छत्तीसगढ़ में आज भी कई इलाके लू की चपेट में रहेंगे। नौतपा के छठवें दिन यानी गुरुवार को प्रदेश में कई प्रमुख शहरों में हीट वेव का असर दिखा। गर्म हवा के थपेड़े दिनभर झुलसाते रहे। वहीं, रात को रात 8 बजे तक यही स्थिति रही। गुरुवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान 46.9 डिग्री मुंगेली में रिकॉर्ड किया गया। तेज गर्मी और लू की वजह से प्रदेश में 3 लोगों की जान जा चुकी है। इस सीजन में 30 मई को रायपुर बेहद गर्म रहा। दोपहर में तापमान रिकॉर्ड 46.8 डिग्री पर पहुंच गया। यह पिछले एक दशक का सबसे गर्म दिन रहा है। आज प्रदेश के 16 जिलों में अगले 24 घंटे के लिए लू का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
आज ऐसा रहेगा प्रदेश का मौसम
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2 दिनों में प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा। इसके बाद 2 से 3 डिग्री तापमान में गिरावट होगी। मौसम विज्ञानी डाॅ. गायत्री वाणी कांचिभ ने बताया कि छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को कुछ जगहों पर लू चलने की संभावना है।
शाम और रात में तेज अंधड़ और बिजली चमकने की संभावना है। रायपुर में आज दोपहर का तापमान 46 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है, वहीं रात में भी पारा 32 डिग्री के आसपास रहेगा।
बिलासपुर में तापमान 46 डिग्री पार
गुरुवार को बिलासपुर में अधिकतम तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां गर्म हवाओं के साथ हीट वेव जैसी स्थिति है। गर्मी का आलम यह है कि सुबह लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। वहीं, रात को भी तापमान 30 डिग्री तक गया, जिस वजह से बेचैनी और उमस हो रही है।
लू के हालात को देखते हुए कलेक्टर ने समर कैंप बंद कर स्कूली बच्चों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। वहीं, एसपी रजनेश सिंह ने भरी दोपहरी में चौक-चौराहों पर तैनात जवानों को छांव में बैठकर ड्यूटी करने को कहा है। इसके साथ ही सभी थानों में जवानों और फरियादियों के लिए प्याऊ घर खोलने के निर्देश दिए हैं।
हवाई उड़ानों पर भी भीषण गर्मी का असर
बिलासपुर में भीषण गर्मी का असर हवाई उड़ान पर देखने को मिल रहा है। गुरुवार को दिल्ली जाने वाली फ्लाइट डेढ़ घंटे देरी से उड़ान भरी। इस दौरान मुश्किल से यात्रियों का लगेज अरेंज किया गया। दूसरी तरफ दिल्ली से तीन दिन पहले आए यात्रियों को गुरुवार की शाम लगेज मिल पाया, जिससे नाराज यात्रियों ने एयरपोर्ट में हंगामा मचाया।
सरगुजा संभाग में लू का अलर्ट, बलरामपुर में तापमान 45 पार
सरगुजा संभाग में नौतपा के दौरान अधिकतम तापमान के सालों के रिकॉर्ड टूट रहे हैं। सरगुजा में अधिकतम तापमान 44 डिग्री के आसपास बना हुआ है। बलरामपुर और सूरजपुर ज्यादा तप रहे हैं। गुरुवार को बलरामपुर में अधिकतम तापमान 45.3 डिग्री रहा। मैनपाट में तापमान 41.2 डिग्री पहुंच गया। मौसम विभाग ने संभाग में लू का अलर्ट जारी किया है।
रायपुर में ड्यूटी के दौरान जवान ने दम तोड़ा, अब तक 2 मौतें
रायपुर में गर्मी के चलते गुरुवार को ट्रैफिक पुलिस जवान भगीरथी कंवर ने दम तोड़ दिया। वह भनपुरी यातायात थाने में पोस्टेड था। वहीं, एक बुजुर्ग तीरथ राम साहू की मौत हो गई। वह रायपुर के धरसींवा से पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने के लिए बुधवार को रायपुर आया था।
