छत्तीसगढ़ में रायपुर, बलौदाबाजार, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, बिलासपुर, पेंड्रा, रायगढ़ ,कोरबा, जांजगीर मुंगेली, कोरबा, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम, राजनांदगांव, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, कांकेर, बीजापुर, नारायणपुर जिले में बूंदाबांदी के आसार हैं। अगले 24 घंटे में रायपुर, दुर्ग बिलासपुर और सरगुजा संभाग में अधिकतम तापमान में कोई परिवर्तन नहीं होगा। वहीं दिन का तापमान 1-3 डिग्री तक बढ़ सकता है।
बता दें कि में सुकमा से मानसून पिछले तीन दिनों से आगे नहीं बढ़ा है। मानसून के सक्रिय नहीं होने से प्रदेश में गर्मी और उमस बढ़ गई है। पहले उम्मीद की जा रही थी कि एक-दो दिनों में पूरे बस्तर में सक्रिय होने के बाद मध्य और उत्तरी छत्तीसगढ़ में इसकी एंट्री हो जाएगी। बस्तर के साथ ही राज्य के बाकी हिस्सों में भी मानसून का इंतजार बढ़ता जा रहा है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून पिछले तीन दिनों में अरब सागर से लगातार आगे बढ़ रहा है। महाराष्ट्र के बड़े हिस्से में सक्रिय हो चुका है, लेकिन छत्तीसगढ़ में अभी भी थमा हुआ है। 8 जून को मानसून सुकमा में पहुंच गया। इसके बाद पिछले तीन दिनों से वह आगे ही नहीं बढ़ा है
ऐसा रहा मौसम
सोमवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान रायपुर के तिल्दा में 43.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं सबसे कम तापमान 20.5 नारायणपुर में रिकॉर्ड किया गया। मानसून की देरी से आने के कारण कई जिलों में दिन का तापमान बढ़ गया है। रायपुर में पारा 40.6 डिग्री रहा वहीं रात का पारा 26.6 डिग्री दर्ज किया गया।
वहीं दुर्ग और बिलासपुर का पारा 40.2 डिग्री रहा, अंबिकापुर में तापमान 39.6 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 2.4 डिग्री अधिक रहा। प्रदेश के अन्य जिलों में भी पारा 39 से 42 डिग्री के बीच रहा।
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा के मुताबिक फिलहाल आगे के तीन दिन अभी तापमान बढ़ता जाएगा। मंगलवार से अरब सागर से आ रही हवा में नमी कम हो जाएगी। जिससे पूर्व की हवा का असर बढ़ने लगेगा। इससे जिलों का तापमान थोड़ा बढ़ने लगेगा। धीमी गति से होने वाली यह बढ़ोतरी 14 जून तक जारी रहेगी। 15 जून से मानसून के पहुंचने की संभावना है।