मंडलेश्वर। मंडलेश्वर थाना क्षेत्र के ग्राम धरगांव से 25 जून को लापता हुई महिला को पुलिस विभाग ने हरदा से मुक्त करवा लिया है। महिला ने बताया कि दो युवकों ने उसका अपहरण किया और हरदा ले गए। नशीला पदार्थ देकर एक व्यक्ति ने कई बार दुष्कर्म किया गया। मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस के अनुसार महिला के साथ ही हरदा निवासी नूर मोहम्मद पुत्र नबी मोहम्मद को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था। 30 जून को देर शाम पुलिस, महिला एवं नूर को मंडलेश्वर लेकर पहुंची। मंडलेश्वर थाने पर पहुंचने के बाद से महिला बहुत ज्यादा डरी-सहमी दिखाई दे रही थी। ऐसी स्थिति में महिला के बयान हो पाना संभव नहीं थे।
महिला के स्वजन महिला से यह जानने का प्रयास कर रहे थे कि वह मुस्लिम युवक के साथ कैसे गई। डरी-सहमी होने की वजह से महिला कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थी। देर रात महिला ने सिर्फ इतना बयान दिया कि वह अपने माता-पिता के साथ जाना चाहती है। अगले दिन एक जुलाई को सनातन समाज के प्रतिनिधि मंडल ने महिला एवं उसके परिवार से मिलकर वास्तविक स्थिति जानने का प्रयास किया, तब तक महिला का डर कुछ हद तक कम दिखाई दिया। इसके चलते महिला ने अपने परिवार को प्राथमिकता देते हुए सामान्य बयान दिए कि उससे गलती हो गई। अब ऐसी गलती नहीं करेगी। अगले दिन महिला का डर पूरी तरह से खत्म होने पर महिला ने पुलिस को वास्तविक बयान दिए। इसके चलते पुलिस ने आरोपित नूर मोहम्मद पर दुष्कर्म एवं अपहरण का प्रकरण विभिन्न धाराओं में दर्ज किया। साथ ही आरोपित नूर के दो दोस्त विशाल कौशल एवं भूरा लोधी दोनों निवासी हरदा पर अपहरण का प्रकरण दर्ज किया।
दरवाजा ठोंका और अपहरण कर ले गए हरदा
महिला ने अपने बयान में बताया कि 25 जून की देर रात्रि में किसी ने घर का दरवाजा खटखटाया। जब वह बाहर देखने निकली तो दोनों आरोपी विशाल पुत्र परसराम कौशल एवं वाहिद पुत्र मजीद खान उर्फ भूरा दोनों निवासी हरदा ने उसे जान से मारने की धमकी दी और साथ चलने पर मजबूर किया। डर के मारे वह उनके साथ बाइक पर बैठ गई। उन्होंने रास्ते में कुछ नशीला पदार्थ सुंघाया। इससे वह बेहोश हो गई।
महिला के अनुसार- जब मुझे होश आया तो अपने आप को हरदा के एक मकान के कमरे में पाया। जहां आरोपित नूर ने मेरे साथ कई बार दुष्कर्म किया। बीच-बीच में वह मुझे कुछ नशीला पदार्थ सुंघाता रहा। इससे मुझे होश नहीं रहता था। जब मुझे पुलिस ने नूर मोहम्मद के साथ दस्तयाब किया, तब भी मैं नशे में थी। इसलिए पहली बार में सही बयान नहीं दे पाई। अब मुझ पर से नशीले पदार्थ का असर पूरी तरह से खत्म हो गया है इसलिए वास्तविक बयान दे रही हूं।
थाना प्रभारी उपनिरीक्षक दीपक यादव ने बताया कि मुख्य आरोपित नूर तो रविवार से ही हमारी गिरफ्त में था। उसे सोमवार को धारा 151 के तहत जेल भेजा था। महिला के बयान के बाद उसे पुनः गिरफ्तार किया गया। वहीं अपहरण में शामिल नूर के दोनों दोस्त विशाल एवं भूरा को भी गुरुवार को हरदा से गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को भी नूर के साथ न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।
इस प्रकरण में उपनिरीक्षक प्रेमसिंह सेमले, प्रधान आरक्षक दिनेश रोमडे, आरक्षक दीपक बैरागी, अनुराग तोमर, धर्मेंद्र मित्तल, महिला आरक्षक सरिता पवार एवं साइबर सेल टीम शामिल रही। मामले में हिंदू संगठन विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू जागरण मंच, सरदार पटेल युवा संगठन, राष्ट्रीय हिंदू महासभा, नगर पत्रकार संघ मंडलेश्वर, अखिल भारतीय नार्मदीय महासभा जैसे संगठनों ने अपने संपर्क सूत्रों का उपयोग करते हुए पुलिस को कई आवश्यक जानकारियां जुटाकर दी।
दुर्गा वाहिनी से जुड़ी चोली निवासी माया ठाकुर व स्थानीय समाजसेवी रीटा जोशी ने अपहृत महिला की काउंसलिंग करने में अपना योगदान दिया। वही हरदा से भी परशुराम सेना, करणी सेना एवं विहिप–बजरंग दल ने भी आवश्यक सहयोग दिया।
Recent View 53