पिछले IPL में कई युवा भारतीय क्रिकेटरों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से खूब वाहवाही बटोरी। इन्हीं में एक नाम राजस्थान रॉयल्स के युवा खिलाड़ी रियान पराग का है, जो अपने धमाकेदार खेल की वजह से IPL के दौरान काफी सुर्खियों में रहे। लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि अपनी एक गलती की वजह से रियान सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का शिकार हो गए।दरअसल रियान पराग अपने गेमिंग सेशन की लाइव स्ट्रीमिंग कर रहे थे। स्ट्रीमिंग लाइव होने के कुछ देर बाद जब रियान कॉपी फ्री म्यूजिक सर्च कर रहे थे तो उनकी यूट्यूब हिस्ट्री लीक हो गई। दावा किया जा रहा है कि उनकी सर्च हिस्ट्री में ‘अनन्या पांडे हॉट’ और ‘सारा अली खान हॉट’ लिखा था।
सर्च हिस्ट्री तो ऐसी चीज है कि किसी और के हाथ न ही लगे तो बेहतर। कंप्यूटर-इंटरनेट के शुरुआती दिनों में जब पापाओं को सर्च हिस्ट्री डिलिट करनी नहीं आती थी और घर में एक ही कॉमन कंप्यूटर हुआ करता था तो बेटों को पापा के सारे सीक्रेट पता चल जाते थे। पापा को नहीं चलते थे कि क्योंकि बच्चे टेक्नोलॉजी के मामले में पैरेंट्स से हमेशा चार कदम आगे ही थे।
तो बात ये है कि सर्च हिस्ट्री थोड़ा संवेदनशील मसला है। इसलिए आज जरूरत की खबर में बात करते हैं सर्च हिस्ट्री की और जानते हैं कि-
- यूट्यूब की सर्च हिस्ट्री डिलीट या पॉज कैसे कर सकते हैं?
- गूगल की सर्च हिस्ट्री कैसे डिलीट कर सकते हैं?
सवाल- सर्च और वॉच हिस्ट्री क्या है?
जवाब- जब भी आप किसी सर्च इंजन या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कुछ भी सर्च करते या देखते हैं तो आपका हरेक क्लिक, सर्च और वेबपेज आपकी ऑनलाइन ब्राउजिंग हिस्ट्री में रिकॉर्ड हो जाता है। इसे उस प्लेटफॉर्म के हिस्ट्री ऑप्शन पर क्लिक करके देख सकते हैं।
इससे कई फायदे होते हैं। जैसेकि-
- हर बार सर्च करने के लिए पूरा टेक्सट लिखने की जरूरत नहीं होती।
- यह यूजर की पर्सनल लाइब्रेरी की तरह है।
- किसी पुराने प्ले किए हुए वीडियो को तुरंत निकाल सकते हैं।
- यूजर को बेहतर एक्सपीरियंस देने के लिए सर्च इंजन यह ऑप्शन देते हैं।
- इंटरनेट की दुनिया में यह हमारे डिजिटल फुटप्रिंट की तरह है।
सवाल- सर्च और वॉच हिस्ट्री को क्यों डिलीट करना चाहिए?
जवाब- किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जब आप कुछ सर्च या वॉच करते हैं, तो वह सेव हो जाता है। इसका अर्थ है कि अगर कोई आपके डिवाइस में यूट्यूब या गूगल खोलता है तो उसे पता चल जाएगा कि आप क्या देखते या सर्च करते हैं। यह एक तरह से आपकी निजता का उल्लंघन भी है। किसी और तक यह इंफॉर्मेशन क्यों पहुंचनी चाहिए।
ऐसे में अगर आप नहीं चाहते कि किसी के साथ यह इन्फॉर्मेशन शेयर हो तो आप अपनी सर्च हिस्ट्री को डिलीट भी कर सकते हैं। इससे आपकी गोपनीयता बनी रहती है।
इसके अलावा सर्च और वॉच हिस्ट्री को क्लियर करने से आपके मोबाइल या ऐप का स्टोरेज कम हो जाता है, जिससे वह स्मूदली चलता है।
सवाल- यूट्यूब सर्च हिस्ट्री कैसे डिलीट कर सकते हैं?
जवाब- यूट्यूब गूगल की ही एक वीडियो शेयरिंग सर्विस है। लेकिन इसके सर्च बार में हिस्ट्री को डिलीट करने का सीधा ऑप्शन नहीं मिलता है।
हालांकि ऐप की सेटिंग्स में जाकर आसानी से हिस्ट्री डिलीट कर सकते हैं। हिस्ट्री को ऑटो डिलीट भी कर सकते हैं। उसके लिए 3 महीने, 18 महीने और 36 महीने का ऑप्शन दिया होता है।
खास बात यह है कि डिलीट करते समय आपको तीन ऑप्शन मिलते हैं। जैसेकि-
- आज की हिस्ट्री
- किसी पर्टिकुलर तारीख की हिस्ट्री
- टोटल हिस्ट्री
इसके जरिए आप अपनी इच्छा के मुताबिक किसी भी ऑप्शन को चुन सकते हैं।
सवाल- क्या ऐसा भी हो सकता है कि यूट्यूब पर कुछ भी सर्च करने पर वह हिस्ट्री में सेव ही न हो?
