लखनऊ। जमानत पर छूटे हत्यारोपित ने कब्रिस्तान में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दरअसल, वह वापस जेल में नहीं जाना चाहता था, इसलिए घबराया हुआ था। उसने अपनी पत्नी से भी कहा कि वह जेल नहीं जाएगा। वह कुछ ही महीने पहले जमानत पर बाहर आया था। पुलिस उपायुक्त डा. दुर्गेश कुमार ने बताया कि मकसूद जेल जाने से बचना चाहता था। वह कोर्ट में पेशी के लिए भी नहीं आ रहा था। इस दौरान कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू जारी और कुर्की के पहले 82 की कार्रवाई के लिए नोटिस थमा दिया। कोर्ट ने निर्देश दिया कि मकसूद को कोर्ट के सामने पेश किया जाए। पुलिस उसके घर पर पहुंची, तो पत्नी से कहा कि वह मकसूद को कोर्ट के सामने पेशी पर लेकर आए। सोमवार को मकसूद की पत्नी कोर्ट जाने के लिए घर से निकली। इस दौरान उससे कहा कि कोर्ट में वह वकील से मिलकर तुम्हारे सरेंडर की बात करेगी। मैं पूरे इंतजाम करने के बाद तुमको बुलाऊंगी। तुम उसके बाद आ जाना।
जमानत पर छूटे हत्या के आरोपी, कब्रिस्तान में पेड़ पर लटका मिला
मकसूद की पत्नी ने कॉल कर उसको बुलाना चाहा, लेकिन उसने बात ही नहीं की। उसके थोड़ी देर बाद कॉल कर कहा कि वह जेल नहीं जाना चाहता है। इससे अच्छा है कि मैं कब्रिस्तान में जाकर मर जाऊं। उसके बाद पत्नी ने कई बार कॉल किए, लेकिन उसने नहीं उठाया। मकसूद की पत्नी ने बेटे शहजादे, मासूक और अन्य परिवारीजनों को पूरी बात बताई। सभी लोग कब्रिस्तान पहुंचे, तो मकसूद की शव पेड़ पर रस्सी के सहारे लटका मिला। सभी अस्पताल लेकर पहुंचे, तो डॉक्टरों ने उसकी जांच कर मृत घोषित कर दिया।