छत्तीसगढ़ में इस बार स्कूल 16 जून से नहीं 18 जून से खुलेंगे। बच्चों को शाला प्रवेश उत्सव के दिन वेलकम पार्टी भी दी जाएगी। स्कूल खुलने में अब केवल दो दिन ही बचे हैं ऐसे में स्कूलों ने अपनी अंतिम तैयारियां शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग की ओर से शाला प्रवेश उत्सव की शुरुआती तैयारी के साथ-साथ पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। नव प्रवेशी बच्चों का तिलक लगाकर अभिनंदन किया जाएगा। प्रवेश उत्सव के दिन बोर्ड परीक्षा/ स्थानीय परीक्षा में मेधावी अंक पाने वाले बच्चों को सम्मानित किया जाएगा। शाला परिवार की ओर से उत्कृष्ट पालकों का भी सम्मान किया जाएगा।
विभाग के दिए तैयारियां पूरी करने के निर्देश
स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से लगातार स्कूलों की मरम्मत और छात्रों के लिए जरुरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गये हैं। स्कूल परिसर और भवन को आकर्षक बनाने, साफ-सफाई, पेंटिंग और मरम्मत जैसे काम 10 जून तक निपटा लेने के निर्देश दिए गए थे।
प्रवेशोत्सव में पेरेंट्स को भी बुला सकेंगे
शाला प्रवेश उत्सव को लेकर लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी स्कूलों को निर्देशित किया है कि स्कूल खुलने के पहले ही भवनों में साफ-सफाई और मरम्मत करवाए जाए। इसके साथ ही शाला प्रवेश उत्सव का जोर-शोर से व्यापक प्रसार-प्रसार करें, बैनर-पोस्टर लगाए जाए, शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में मुनादी करवाएं। प्रवेश उत्सव में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पालकों को भी बुलाया जाए।
इसलिए दो दिन देरी से खुल रहे स्कूल
सरकारी स्कूलों में भीषण गर्मी के कारण ग्रीष्मकालीन अवकाश 30 अप्रैल के स्थान पर 10 दिन पहले 20 अप्रैल से चल रहा है। अवकाश 15 जून तक दिए गए है। 16 जून को रविवार और 17 जून को बकरीद का त्यौहार होने के कारण स्कूल 18 जून को खुलेंगे।
किताबें, ड्रेस और पात्र स्टूडेंट्स को साइकिल का वितरण
शाला परिवार की ओर से जनप्रतिनिधि शाला विकास समिति बालक और गणमान्य नागरिकों को शाला प्रवेश के लिए बुलाना होगा। मुफ्त किताबें, ड्रेस, और पात्र स्टूडेंट्स को साइकिल का वितरण किया जाएगा।