जवाब- यूट्यूब की वॉच हिस्ट्री और सर्च हिस्ट्री को हर बार डिलीट करना याद नहीं रहता। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि कुछ भी सर्च या देखा हुआ कभी हिस्ट्री में सेव न हो तो यूट्यूब हिस्ट्री को रोक (Pause) भी सकते हैं।
इसके लिए इन स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं।
- अपने प्रोफाइल फोटो पर जाएं।
- सेटिंग पर क्लिक करें।
- ‘मैनेज ऑल हिस्ट्री’ पर क्लिक करें।
- ‘सेविंग योर यूट्यूब हिस्ट्री’ पर जाकर इसे टर्न ऑफ कर दें।
सवाल- गूगल हिस्ट्री को कैसे डिलीट कर सकते हैं?
जवाब- गूगल यूजर का बहुत सारा डेटा स्टोर करके रखता है। आप क्या देखते हैं या सर्च करते हैं, गूगल के पास इसकी जानकारी होती है। यानी कि गूगल के पास हर समय यूजर के पर्सनल डेटा से जुड़ी जानकारी पहुंच रही होती है। हालांकि इसकी परमिशन यूजर खुद देता है। अगर यूजर चाहता है कि इस जानकारी का कोई रिकॉर्ड न रहे तो वह गूगल हिस्ट्री को डिलीट भी कर सकता है।
सवाल- यह कैसे देख सकते हैं कि आपके ई-मेल का एक्सेस गूगल किस एप्लिकेशन या साइट के साथ शेयर कर रहा है?
जवाब- इसे देखना बहुत आसान है। इसके लिए इन स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं।
- सबसे पहले अपने फोन में गूगल ऐप खोलें।
- प्रोफाइल फोटो पर जाकर ‘मैनेज योर अकाउंट’ पर क्लिक करें।
- लेफ्ट स्क्रॉल करने के बाद ‘सिक्योरिटी’ के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- नीचे स्क्रॉल करके ‘सी ऑल कनेक्शंस’ पर क्लिक करें। फिर आप उन सभी ऐप्स की लिस्ट देख सकते हैं।
- अगर किसी ऐप से एक्सेस हटाना चाहते हैं तो ऐप पर क्लिक करके उसे डिलीट कर सकते हैं।
सवाल- गूगल यह भी ट्रैक करता है कि हम फोन में कौन सा ऐप कब और कितनी देर चलाते हैं। इस हिस्ट्री को यूजर कैसे देख सकते हैं?
जवाब- यह जानने के लिए आपको पिछले सवाल के जवाब में बताए दो स्टेप्स को ज्यों-का-त्यों फॉलो करना है, जिसमें गूगल ऐप में जाकर ‘मैनेज योर अकाउंट’ पर क्लिक करना शामिल है। इसके बाद इन स्टेप्स को फॉलो करें।
- ‘डेटा एंड प्राइवेसी’ के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- फिर ‘वेब एंड एक्टिविटी’ के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- राइट साइड में स्क्रॉल करके ‘व्यू ऑल’ पर क्लिक करें।
- अब आपके सामने उन ऐप्स की लिस्ट और समय आ जाएगा, जिन्हें आपने इस्तेमाल किया है।
- इसमें ऊपर एक टर्न ऑफ का ऑप्शन दिया होता है। अगर आप उसे ऑफ कर देंगे तो गूगल इन ऐप्स की ट्रैकिंग करना बंद कर देगा।
डेटा एंड प्राइवेसी में एक ऑप्शन होता है, लोकेशन हिस्ट्री का। इसके जरिए ही गूगल आपकी लोकेशन को ट्रैक करता है। जैसे आप किस रेस्टरां, होटल, मॉल में जाते हैं। इसका एक्सेस भी यूजर द्वारा खुद गूगल को दिया जाता है। इसी का इस्तेमाल करके गूगल सर्च की गई किसी चीज से जुड़े पर्सनलाइज्ड ऐड दिखाता है। इसे बंद करने के लिए ‘लोकेशन हिस्ट्री’ के ऑप्शन को ऑफ कर सकते हैं।
गूगल द्वारा यूजर्स की लोकेशन, हिस्ट्री या डेटा को स्टोर करने का उद्देश्य फ्रेंडली एक्सपीरियंस देना है। वह आपके द्वारा दी जाने वाली सभी परमिशन के बाद ही इस तरह की जानकारी को स्टोर या किसी थर्ड पार्टी से शेयर करता है। इसलिए कोई भी परमिशन देने से पहले टर्म्स एंड कंडीशन को ध्यान से पढ़ना जरूरी है।