छत्तीसगढ़ में करारी हार के बाद कांग्रेस एक बार फिर से संगठन की मजबूती पर फोकस कर रही है। प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में 9-10 जुलाई को पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक होगी। संगठन स्तर पर रणनीति, नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा होगी। साथ ही विधानसभा-लोकसभा चुनाव में हार के बाद दिग्गजों पर हार की जिम्मेदारी तय होगी।
राजीव भवन में कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में दोपहर लगभग 12 बजे से प्रदेश के सीनियर नेताओं की बैठक शुरू होगी। इसमें पार्टी के सभी सीनियर नेता और बड़े पदाधिकारी शामिल होंगे। पहले दिन होने वाली इस बैठक में प्रदेश की गतिविधियों का मंथन होगा।
ये नेता होंगे शामिल
9 जुलाई को होने वाली बैठक में प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत, धनेंद्र साहू समेत तमाम बड़े नेता इस बैठक में शामिल हो सकते हैं।
10 जुलाई को दक्षिण पर होगी चर्चा
कांग्रेस में बैठक का दौर दूसरे दिन यानी कि 10 जुलाई को भी होगी। इस दिन होने वाली बैठक में रायपुर दक्षिण के उप चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। दक्षिण विधानसभा सीट से कितने दावेदार हैं, जो दावेदार हैं उनमें से किस की क्या स्थिति है इन सभी विषयों को लेकर चर्चा होगी।
हार की जिम्मेदारी पर भी मंथन
कांग्रेस पार्टी को प्रदेश में बीते छह महीने में 2 बड़े चुनाव विधानसभा और लोकसभा में हार का सामना करना पड़ा है। बड़ी हार के बाद जिम्मेदारों पर हार की जिम्मेदारी तय हो सकती है। 2018 में 90 में से 69 सीट जीतकर सत्ता में आई कांग्रेस दिसंबर-2023 विधानसभा चुनाव में धराशायी हो गई। कांग्रेस को सिर्फ 35 सीट से संतोष करना पड़ा।
नगरीय निकाय चुनाव को लेकर भी चर्चा
कांग्रेस की इस बैठक में उपचुनाव के साथ साथ नगरीय निकाय चुनावों के लिए भी रणनीति तैयार की जाएगी। नगरीय निकाय के चुनावों के लिए कांग्रेस के क्या मुद्दे हैं। इस बार चुनाव प्रणाली अगर बदली जाती है। प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव होते हैं तो पार्टी किस तरह से काम करेगी इसका रोड मैप तैयार किया जाएगा।