वैशाली नगर बीजेपी प्रत्याशी रिकेश सेन का एक विडियो चुनाव से तीन दिन पहले वायरल करवाया गया .जिसमें रिकेश सेन को कुछ आपत्ति जनक बातों के साथ दिखाया गया है. इस विडियो को कांग्रेस ने अपने ऑफिसियल X से भी पोस्ट किया गया है.
इस वीडियो की जब राष्ट्रबोध ने पड़ताल की तब पता चला कि 2 मिनट 22 सेकेंड के इस वीडियो में कई कट लगे हैं यानि जारी किए गए वीडियो में काटछांट की गई है। इस वीडियो में कुछ जगहों में कहे गए शब्द और वीडियो में लिप्सिंग भी मैच नहीं कर रहे हैं। इसमें कुछ बातें दिवंगत पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली को लेकर कही गई है, जबकि उनका निधन 24 अगस्त 2019 में हो गया है।
इसके अलावा वीडियो के बीच में कुछ जगहों में रिकेश सेन दिखाई भी नहीं दे रहे हैं। हमनें जब रिकेश सेन से इस वीडियो को लेकर बात की तब उन्होंने बताया कि वीडियो 10 साल से भी ज्यादा पुराना है और वीडियो में दिख रहे शख्स वही है लेकिन इस वीडियो में लिप्सिंग बदली गई है। उन्होंने कहा कि 2007 का ये वीडियो है जब वे बीजेपी में शामिल भी नहीं हुए थे और निर्दलीय चुनाव लड़ते थे। 2008 में उन्होंने बीजेपी जॉइन की थी। उस समय बड़े नेताओं को जानते भी नहीं थे।
इससे पहले भी एक वीडियो जारी किया गया था। उसमें भी छेड़खानी की गई थी। सेन ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव की वजह से उनका चरित्र खराब करने के लिए एडिट किया गया है। इस मामले में उन्होंने एफआईआर की बात भी कही है।
राष्ट्रबोध ने इस बारे में टेक्निकल एक्सपर्ट आनंद वर्मा से बात की तो उन्होंने बताया की पहली बार ध्यान से देखने पर ही पता चल रहा है कि कुछ जगहों पर रिकेश सेन की कही बातें और लिप्सिंग मैच नहीं करती। साथ ही इसमें अरुण जेटली जैसे चार साल पहले दिवंगत नेताओं का उल्लेख किया गया है, जिससे ये भी पता चलता है कि ये वीडियो काफी पुराना है। ऐसे में नए संदर्भ जोड़कर इसे अभी वायरल किया जा रहा है, जिससे साफ़ स्पष्ट होता है कि विडियो में दिए गए संदर्भ और ओरिजिनल वीडियो में काफी अंतर है। कुल मिलाकर चुनाव से पहले ऐसे विडियो की हकीकत पब्लिक भी खूब समझ रही है।