छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में हिमगीर स्टेशन में शनिवार को रेलवे से जुड़े विभिन्न स्टॉफ को पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए सिग्नल में खराबी से लेकर रेल फ्रेक्चर होने पर यात्री ट्रेन या मालगाड़ी को दुर्घटना से बचाने के तरीके बताए गए। इसके साथ ही रेल कर्मियों को संरक्षा नियमों का पालन करते हुए सर्तकता और सजगता के साथ कार्य करने पर जोर दिया गया।
दुर्घटनाओं के संभावित कारण बताए, ताकि हादसे से बच सकें
संगोष्ठी में दुर्घनाओं के संभावित कारणों को पावर प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रदर्शित किया गया तथा दुर्घटनाओं को रोकने के उपायों और इस दौरान ली जाने वाली सावधानियों के बारे में फोकस किया गया।
साइडिंग में दुर्घटनाओं की रोकथाम पर चर्चा
साथ ही सिग्नल और पाइंट्स खराब होने पर स्टेशन मास्टर के कर्तव्य, शंटिंग के दौरान ली जाने वाली सावधानियां, ओएचई ब्लॉक के दौरान ली जाने वाली सावधानियां, रेल फ्रेक्चर और वेल्ड फ्रेक्चर की स्थिति में ट्रैक की सुरक्षा, साइडिंग में दुर्घटनाओं की रोकथाम पर चर्चा की गई।
इसके साथ ही लोडिंग और अनलोडिंग पाइंट्स पर वैगन के दरवाजों का सही ढंग से बंद होना सुनिश्चित करना, नान-सिग्नलिंग में गाड़ी चलाने के दौरान चालक एवं सहायक चालकों का कर्तव्य, शंटिंग के समय ट्रेन मैनेजर के कर्तव्य, आपदा प्रबंधन के तरीकों जैसे अनेक गहन विषयों पर चर्चा की गई।
फायर फाइटिंग, फर्स्ट एड की ट्रेनिंग
रेल कर्मियों की संगोष्ठी में नागरिक सुरक्षा निरीक्षक के द्वारा फायर फाइटिंग और प्रथमोपचार की भी ट्रेनिंग दी गई । संगोष्ठी में अधिकारियों द्वारा संरक्षा नियमों की जानकारी अद्यतन रखने तथा संरक्षा नियमों का पालन करते हुए अपने कार्यों का निष्पादन सर्तकता का परामर्श दिया गया।
इस दौरान मंडल रेल प्रबंधक प्रवीण पाण्डेय के मार्गदर्शन और वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी साकेत रंजन, एआरएम ब्रजराजनगर दीपक पारिख और संरक्षा सलाहकारों की उपस्थिति में आयोजित संरक्षा संगोष्ठी में स्टेशन मास्टर, चालक, परिचालक ट्रेन मैनेजर, फिटर, एसएसई, जेई, डीटीआई, पाइंटमैन, गेटमैन, सहित सभी विभागों के रेल कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।