FSSAI ने पकड़ा 500 किलो नकली पनीर:कब्ज और फूड पॉइजनिंग का खतरा, ऐसे पहचानें असली-नकली पनीर में अंतर….!!

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भारत में अधिकांश शाकाहारी लोगों की पहली पसंद पनीर से बनी रेसिपी होती है। यही कारण है कि किसी भी शाकाहारी होटल या रेस्तरां के मेन्यू कार्ड की शुरूआत मटर पनीर, शाही पनीर, कढ़ाई पनीर जैसी डिश से होती है। पनीर भारतीय व्यंजनों में स्वाद ही नहीं, बल्कि सेहत का भी पर्याय है। पनीर प्रोटीन का एक अच्छा सोर्स है। जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। लेकिन देश में बड़े स्तर पर नकली पनीर की बिक्री हो रही है। जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। हाल ही में फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने देहरादून चार धाम यात्रा मार्ग पर कई दुकानों से 500 किलो नकली पनीर पकड़ा। ऐसे में पनीर को लेकर लोगों के मन में अक्सर ये दुविधा बनी रहती है कि वह जिस पनीर को खा रहे हैं, वह असली है या नकली। दोनों देखने में बिल्कुल एक जैसे होते हैं। ऐसे में महज देखने से अंतर कर पाना मुश्किल होता है।

इसलिए आज जरूरत की खबर में बात असली पनीर की पहचान की।

साथ ही जानेंगे कि-

  • नकली पनीर खाना कितना खतरनाक है?
  • पनीर खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

सवाल- नकली पनीर कैसे बनाया जाता है?

जवाब- नकली पनीर को बनाने के लिए खराब दूध, आटा, डिटर्जेंट पाउडर, पाम ऑयल, ग्लिसरॉल मोनोस्टियरेट पाउडर जैसी चीजों को मिलाया जाता है। इसके अलावा असली पनीर के जैसा शेप(आकार) देने के लिए नकली पनीर में सल्फ्यूरिक एसिड का इस्तेमाल किया जाता है। ये सभी चीजें शरीर के लिए नुकसानदायक होती हैं।

  • नकली पनीर में मौजूद केमिकल किडनी और लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  • नकली पनीर खाने से फूड पॉइजनिंग, पेटदर्द, अपच या उल्टी जैसी हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।
  • कुछ लोगों को नकली पनीर खाने से स्किन एलर्जी होने का भी खतरा रहता है।

सवाल- नकली पनीर की पहचान कैसे कर सकते हैं?

जवाब- आम लोगों के पास असली पनीर या नकली पनीर को पहचानने के लिए कोई लैब या मशीनरी नहीं होती है। यही कारण है कि देश में नकली पनीर का बाजार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है।

लेकिन आप घर पर भी असली पनीर की पहचान कर सकते हैं। इसका सबसे आसान तरीका है कि इसे हाथों से मसलकर देखें। ऐसा करने पर नकली और मिलावटी पनीर का चूरा बन जाएगा क्योंकि यह पाउडर मिल्क से बनाया जाता है। जबकि असली पनीर ज्यादा सॉफ्ट होता है।

सवाल- असली पनीर और नकली पनीर की कीमतों में कितना फर्क होता है?

जवाब- असली और नकली पनीर की कीमतों में भी अंतर होता है। दूध से बने शुद्ध पनीर का मार्केट रेट 400 से 450 रुपए प्रति किलो के करीब होता है क्योंकि एक किलो असली पनीर को बनाने के लिए करीब 5 किलो दूध की जरूरत पड़ती है।

जबकि मिलावटी या आर्टिफिशियल पनीर का मार्केट रेट 150 से 250 प्रति किलो के बीच होता है। इसे फुटकर विक्रेता या दुकानदार असली पनीर की कीमत में बेच देते हैं। मुनाफे के लालच में ये दुकानदार लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हैं।

सवाल- नकली पनीर की सबसे ज्यादा सप्लाई कब होती है?

जवाब- शादी, विवाह का सीजन आते ही मिलावटखोर सबसे ज्यादा सक्रिय होते हैं क्योंकि ऐसे समय में दूध, मावा और पनीर की खपत बढ़ जाती है। जबकि दूध का उत्पादन तो उसी मात्रा में हो रहा है। ऐसे में मिलावटखोर नकली पनीर बनाना शुरू कर देते हैं। यही वजह है कि शादियों का सीजन आते ही नकली पनीर की सप्लाई बढ़ जाती है।

नकली पनीर की सबसे बड़ी पहचान ये हैं कि इसे तलने के बाद कोई स्वाद नहीं आता है। आप भी शादी-बारात में पनीर खाकर कई बार इसके स्वाद से निराश हुए होंगे। दरअसल यह खराब स्वाद नकली पनीर की वजह से ही था।

सवाल- पनीर खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें?

जवाब- पनीर खरीदते समय दुकानदार से बतौर सैंपल थोड़ा पनीर जरूर मांगें। इसके बाद इन पॉइंट्स का ध्यान रखें।

  • असली पनीर सॉफ्ट और स्पॉन्जी होता है। इसलिए खरीदते समय पनीर को हल्का-सा दबाकर जरूर देखें। अगर उसकी बनावट हार्ड है तो वह नकली पनीर हो सकता है।
  • असली पनीर सिर्फ दूध से बनाया जाता है, इसमें दूध के अलावा किसी तरह की गंध या स्वाद नहीं आता है। अगर पनीर को खाने के बाद दूध के अलावा किसी अन्य तरह का स्वाद महसूस हो रहा है तो पनीर मिलावटी हो सकता है।
  • असली पनीर रबर की तरह खिंचता नहीं है। वह नरम और मुलायम बना रहता है।

सवाल- पैकेज्ड पनीर खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें?

जवाब- पैकेज्ड पनीर खरीदते समय हमेशा उसकी मैन्युफैक्चरिंग डेट और एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें। इसके अलावा पनीर को स्टोर करने के लिए सही व्यवस्था की गई है या नहीं, इसका ध्यान रखें। डेयरी प्रोडक्ट्स ज्यादा गर्मी में भी खराब हो जाते हैं।

चलते चलते जानिए कि पनीर के हेल्थ बेनिफिट्स क्या हैं, और इसमें कौन से न्यूट्रिएंट्स होते हैं।

पनीर में मौजूद कैल्शियम, प्रोटीन, फॉस्फोरस, फोलेट जैसे न्यूट्रिएंट्स शारीरिक और मानसिक विकास के लिए फायदेमंद होते हैं।

100 ग्राम पनीर में करीब 18 ग्राम प्रोटीन होता है। प्रोटीन बॉडी में हार्मोन और मसल्स को मजबूत बनाता है। इसके अलावा पनीर से पाचन क्रिया भी बेहतर होती है। पनीर खाने के आप ओवरइटिंग से बच सकते हैं।

सवाल- पनीर के खाने से किस तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स दूर होती हैं?

जवाब- पनीर में मौजूद कैल्शियम और फॉस्फोरस जैसे तत्व हड्डियों और दांतों के लिए फायदेमंद होते हैं। जिन लोगों को जोड़ों की दर्द या सूजन की समस्या है, उनके लिए पनीर का सेवन करना काफी फायदेमंद है। इसके अलावा पनीर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट इम्यूनिटी को बूस्ट करने में सहायक होते हैं।

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