शहर में दो जगह कलेक्शन बॉक्स 6 माह में भी नहीं भरा…
लोगों में जागरुकता लाने के लिए नगर निगम व स्मार्ट सिटी की ओर से इसपर लगातार कार्य किए जाते है। ई-वेस्ट कलेक्शन के लिए नगर निगम और स्मार्ट सिटी ऑफिस में ही ई-वेस्ट कलेक्शन बॉक्स रखे गए है। जो पिछले 6 माह में एक बार भी नहीं भरे है।
अब ई-वेस्ट 111 प्रकार के, घर से ही बेच सकते हैं प्रोडक्ट्स
स्मार्ट सिटी ने स्टार ई-प्रोसेसर नाम की कंपनी को ई-वेस्ट के रिसायकल करने का काम दिया है। कंपनी हेड ऋषि टंडन ने बताया कि शहर में एक दिन में 8 टन से 9 टन ई-वेस्ट निकलता है, लेकिन हम तक केवल 250 टन से भी कम ई-वेस्ट रीसायक्लिंग के लिए पहुंचता है। लोगों को इससे जोड़ने के लिए अलग-अलग जगह अवेयरनेस भी कर रहे है। अभी 111 प्रकार के आइटम को ई वेस्ट कैटेगिरी में शामिल किया गया है जो पहले 36 प्रकार के ही थे। कंपनी ई-वेस्ट में टीवी, कैबल, इंडस्ट्री इलेक्ट्रीक आइटम, रेफ्रिजरेटर, मोबाइल, रेडियो, स्विच, कम्प्यूटर पार्ट्स, बैटरीआदि ई-वेस्ट चालू हालत से लेकर बंद पड़े हुए वेस्ट खरीद रही है। इसके लिए 5 से 1 हजार किलो तक रेट रखा गया है। कंपनी को 7879307743 पर व्हाट्सअप करने पर घर से भी सामान लेकर जाती है।
शहर से निकलने वाले ई-वेस्ट के निष्पादन को लेकर नगर निगम की ओर से कार्य तो किया जा रहा है। लेकिन जागरूकता की कमी के कारण अभी भी 10 से 15 प्रतिशत ही ई-वेस्ट रीसायक्लिंग के लिए पहुंच रहा है। शहर में उद्योगों, हॉस्पटिल, इलेक्ट्रोनिक दुकानों और घरों से हर साल ढाई हजार टन ई-वेस्ट निकल रहा है। लेकिन ई-वेस्ट रीसायक्लिंग कंपनी के पास केवल 200 से 250 टन ही रिसायकल के लिए पहुंच रहा है। ई-वेस्ट या तो कबाड़ी वाले के पास जा रहे है या डंपिंग यार्ड में जा रहा है।
प्रदेश में हर साल ई-वेस्ट की तादात 8 से 9 हजार टन की दर से बढ़ रहा है। राज्य में रायपुर में ही ई-वेस्ट रीसायक्लिंग कंपनी है जो इसपर कार्य कर रही है। हर साल यहां 9 से 10 हजार टन ई वेस्ट पूरे राज्य से रिसायकल होने के लिए पहुंच रही है। इसमें सबसे ज्यादा हिस्सा रायपुर का है। लगभग 25 से 30 फीसदी रायपुर का होता है। नगर निगम की ओर से ई-वेस्ट प्रबंधन के लिए कई अवेयरनेस प्रोग्राम भी चलाए जाते है लेकिन लोगों में जागरूकता की कमी के कारण कभी भी ई वेस्ट बाहर ही फेंके जा रहे है।
ई-वेस्ट कलेक्शन के लिए प्रचार व प्रसार के जरिए शहर में लगातार जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। निगम मुख्यालय व स्मार्ट सिटी के ऑफिस में कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं लेकिन जागरूकता की कमी के कारण यहां भी ई-वेस्ट नहीं डालते हैं।- योगेश कडु, सहायक अभियंता, नगर निगम, रायपुर