सरगुजा संभाग के मां महामाया शक्कर कारखाना में गन्ना बेचने वाले किसानों को महीने बाद भी भुगतान नहीं हो सका है। शक्कर कारखाने में किसानों ने पेराई सीजन में 80 करोड़ रुपए का गन्ना बेचा है। बताया जा रहा है कि कारखाने पर 100 करोड़ से ज्यादा का कर्ज है। पेराई सीजन समाप्त होने के बाद किसानों को 28 करोड़ का भुगतान कारखाने ने नहीं किया है। कोटा सिस्टम होने के कारण कारखाना प्रबंधन स्टॉक में रखे शक्कर को नहीं बेच पा रहा है। पैसा नहीं मिलने से किसान परेशान हैं।
6 हजार से अधिक किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं
सरगुजा संभाग के सूरजपुर जिले में स्थित मां महामाया शक्कर कारखाना में सरगुजा, सूरजपुर और बलरामपुर जिले के करीब 15000 से अधिक किसान हर साल गन्ना बेच रहे हैं। इस पेराई सीजन में किसानों ने 80 करोड़ रुपए से अधिक का गन्ना बेचा है। पेराई सीजन समाप्त होने के बाद भी करीब 6 हजार से अधिक किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं हो सका है।
30 करोड़ के शक्कर का स्टॉक
शक्कर कारखाने के पास 30 करोड़ रुपए के शक्कर का स्टॉक है, लेकिन कोटा सिस्टम के कारण कारखाना प्रबंधन शक्कर को नहीं बेच पा रहा है। शक्कर कारखाना प्रबंधन के अनुसार कोटा सिस्टम में शक्कर बेचने की अनुमति मिली तो किसानों का भुगतान हो जाएगा।
इधर शक्कर कारखाने से पैसे नहीं मिलने से किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। किसानों को खेती के लिए पैसों की जरूरत है, ऐसे में शक्कर कारखाने से पैसे नहीं मिलने से उन्हें परेशान होना पड़ रहा है।
कारखाने पर 100 करोड़ का कर्ज
मां महामाया शक्कर कारखाने पर राज्य सरकार का 100 करोड़ रुपए का कर्ज है। इसमें 35 करोड़ रुपए का ब्याज भी जुड़ गया है। इस कारण किसानों के भुगतान के लिए अतिरिक्त पैसे सरकार से नहीं मिल पा रहे हैं।
शक्कर कारखाना प्रबंधन किसानों के गन्ने का पैसा देने के लिए राज्य सरकार से कर्ज लेने की तैयारी में है। इसके लिए अफसर एड़ी चोटी लगाए हुए हैं, लेकिन पहले से ही कर्ज में लदे कारखाने को सरकार से अतिरिक्त कर्ज के लिए जूझना पड़ रहा है।
कोटा सिस्टम के कारण नहीं बेच पा रहे शक्कर
केंद्र सरकार ने देश भर के शक्कर कारखाना में उत्पादित होने वाले शक्कर को बेचने के लिए एक नियम बनाया है, जिसे कोटा सिस्टम कहा जाता है। कोटा सिस्टम में हर महीने हर कारखाना को केंद्र से अलग-अलग मात्रा में शक्कर बेचने की अनुमति मिलती है। कोटा सिस्टम के कारण शक्कर का रेट बाजार में नियंत्रित रहता है।
जल्द भुगतान की कोशिश-MD
शक्कर कारखाना के MD मति मिंज ने कहा कि शक्कर कारखाना प्रबंधन किसानों के पैसे भुगतान नहीं हो पाने को लेकर गंभीर है। राज्य सरकार से अतिरिक्त कर्ज भी मांगा गया है। कोटा सिस्टम के कारण शक्कर बेचने की अनुमति नहीं मिल रही है। इस कारण किसानों का भुगतान नहीं हो पा रहा है।