दुर्ग। दुर्ग जिले के उतई थाना क्षेत्र अंतर्गत मुड़पार गांव में स्थित एक पत्थर की खदान में असुरक्षित ब्लास्टिंग से एक युवक के घर की छत टूट गई और वहां खाना खा रहा बुजुर्ग बाल बाल बचा। इसे लेकर उतई थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने खदान संचालक और ब्लास्टिंग करने वाले के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
मुड़पार गांव निवासी टीकाराम पिता तन्नु यादव ने उतई पुलिस में शिकायत की है कि उनके गांव में धीराजी देवी नाम से एक पत्थर खदान है। यहां जो ब्लास्टिंग होती है उसमें सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जाता है। ब्लास्टिंग की तीब्रता इतनी अधिक होती है कि उससे आसपास क्षेत्र में बने घर तक हिल जाते हैं। घरों में लगी सीमेंट की शीट, कांच व खिड़किया भी टूट जाती है। इससे काफी दूर तक धूल का गुबार उड़ता है।

उसने बताया कि मंगलवार दोपहर वो अपने घर पर था। इसी दौरान खदान में ब्लास्टिंग हुई। इससे एक बड़ा सा पत्थर उड़कर उसकी घर की छत को तोड़कर घर के अंदर आ गिरा। जिस समय घर के अंदर पत्थर गिरा। उस समय टीकाराम के पिता तन्नु यादव घर के बरामदे में बैठकर खाना खा रहे थे। पत्थर उनके बगल से गिरा। यद यह पत्थर उसके पिता को लगता तो उनकी जान भी जा सकती थी।
पुलिस ने दर्ज किया मामला जांच शुरू
उतई पुलिस ने खदान संचालक आशीष यादव और पत्थर तोड़ने के लिए ब्लास्टिंग करने वाली कंपनी के ब्लास्टर पुनीत राम पाल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।एसडीओपी आशीष बंछोर ने बताया कि ब्लास्टिंग से उड़कर गिरे पत्थर से युवक का आर्थिक नुकसान हुआ है। पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
बिलासपुर से आएगी डीजीएमएस की टीम
जिला खनिज अधिकारी दीपक मिश्रा ने बताया कि खदान में ब्लास्टिंग की जो डेंसिटी होती है। उसकी जांच के लिए डायरेक्टर जनरल माइंस सेफ्टी (डीजीएमएस) को लेटर लिखा है। इसका कार्यालय बिलासपुर में है। वहां से एक टीम आएगी और वो जांच करेगी कि ब्लास्टिंग के समय मानकों का ध्यान रखा गया था कि नहीं। ब्लास्टिंग के दौरान कितनी क्षमता का बारूद का उपयोग किया गया है। यदि मानकों का पालन नहीं किया गया होगा तो खदान संचालक और ब्लास्टिंग कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।