दुनिया की सबसे वैल्युएबल कंपनी बनी एनवीडिया : माइक्रोसॉफ्ट को पीछे छोड़ा, 3.34 ट्रिलियन डॉलर हुआ मार्केट कैप….!!

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अमेरिका की सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाली कंपनी एनवीडिया माइक्रोसॉफ्ट को पीछे कर दुनिया की सबसे वैल्युएबल कंपनी बन गई है। एनवीडिया कॉर्प का शेयर मंगलवार 18 जून को 4.60 डॉलर (3.51%) की तेजी के साथ 135.58 डॉलर (करीब 11,300 रुपए) पर बंद हुआ। शेयर में इस तेजी से कंपनी का मार्केट कैप 3.34 ट्रिलियन डॉलर (करीब 278 लाख करोड़ रुपए) हो गया है। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप 3.32 ट्रिलियन डॉलर (करीब 276 लाख करोड़) है। मंगलवार को माइक्रोसॉफ्ट का शेयर 0.45% की गिरावट के साथ 446.34 डॉलर पर बंद हुआ।

आईफोन बनाने वाली कंपनी एपल के मार्केट कैप की बात करें तो वह 3.29 ट्रिलियन डॉलर (करीब 274 लाख करोड़) है। मंगलवार को एपल का शेयर 1.10% की गिरावट के साथ 214.29 डॉलर पर बंद हुआ।

5 जून को एपल को पीछे कर दुनिया की दूसरी वैल्युएबल कंपनी बनी थी एनवीडिया
इससे पहले 5 जून को एनवीडिया एपल को पीछे कर दुनिया की दूसरी सबसे वैल्युएबल कंपनी बनी थी। तब एनवीडिया का मार्केट कैप 3.01 ट्रिलियन डॉलर (करीब 251 लाख करोड़ रुपए), माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप 3.15 ट्रिलियन डॉलर (करीब 262 लाख करोड़ रुपए) और एपल का मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर (करीब 250 लाख करोड़ रुपए) था।

साल 2002 में भी एनवीडिया का मार्केट कैप एपल से आगे पहुंच गया था। तब दोनों कंपनियों का मार्केट कैप 10 बिलियन डॉलर यानी, करीब 83,000 करोड़ रुपए से कम था। 5 साल बाद 2007 में एपल ने पहला आईफोन लॉन्च किया, उसके बाद उसका मार्केट कैप तेजी से बढ़ा।

दुनिया की सबसे वैल्युएबल सेमीकंडक्टर फर्म है एनवीडिया
एनवीडिया पहले से ही दुनिया की सबसे वैल्युएबल सेमीकंडक्टर फर्म है। NVIDIA के भारत में चार इंजीनियरिंग डेवलपमेंट सेंटर हैं। ये हैदराबाद, पुणे, गुरुग्राम और बेंगलुरु में स्थित हैं। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, एनवीडिया अपने AI एक्सेलरेटर को अपग्रेड करने की योजना बना रही है।

GPU को डिजाइन और मैन्युफैक्चर करती है कंपनी
एनवीडिया एक टेक्नोलॉजी कंपनी है, जो ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) के डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग के लिए जानी जाती है। 1993 में जेन्सेन हुआंग, कर्टिस प्रीम और क्रिस मालाचोव्स्की ने इसकी स्थापना की थी। इसका मुख्यालय कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में है।

एनवीडिया गेमिंग, क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग और प्रोफेशनल एप्लिकेशन्स के लिए चिप को डिजाइन और मैन्युफैक्चर करती है। इसके साथ-साथ व्हीकल्स, रोबोटिक्स और अन्य उपकरणों में भी उसके चिप सिस्टम का इस्तेमाल होता है।

एपल को इस साल चुनौतियों का सामना करना पड़ा
इस साल एपल को चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, चीन में आईफोन की घटती मांग और यूरोपीय यूनियन से जुर्माने की चिंताओं के कारण इसके शेयरों पर दबाव पड़ा है।

मंगलवार को एपल का शेयर 1.10% की गिरावट के साथ 214.29 डॉलर पर बंद हुआ। पिछले एक महीने में एपल के शेयर में 12.17% की तेजी देखने को मिली है। वहीं, 6 महीने में एपल के शेयर में 8.81% और एक साल में 15.83% का रिटर्न दिया है।

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