वनडे वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में मिली हार का बदला टीम इंडिया ने सोमवार को ले लिया। वेस्टइंडीज के सेंट लूसिया स्टेडियम में इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 205 रन स्कोर किए। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया को 181 रन पर रोक दिया। कंगारुओं को 24 रन से मात दी। क्रिकेट फैंस को इस मैच की हर गेंद ने बांधकर रखा। पहले रोहित की तूफानी बल्लेबाजी, फिर बुमराह और कुलदीप की कमाल गेंदबाजी, अक्षर पटेल का कैच। ट्रेविस हेड; जो जब तक क्रीज पर थे, भारतीय खेमे को चैन की सांस नहीं लेने दी, लेकिन कभी इस पलड़े और कभी उस पलड़े मुड़ते रोमांचक मैच में आखिरकार जीत इंडिया की हुई।
रोहित शर्मा की टीम ने 19 नवंबर 2023 को वनडे वर्ल्ड कप फाइनल से पहले दिए गए पैट कमिंस के उस बयान का जवाब दिया था, जिसने हार भी दी और क्रिकेट फैंस को दर्द भी दिया। कमिंस ने कहा था- सवा लाख से ज्यादा इंडियन क्रिकेट फैंस को चुप कराने से ज्यादा संतोष कोई और चीज नहीं देती।
ऑस्ट्रेलिया ने ये फाइनल जीता था। 241 चेज कर रही ऑस्ट्रेलिया की ओर से ट्रैविस हेड ने 137 रन मारकर एकतरफा मैच जीता था। ट्रैविस हेड आज भी खड़े थे। रन भी बना रहे थे, जब तक क्रीज पर थे, भारत की जीत के बारे में कोई बात नहीं कर रहा था, लेकिन टीम इंडिया के मन में आज हार नहीं, जीत थी। और रोहित शर्मा की टीम ने जीत हासिल कर ली।
1. मैच विनर- रोहित शर्मा
इंडिया की जीत की बुनियाद कैप्टन रोहित शर्मा की पावरफुल बल्लेबाजी ने रखी। 224 के स्ट्राइक रेट से रोहित ने 92 रन बनाए। 8 सिक्स और 7 चौके मारे। एक वक्त उनका स्ट्राइक रेट 300 पार कर गया था। रोहित ने इस वर्ल्ड कप में सबसे तेज फिफ्टी लगाई, 19 गेंदों पर 50 रन बनाए। सबसे तेज शतक से चूक गए। पर रोहित जब तक क्रीज पर रहे, रुके नहीं। उनकी इसी पारी की बदौलत टीम का स्कोर 200 के पार गया और एक मनोवैज्ञानिक दबाव ऑस्ट्रेलिया के ऊपर पड़ा।
जीत के हीरो
अक्षर पटेल: भारत के स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल का नाम जीत के हीरोज में सबसे पहले लिखा गया है। वजह सिर्फ यह नहीं है कि उन्होंने 3 ओवर में 21 रन दिए। मार्कस स्टोयनिस का विकेट लिया, बल्कि उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मिचेल मार्श का जो कैच पकड़ा, वो किसी भी स्थिति में संभव नहीं लग रहा था। छोटी गेंद पर मार्श का पावरफुल शॉट बाउंड्री पार जा रहा था, लेकिन अक्षर दीवार बनकर सामने आ गए। हवा में उछलकर एक हाथ से असंभव सा कैच पकड़ लिया। ऐसा कैच जिस पर ऑस्ट्रेलिया को भरोसा नहीं हुआ, लेकिन इंडिया की जीतने की उम्मीद मजबूत हो गई।
जसप्रीत बुमराह : भारत के लीड पेसर ने सिर्फ एक विकेट लिया। वो विकेट जिसका न सिर्फ टीम इंडिया, बल्कि पूरे इंडियन फैंस को बेसब्री से इंतजार था। ऑस्ट्रेलिया को जीत की ओर ले जा रहे ट्रैविस हेड को बुमराह ने अपनी स्लोअर ऑफ कटर में फंसा लिया। गेंद हवा में गई और रोहित शर्मा ने कैच कम्प्लीट किया। बुमराह ने 4 ओवर में 29 रन दिए। इस जीत में उनकी बॉलिंग का बड़ा रोल है।
कुलदीप यादव : 4 ओवर 24 रन और 2 विकेट। कुलदीप यादव ने 205 रन की ओर आसानी से बढ़ रही ऑस्ट्रेलिया पर ब्रेक लगाया। खतरनाक दिख रहे मिचेल मार्श और ग्लेन मैक्सवेल को पवेलियन की राह दिखाई। जब-जब भारत दबाव में आया, विकेट लेकर उस दबाव को कम कर दिया।
