘रघुपति राघव राजा राम’ से होती थी, वह कांग्रेस पार्टी “राम विरोधी” हो जाएगी। इससे पहले राधिका खेड़ा ने कहा था, ‘मैं अयोध्या धाम दर्शन करने गई थी। रामलला का दर्शन करने पर विरोध इस कदर से होगा, मैंने कभी नहीं सोचा था। जब से रामलला के दर्शन करके आई हूं, मुझे निरंतर विरोध का सामना करना पड़ा।’

नेटा डिसूजा ने कॉल कर डांटा- राधिका खेड़ा
राधिका खेड़ा ने कहा पिछले डेढ़ महीने से लगातार हमारी जब स्ट्रैटजी डिस्कस होती थी तो कहा जाता था कि हर चीज को घुमा फिरा के संविधान पर ले आओ। उसके बाद जो कर्नाटक प्रकरण हुआ तो कहा गया कि BJP को कर्नाटक वाले मुद्दे पर घेरो।

आप कर्नाटक की बात करते हैं, आप मणिपुर की बात करते हैं, महिला पहलवानों की बात कर रहे हैं, लेकिन घर में जो महिला नेत्री के साथ हो रहा है उसको लेकर एक-एक महिला नेत्री ने चुप्पी साध ली। महिला कांग्रेस अध्यक्ष, सुप्रिया श्रीनेत किसी ने कुछ नहीं कहा। बल्कि पूर्व महिला कांग्रेस के अध्यक्ष नेट्टा डिसूजा ने इस घटना के बाद मुझे कॉल कर कर डांटा और कहा कि यह क्या कर रही हो।

मैं हिंदू हूं.. सनातन धर्म की अनुयायी
राधिका ने कहा, ‘मैं एक हिंदू हूं, मैं एकसनातन धर्म की अनुयायी हूं, इसलिए मुझे न्याय नहीं मिला। क्या आपकी (कांग्रेस) लड़ाई रामलला से है या आपकी लड़ाई किसी राजनीतिक दल से है? इस पार्टी को फैसला करना होगा। मैंने 6 दिनों तक इंतजार किया और न्याय की गुहार लगाई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसलिए 22 साल बाद मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।’

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