प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पीडिया एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि, झीरम कांड का दिन 25 मई और इस दिन प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नक्सलियों के समर्थन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। यह देखकर दुख हुआ।
रायपुर के भाजपा एकात्म परिसर कार्यालय में मीडिया से बातचीत में शिवरतन शर्मा ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनने के बाद सरकार ने एक लक्ष्य निर्धारित किया कि हम दो साल के अंदर छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से मुक्त करेंगे। हमने नक्सलियों के सामने वार्ता का प्रापोजल रखा है। आगे पुलिस को जो कार्रवाई करनी है, वो चलेगी।
कांग्रेसियों का स्टैंड स्पष्ट नहीं
उन्होंने कहा कि, हमारी सरकार कार्रवाई कर रही है। 5 महीने के अंदर 115 से अधिक नक्सली मारे गए हैं। जब भी नक्सली मारे जाते हैं, तो कांग्रेस का कोई ना कोई नेता खड़े होकर कहता है कि वह नक्सली नहीं थे गांव वाले थे। कांग्रेस का कोई नेता आता है तो उनको क्रांतिकारी बता देता है। कोई नेता आता है, तो उनको भटके हुए लोग बता देता है।
वास्तव में कांग्रेस जो है पूरी तरह से नक्सलवाद पर कन्फ्यूज्ड है। मैं समझता हूं कि कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता अपने चुनाव में नक्सलियों का सपोर्ट प्राप्त करते हैं, समर्थन लेते हैं। आंध्रप्रदेश में एक कांग्रेस विधायक तो पूर्व नक्सली बताती है, खुद को। इसलिए नक्सलियों के प्रति कांग्रेस के लोगों भावना सॉफ्ट रहती है। नक्सलियों के समर्थन में खड़े होते हैं।
जवानों की मौत पर जांच दल क्यों नहीं बनाती कांग्रेस
शिवरतन शर्मा ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि, पीडिया मुठभेड़ के बाद कांग्रेस ने एक जांच दल बनाया। मैं दीपक बैज से पूछना चाहता हूं कि कितनी बार सुरक्षाबल के जवान मारे गए, कितने निर्दोष नागरिक मारे गए, कुछ तो छोटे बच्चे भी मारे गए हैं। तो तब जांच समिति क्यों नहीं बनाती कांग्रेस।
जवानों का हौसला तोड़ रही कांग्रेस
सैकड़ों गिरफ़्तार हुए हैं, बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण भी कर रहे हैं। आज भी 35 नक्सली के आत्मसमर्पण की खबर है। ऐसे समय अपने ही जवानों पर अविश्वास करते हुए मुठभेड़ की जांच के लिए कांग्रेस द्वारा कमिटी बनाया जाना ही आपत्तिजनक है।
एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने की तर्ज़ पर ही कांग्रेस हर कदम पर सवाल उठा कर सुरक्षा बलों का मनोबल तोड़ने का कार्य करती है, कांग्रेस के ऐसे आचरण की जितनी निंदा की जाय, कम है।
फर्जी एकाउंटर पर भाजपा की सफाई
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने पीडिया मुठभेड़ को लेकर कहा कि, तेंदूपत्ता तोड़ने गए लोगों को पुलिस ने मार दिया। इसका जवाब देते हुए शर्मा ने कहा कि जहां पर मुठभेड़ हुई, वहां तेंदूपत्ता तुड़ाई का काम होता ही नहीं है। तेंदूपत्ता तुड़ाई वहां स्थानीय लोग करते हैं, जबकि नक्सली बीस किलोमीटर दूर से आए हुए थे। बस्तर में इतनी दूर जाकर कोई तेंदूपत्ता नहीं तोड़ता।
मुठभेड़ के बाद कुल 14 नक्सली गिरफ़्तार भी किए गए, जिन पर कुल 41 लाख का इनाम था। अगर मारना ही होता, तो गिरफ़्तार क्यों करते ? हम छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कांग्रेस बताए कि वो नक्सलवाद का खात्मा छत्तीसगढ़ से चाहती है या नहीं।
सरकार ने बार-बार बातचीत का भी आह्वान किया है। आत्मसमर्पण और पुनर्वास पर भी काम कर रही है। साथ ही आवश्यकता पड़ने पर ताक़त से भी काम लेकर यह समस्या समाप्त करेगी। ऐसा हमारी सरकार कांग्रेस के कुनीतियों के बावजूद करेगी।