रायपुर। छत्तीसगढ़ में तहसीलदारों के हड़ताल से प्रदेश में आय, जाति, निवास और नामांतरण जैसे काम अटक गए हैं। हड़ताल के पहले दिन नवा रायपुर में प्रदेशभर के ढाई सौ तहसीलदार शामिल हुए। दूसरे दिन गुरुवार को रोस्टर के मुताबिक अन्य ढाई सौ तहसीलदार आंदोलन में शामिल होंगे। बताया गया है कि तहसीलदार आंदोलन के अंतिम दिन राजधानी रायपुर के घड़ी चौक से लेकर जयस्तंभ चौक तक कैंडल मार्च निकालने की योजना बना रहे हैं। छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के प्रांताध्यक्ष नीलमणी दुबे ने बताया कि हमारे आंदोलन से प्रशासन को लोगों की चिंता नहीं है बल्कि उन्हें प्रोटोकाल की चिंता है। आंदोलन में शामिल रायपुर के तहसीलदारों को प्रोटोकाल मेंटेन करने के लिए फोन आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके आंदोलन पर जाने से आय, जाति, निवास, नामांतरण, बंटवारा, रजिस्ट्री, कोर्ट के काम पेंडिंग हो गए हैं। प्रदेशभर में आंदोलन करने से लगभग 25 हजार आय, जाति निवास नहीं बन पाए हैं। लेकिन आंदोलन से यह सब काम प्रभावित हो गया है।
राजस्व सचिव से मिला पटवारी संघ लेकिन नहीं बनी बात
इधर पटवारी संघ का हड़ताल भी जारी है। सभी जिला मुख्यालयों में हड़ताल पर बैठे हैं। रायपुर जिले के पटवारी संघ के नेताओं ने बुधवार को राजस्व सचिव अविनाश चंपावत से मुलाकात की। चंपावत ने उनकी समस्याएं गंभीरता से सुनी और उसका निराकरण करने का आश्वासन दिया। लेकिन संघ के नेताओं ने कहा कि वे अपने साथियों से चर्चा करने के बाद इस पर कोई फैसला लेंगे।