रायपुर में लगेगा ‘चिल्ड्रन मार्केट’, बच्चे लगाएंगे दुकान : आंत्रप्रेन्योरशिप की भावना होगी डेवलप; दानी स्कूल में लगे समर कैंप में सीख रहे आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स….!!

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रायपुर में जिला प्रशासन की ओर से समर कैंप का आयोजन किया गया है। 15 दिन तक चलने वाले इस समर कैंप के बाद जून में बच्चों का बाजार (चिल्ड्रन मार्केट) लगाया जाएगा। समर कैंप में बच्चों के आर्ट एंड क्राफ्ट करने के बाद बच्चे उसकी बिक्री कर पाएंगे। कलेक्टर गौरव कुमार ने शनिवार को दानी गर्ल्स स्कूल में समर कैंप का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने परिजन से अपील करते हुए कहा कि, बच्चों की पढ़ाई और स्कूल अलावा उनके अंदर कम से कम एक प्रतिभा को जरूर जिंदा रखें। बच्चा चाहे डांस करें या सिंगिंग करे उसकी एक प्रतिभा को जिंदा रखना बेहद जरूरी है।

बच्चों के लिए 2 कैटेगरी में खुलेंगी दुकानें

रायपुर कलेक्टर ने कहा कि जून के पहले हफ्ते में बच्चों का बाजार लगाया जाएगा। समर कैम्प में बच्चे आर्ट एंड क्राफ्ट सिखेंगे इस दौरान तैयार किए गए सामान की बिक्री वे बाजार में कर पाएंगे। दुकानें 2 कैटेगरी में लोगों के लिए लगेगी। पहला 10 साल के बच्चों तक और दूसरा 10 साल से 16 साल के बच्चों के लिए। सारी चीजों की व्यवस्था जिला प्रशासन करेगा।

चिल्ड्रन मार्केट से आएगी आंत्रप्रेन्योरशिप की भावना

चिल्ड्रन मार्केट का उद्देश्य बच्चों में आंत्रप्रेन्योरशिप की भावना लाना और लोगों से सीधा संवाद करने की स्किल डेवलप करना है। कलेक्टर ने कहा कि आज के समय में परिजन अपने बच्चों को सारी चीज आसानी से उपलब्ध करा देते हैं ऐसे में बच्चों को संघर्ष करना हम नहीं सीखा पाते। बच्चों में यह भावना जरूरी है कि कोई चीज आसानी से नहीं मिलती है।

कलेक्टर ने आगे कहा कि, हो सकता है कि उनके सामान ना भी बिके, लेकिन दुकान में जब वह बच्चा बैठेगा तो वह लोगों से बात करेगा। इससे उसका स्टेज फीयर भी दूर होगा। बच्चों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।

मुफ्त समर कैंप, 600 से ज्यादा रजिस्ट्रेशन

दानी गर्ल्स स्कूल में इसका आयोजन किया गया है। समर कैंप की खास बात है कि यह जिला प्रशासन की ओर से किया गया है और पूरी तरह से मुफ्त है। इसके लिए पंजीयन भी यहीं किया जा सकता है। इसमें अब तक 600 से ज़्यादा छात्र-छात्राओं ने पंजीयन करा लिया है। सुबह 7 से 10 बजे तक इसके लिए रजिस्ट्रेशन हो सकता है।

स्क्रीन टाइम को रोकने समर कैंप बेहतर उपाय

कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह ने कहा कि स्कूल की गर्मी छुट्टी में समय का सदुपयोग करते हुए बच्चों को रचनात्मकता की ओर ले जाने के लिए बेहतर प्रयास है समर कैंप। साथ ही उन्होंने कहा कि, आजकल बच्चों में स्क्रीन टाइम बहुत बढ़ गया है। यह हर परिजन के लिए चिंता का विषय है। इसे रोकने का सबसे बेहतर तरीका समर कैंप ही है।

बच्चों में कई स्किल को डेवलप किया जा रहा

इस समर कैंप में स्पोकन इंग्लिश, कैलीग्राफी, रूबिक्स, साइंस मॉडल, हैंडीक्राफ्ट जैसी रचनात्मक चीजें बच्चों को सिखाई जा रही है। इसके अलावा पारंपरिक रूप से बांसुरी वादन, कठपुतली जैसी विधाओं को भी सिखाया जा रहा है।

वहीं योगा एवं ध्यान के अलावा शतरंज, रोप स्कीपिंग, बॉलीबॉल, खो-खो, फुटबॉल, ताईक्वाण्डो जैसे खेल भी समर कैंप में बच्चे खेल सकते हैं। समर कैंप की शुरुआत के दौरान नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा, ज़िला पंचायत सीईओ विश्वदीप, रायपुर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) नंदकुमार चौबे समेत बच्चों के परिजन भी मौजूद रहे।

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