उल्टी-दस्त से 2 और बैगाओं की मौत, 5 अस्पताल में भर्ती

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कवर्धा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) झलमला अंतर्गत ग्राम सोनवाही में उल्टी-दस्त से दो बैगाओं की मौत हो गई है। वहीं उल्टी-दस्त पीड़ित 5 मरीजों को सीएचसी झलमला में भर्ती रख इलाज किया जा रहा है। मौत की वजह फूड पॉइजनिंग और कुएं के दूषित पानी को बताया जा रहा है। मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम किया गया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। खास बात ये है कि मौतों के बाद स्वास्थ्य अमले ने जब घर-घर जाकर जांच की, तो 8 मलेरिया पॉजिटिव भी मिले हैं। बताया जा रहा है कि बीते 7 दिन में 5 बैगाओं की मौत हुई है, जो इसी गांव ताल्लुक रखते हैं। इससे महकमे में हड़कंप मच गया है। गुरुवार सुबह कलेक्टर जन्मेजय महोबे, जिपं सीईओ संदीप अग्रवाल, सीएमएचओ डाॅ. बीएल राज गांव पहुंचे। यहां मृतक सोनसिंह पिता ईतवारी बैगा (45) और फूलबाई पति मंगल सिंह के परिजन से मिले। ग्रामीण संजय ने बताया कि 10 जुलाई का खेत से लौटने पर रात में अचानक सोनसिंह की तबीयत बिगड़ी। उसे उल्टी हुई और 3 से 4 घंटे बाद उसकी मौत हो गई। वहीं मृतका फूलबाई की भी उल्टी से मौत होना बताया।

कुएं में उग आई झाड़ियां
ग्रामीण ग्राम सोनवाही में शुद्ध पेयजल की सुविधा नहीं है। 638 आबादी वाले इस गांव में कुल 12 कुएं हैं। कई कुओं में झाड़ियां तक उग आई हैं। इसी का पानी ग्रामीण पीते हैं। जल जीवन मिशन के अंतर्गत सोनवाही गांव में 165 घरों में नल लगाना है। विपरीत इसके 112 घरों में ही नल लगे हैं। ओवरहेड टंकी बन चुकी है, लेकिन अब तक पेयजल सप्लाई शुरू नहीं हुई है। इसे लेकर पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग (पीएचई) लापरवाह बना हुआ है।

जंगली मशरूम खाने से बीमार पड़े

सीएमएचओ डॉ. बीएल राज ने बताया कि मृतका फूलबाई के घर के दो अन्य सदस्य की तबीयत खराब है। उन्हें झलमला सीएचसी में भर्ती कराया है। कलेक्टर ने अस्पताल पहुंचकर दोनाें के स्वास्थ्य की जानकारी ली। डॉ. राज ने बताया कि जांच और पूछताछ में प्रथम दृष्टया जंगली मशरूम या अन्य कोई विषाक्त भोजन सेवन की जानकारी मिल रही है। मौत का वास्तविक कारण पीएम रिपोर्ट में सामने आएगी।

पानी के नमूने जांच के लिए भेजे
उल्टी-दस्त के मरीज मिलने पर सोनवाही गांव में कुओं का क्लोरिनेशन कराया गया है। गांव में मौसमी बीमारियों के रोकथाम के लिए जेनरिक दवाएं बांटी जा रही हैं। आंगनबाड़ी भवन में स्वास्थ्य कैंप लगाया है, जहां ओआरएस पैकेट व दवा बांटे जा रहे हैं। पीएचई विभाग के ईई जीपी गौड ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर गांव के 12 कुओं को क्लोरिनेशन कराया है। कुओं से पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा है।

सात दिन में 5 मौत
सोनवाही में बीते 7 दिन में 5 बैगाओं की मौत हो चुकी है। सोनसिंह व फूलबाई की मौत 10 जुलाई को उल्टी-दस्त से हुई। इसी गांव के सुरेश पिता सुनऊ (26) की 8 जुलाई को अज्ञात कारण से मौत हुई थी। लीकेश्वरी पति पुशु (25) की मौत 8 जुलाई को लालघाट(मप्र) में उसके मायके में हुई थी। सोनवाही उसका ससुराल है। जून महीने में उसकी जचकी हुई थी। कुछ दिन पहले ही मायके वाले उसे ले गए थे। वहीं संती बाई पति राजकुमार (26) की मौत 4 जुलाई को उसके ससुराल पड़की पारा (सहसपुर लोहारा) में हुआ। सोनवाही उसका है।

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