आज 16 जिलों में हीट वेव का यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने आज 16 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में आज हीट वेव चलेगी और रात को भी तापमान ज्यादा रहेगा। आज मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, बिलासपुर, कोरबा, मुंगेली, जांजगीर, सक्ती, राजनांदगांव, रायपुर, महासमुंद, दुर्ग और बेमेतरा जिले में एक-दो पॉकेट में हीट वेव की चेतावनी के साथ यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बस्तर संभाग में बीजापुर जिला सबसे गर्म
बस्तर में भी उमस और गर्मी से लोग परेशान हैं। जगदलपुर में लो वॉल्टेज की समस्या होने लगी है। जिससे बार-बार बिजली गुल हो रही है। इधर, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले का भी यही हाल है। चिलचिलाती धूप और गर्मी ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है।
बस्तर संभाग में गुरुवार को 42.9 डिग्री के साथ बीजापुर जिला सबसे ज्यादा गर्म रहा। इसी के साथ दंतेवाड़ा और कांकेर में भी 42.8 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। नारायणपुर में 41.7 और बस्तर जिले का तापमान 40.7 डिग्री तक पहुंच गया। इन जिलों में रात में भी गर्मी ने बेहाल कर दिया है।
CM साय बोले- अपना ख्याल रखें
प्रदेश में भीषण गर्मी और गर्म हवाओं के थपेड़ों को देखते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने लोगों से सावधानी बरतने और इससे बचने का आग्रह किया है। उन्होंने लोगों से खुद का और परिजनों का ख्याल रखने की बात कही है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर दिए अपने वीडियो संदेश में CM साय ने कहा, ‘विगत कुछ दिनों से प्रदेश में तापमान में भारी वृद्धि हुई है। झुलसाने वाली गर्म हवाओं के थपेड़े चल रहे हैं। जिसके चलते गर्मी और लू से बचाव के लिए जरूरी सावधानी बरतें।’
अग्निशामक यंत्र की सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश
भीषण गर्मी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को प्रदेश के सभी सरकारी दफ्तरों, छोटे-बड़े उद्योगों, होटलों, बहुमंजिला इमारतों, मॉल, गेमिंग जोन, अस्थाई प्रदर्शनियों, पेट्रोल पंप का मौका मुआयना कर अग्निशामक यंत्र की सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने सभी संस्था संचालकों से आग्रह किया है कि वे अपने प्रतिष्ठान में अग्निशामक यंत्रों का होना सुनिश्चित करें। समय-समय पर उसका निरीक्षण-परीक्षण भी करें। जिससे आपात स्थिति में हालात को फौरन काबू किया जा सके और जनहानि से बचा जा सके।
छत्तीसगढ़ के बांध सूखने लगे हैं
इस सीजन तेज गर्मी के कारण प्रदेश के प्रमुख बांधों के हालात भी ठीक नहीं है। बड़े और छोटे बांधों में जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है। गंगरेल में वाटर लेवल डाउन होने से बीएसपी को पानी सप्लाई बंद कर दिया गया है। बीएसपी के अलावा रायपुर, धमतरी, बीरगांव के लगभग 20 लाख लोगों तक पीने के पानी का संकट मंडराने लगा है।
यहां पर पिछले साल की तुलना में 22 फीसदी ज्यादा पानी खाली हो गया है। वहीं, दुधावा बांध में पिछले साल से 50 फीसदी पानी कम हो गया है। यही हाल तांदुला, मिनीमाता बांगो, सिकासेर, खारंग, सोंढूर, कोडार, मनियारी, केलो और अरपा भैंसाझार डैम का भी है।
प्रदेश के लगभग सभी छोटे-बड़े बाधों की हालत खराब
प्रदेश के बड़े बांधों की कुल क्षमता 5335 मिलियन क्यूबिक मीटर है। अभी 1863 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी बचा है। इसी तरह मध्यम बांधों की कुल क्षमता 1004 मिलियन क्यूबिक मीटर है। इनमें 302 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी ही शेष है।
इस तरह देखा जाए तो प्रदेश के लगभग सभी छोटे-बड़े बाधों की हालत खराब है। ऐसे में अगर समय पर मानसून नहीं आया तो बड़े शहरों को पीने के पानी का संकट होने के साथ ही निस्तारी और सिंचाई के लिए भी पानी नहीं मिल पाएगा।