राजधानी में जीई रोड पर पिछले पांच साल से अधूरे खड़े स्काईवाॅक का काम अक्टूबर से शुरू करने की तैयारी है। पीडब्ल्यूडी मंत्री अरुण साव के निर्देश पर सेतु निगम के इंजीनियरों ने स्काईवॉक के अधूरे स्ट्रक्चर की मजबूती की जांच कर ली है। पूरे स्ट्रक्चर के सभी हिस्सों का स्टील और नट बोल्ट सही है। यानी मजबूती में कोई कमी नहीं है। वेल्डिंग, पेटिंग, फ्लोरिंग, हुड एवं पलरिंग फिक्सिंग का काम अधूरा पड़ा है।
इसी कारण इसके कई हिस्सों में जंग लगना शुरू हो गया है। इससे स्ट्रक्चर की मजबूती पर असर पड़ सकता है। सेतु निगम की टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। अफसरों के अनुसार अक्टूबर माह तक स्काईवॉक को पूरा करने का काम शुरू किया जा सकता है। स्काईवॉक का काम 2018 में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद तुरंत रोक दिया गया था।
कांग्रेस ने विपक्ष में रहते हुए ही इसका विरोध किया था। कांग्रेस नेताओं का तर्क था कि ये फिजूलखर्ची है। केवल भ्रष्टाचार के लिए इसे बनाया जा रहा है। स्काईवॉक का उपयोग कम लोग करेंगे। इन्हीं तर्कों के आधार पर कांग्रेस ने काम रुकवाने के साथ ही इसमें कथित तौर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जांच के आदेश दिए थे।
40 करोड़ किए जा चुके हैं खर्च
30 करोड़ और खर्च किए जाएंगे स्काईवाॅक के निर्माण के लिए 2017 में 77 करोड़ रुपए का टेंडर जारी हुआ था। वर्तमान में 40 करोड़ काम पूरा हो चुका है। 30 करोड़ का काम होना शेष है। राज्य में जब से भाजपा की सरकार बनी है, तभी से स्काईवॉक दोबारा बनाने की चर्चा शुरू हो गई है। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने अरुण साव ने कई बार यही कहा था कि इस बारे में सर्वे करवाया जा रहा है।
कहीं एसीपी शीट और कहीं एल्यूमीनियम के फ्रेम चोरी
जय स्तंभ चौक पर स्थित मल्टीलेवल पार्किंग से शास्त्री चौक तक फिर वहां से अंबेडकर अस्पताल के गेट तक स्काईवॉक का स्ट्रक्चर तैयार है। जांच में पता चला है कि अभी कहीं एसीपी शीट तो कहीं एल्युमिनियम फ्रेम को असमाजिक तत्व चुराकर ले गए हैं। कुछ जगहों पर डिवाइडर रेलिंग को भी चोरी किया गया है। राहगीरों को चढ़ने उतरने के लिए 12 जगहों पर सीढ़ी, एसकेलेटर और लिफ्ट लगाई जानी है। इन जगहों पर खुले समानों को भी चोरी कर लिया गया है। लेकिन निरीक्षण के बाद अफसरों ने विद्युत काम के लिए सभी समानों की स्थिति को बेहतर पाया है।
मल्टीलेवल पार्किंग वाले हिस्से से शुरू होगा काम
जयस्तंभ चौक के पास मल्टीलेवल पार्किंग से अंबेडकर अस्पताल के गेट तक 1500 मीटर लंबे स्काईवॉक के स्ट्रक्चर को दोबारा बनाने का काम पार्किंग के पास से ही शुरू किया जाएगा। इस हिस्से में सीढ़ी का स्ट्रक्चर खड़ा होने के साथ फ्लोर और छत का काम भ्ी हो चुका है। इसी पैच से काम को आगे बढ़ाकर शास्त्री चौक ले जाया जाएगा। उसके बाद शास्त्री चौक से अंबेडकर अस्पताल वाले पैच का काम किया जाएगा।
इसलिए बना रहे
- जीई रोड पर ट्रैफिक का दबाव ज्यादा होने से पैदल चलने वालों को परेशानी { शास्त्री चौक को पैदल पार करने में दिक्कत।
- शास्त्री चौक से पैदल अंबेडकर अस्पताल पहुंचने में दिक्कत।
स्काईवाॅक के निर्माण के लिए अफसरों से पूरे स्ट्रक्चर की सर्वे रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर इसे बनाने का फैसला होगा।
अरूण साव, मंत्री पीडब्ल्यूडी छत्तीसगढ़