बिलासपुर पुलिस ने एक चौंकाने वाली घटना में एक युवक को गिरफ्तार किया है जिसने खुद को ऑनलाइन ज्योतिषी बताकर एक महिला से 36.73 लाख रुपये की ठगी की थी। हैरानी की बात यह है कि पुलिस ने आरोपी से कोई पैसा या अन्य सामान बरामद नहीं किया है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने आरोपी के बैंक खातों को सील कर दिया है, जिससे कुछ पैसे वापस मिलने की उम्मीद है।
ज्योतिषी के झांसे में आई महिला
सोनगंगा कॉलोनी निवासी एक महिला, जो अक्सर बीमार रहती थी, ने अपने स्वास्थ्य में सुधार के लिए ऑनलाइन ज्योतिषी की तलाश की। जनवरी 2024 में, उन्हें हनुमंत निकेतन डॉट कॉम वेबसाइट मिली, जिसके बाद उन्हें एक अनजान नंबर से कॉल आया।
कॉल करने वाले ने महिला से पूछताछ की और फिर उन्हें 3,350 रुपये हवन पूजा के लिए आशीष त्रिपाठी के खाते में जमा करने के लिए कहा। ज्योतिषी ने दावा किया कि वे ऑनलाइन पूजा-पाठ करके उनके स्वास्थ्य पर ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को दूर करेंगे।
महिला ने 3,350 रुपये जमा कर दिए, लेकिन ज्योतिषी ने दान-दक्षिणा, गौदान, विन्ध्यवासिनी दान, मारन क्रिया दान, बंधक क्रिया दान, सुरक्षा कवच दान जैसे अनेक प्रकार के हवन पूजन और दान-क्रिया के नाम पर उनसे अलग-अलग किश्तों में पैसे वसूलने शुरू कर दिए।
कुल मिलाकर, महिला ने 36 लाख 73 हजार रुपये जमा कर दिए। जब ज्योतिषी ने उनसे और पैसे मांगना शुरू किया, तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ। उन्होंने सरकंडा थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की एसीसीयू (एंटी-क्राइम एंड साइबर यूनिट) ने जांच शुरू की और तकनीकी जांच के माध्यम से आरोपी आशीष त्रिपाठी (22) को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पकड़ लिया। पूछताछ में, त्रिपाठी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और उसे जेल भेज दिया गया।
हालांकि, पुलिस अभी तक महिला से ठगी गई रकम की कोई भी वसूली नहीं कर पाई है। उनका दावा है कि त्रिपाठी के बैंक खाते को सीज कर दिया गया है और उसमें जमा पैसे को रोक दिया गया है। वे जांच के दौरान पैसे बरामद होने की उम्मीद कर रहे हैं।
यह घटना ऑनलाइन ज्योतिषियों और धोखेबाजों से सावधान रहने की एक गंभीर चेतावनी है। यदि आप कभी भी किसी ज्योतिषी या ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग करने पर विचार करते हैं, तो पूरी तरह से जांच करना और केवल विश्वसनीय स्रोतों का उपयोग करना महत्वपूर्ण है।