अर्शदीप सिंह : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा 3 विकेट अर्शदीप सिंह ने ही लिए। पहले ही ओवर में ओपनर डेविड वॉर्नर को स्लिप में कैच आउट कराया। सूर्यकुमार ने बेहतरीन कैच पकड़ा। पावरप्ले में 2 ओवर फेंके और 20 रन दिए। इसके बाद रोहित ने उन्हें सीधे 16वें ओवर में गेंद थमाई। ऑस्ट्रेलिया को 30 गेंदों में 65 चाहिए थे और अर्शदीप ने सिर्फ 7 रन दिए। 18वें ओवर में बॉलिंग के लिए आए 14 रन दिए, लेकिन मैथ्यू वेड और टिम डेविड जैसे विस्फोटक बल्लेबाजों का विकेट ले लिया। ऑस्ट्रेलिया पर रनों और विकेट्स दोनों का दबाव बढ़ गया।
टर्निंग पॉइंट- मैक्सवेल और हेड के विकेट
ग्लेन मैक्सवेल जब क्रीज पर आए, तब 9 ओवर में 87 रन बन चुके थे। ट्रैविस हेड क्रीज पर थे और जरूरत सिर्फ रनरेट को बनाए रखने की थी। मैक्सवेल ने सिर्फ 12 गेंदों पर 20 रन मार दिए थे। 2 चौके और 1 सिक्स लगा चुके थे। ट्रैविस हेड और मैक्सवेल के बीच सिर्फ 25 गेंदों पर 41 रन की पार्टनरशिप हो चुकी थी। ऑस्ट्रेलिया फ्रंट फुट पर था और आसानी से रनचेज पूरा होता दिख रहा था, तब कुलदीप अपना चौथा ओवर लेकर आए। 14वें ओवर की पहली गेंद पर मैक्सवेल को फंसाया। मैक्सवेल आगे बढ़कर बड़ा शॉट लगाना चाह रहे थे, लेकिन कुलदीप की लेग स्पिन पर वे बोल्ड हो गए। ऑस्ट्रेलिया दबाव में आ गई और साथ ही ट्रैविस हेड के माथे पर भी बल पड़ गए, क्योंकि तेज रफ्तार से रन बना रहा साथी बल्लेबाज पवेलियन लौट चुका था।
ट्रेविस हेड 75 रन बना चुके थे। जीत के लिए 24 बॉल में 58 रन चाहिए थे और जिस फॉर्म में हेड थे, ये रन ज्यादा नहीं दिख रहे थे। रोहित ने अपने सबसे एक्सपीरिएंस्ड गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को लेकर आए। पहली गेंद पर हेड ने एक रन लिया और दूसरी पर टिम डेविड ने। फिर हेड सामने थे। बुमराह ने स्लोअर ऑफ कटर फेंकी। हेड ने बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन जसप्रीत बुमराह की चाल में फंस गए। गेंद बल्ले का किनारा लेकर हवा में उछल गई और कवर्स पर खड़े कप्तान रोहित शर्मा ने कैच पकड़ लिया।
इंडिया की जीत की 3 वजहें
- रोहित शर्मा के 92 रन रोहित शर्मा ने 92 रनों की पारी खेली। इस पारी ने पावरप्ले से लेकर मिडिल ओवर्स तक इंडिया का रनरेट 10 के नीचे नहीं आने दिया। इन्हीं 92 रनों की बदौलत टीम इंडिया 205 रन तक पहुंची। इंडिया ने जो टारगेट दिया, उसमें से आधे रन रोहित शर्मा के थे।
- रोहित की कप्तानी, बॉलिंग चेंज भले ही 205 रन चेज करने थे, लेकिन रोहित शर्मा को पता था कि ऑस्ट्रेलिया को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। ऐसा ही हुआ भी, हेड की पारी ने परेशान कर दिया, लेकिन रोहित शर्मा ने लगातार फील्ड चेंज किया। स्पिन और पेस का मिक्स भी बिगड़ने नहीं दिया। इसकी बदौलत ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बॉलिंग के सामने सहज नहीं हो पाए। सिर्फ ट्रैविस हेड ही तेजी से बड़ा स्कोर कर पाए। उनके और मार्श के अलावा कोई बैटर 20 से ज्यादा रन नहीं बना पाया।
- गेंदबाज लगातार विकेट लेते रहे ऑस्ट्रेलिया का रनरेट 12 ओवर तक 10 के करीब ही था, लेकिन कुलदीप, अक्षर, अर्शदीप और बुमराह ने कसी हुई गेंदबाजी की। खासतौर से अक्षर पटेल और बुमराह की गेंदों पर ऑस्ट्रेलियाई ज्यादा रन नहीं बटोर पाए। इन गेंदबाजों ने लगातार ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के विकेट लिए। कंगारुओं पर रनों का दबाव भी बढ़ा और विकेट्स का भी।
फाइटर ऑफ द मैच : ट्रैविस हेड
टीमों की प्लेइंग-11
भारतः रोहित शर्मा (कप्तान), विराट कोहली, ऋषभ पंत, सूर्यकुमार यादव, शिवम दुबे, हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह।
ऑस्ट्रेलिया : मिचेल मार्श (कप्तान), डेविड वॉर्नर, ट्रैविस हेड, ग्लेन मैक्सवेल, मार्कस स्टोयनिस, टिम डेविड, मैथ्यू वेड (विकेट कीपर), पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, एडम जम्पा और जोश हेजलवुड।