बलौदाबाजार हिंसा…सीन रीक्रिएशन कराने पहुंची SIT:किशोर नवरंगे से पूछताछ, भीम आर्मी के संस्थापक पर धरना और रैली कराने का है आरोप…!!

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छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले में SIT की टीम भीम आर्मी क्रांतिवीर के संस्थापक किशोर नवरंगे को लेकर प्रदर्शन स्थल पहुंची। इस दौरान SIT ने दशहरा मैदान में मौजूद भीड़ और मंच संचालन सहित कई तथ्यों की बारीकी से जानकारी जुटाई। जांच टीम का नेतृत्व बलौदाबाजार ASP अभिषेक सिंह कर रहे हैं। दरअसल, 10 जून को हुए इस प्रदर्शन के बाद हुई आगजनी और हिंसा के दौरान कई स्थानों पर झड़पें हुई थीं। इन झड़पों ने इलाके में तनाव की स्थिति पैदा कर दी थी। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि इन घटनाओं के पीछे किसका हाथ था और किन परिस्थितियों में यह हिंसा भड़की।

पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले

जांच टीम ने आरोपी से उसकी भूमिका पर विस्तार से पूछताछ की। जांच के दौरान पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं जो मामले को सुलझाने में मददगार साबित हो सकते हैं। टीम ने कहा कि जांच अभी जारी है और जल्द ही मामले में सभी तथ्यों को स्पष्ट किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।

23 दिन पहले हुई थी किशोर नवरंगे की गिरफ्तारी

23 दिन पहले बलौदाबाजार हिंसा मामले में पुलिस की SIT ने बुधवार को भीम आर्मी क्रांतिवीर के संस्थापक किशोर नवरंगे को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि नवरंगे ने ही 10 जून को धरना और रैली का आयोजन किया था, जिसने बाद में हिंसा का रूप ले लिया। इसके बाद से किशोर फरार था। 

10 जुलाई को हुई थी 2 और आरोपियों की गिरफ्तारी

बता दें कि 10 जुलाई को​​​​​​​ बलौदाबाजार हिंसा मामले में पुलिस ने भीम क्रांतिवीर छात्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष गोपी बंदे (19 वर्ष) और भीम क्रांतिवीर उपाध्यक्ष संदीप कोसले (21 वर्ष) को अरेस्ट किया था।अब तक 158 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी 10 जून को तोड़फोड़ और आगजनी की घटना में शामिल थे। दोनों आरोपी आंदोलन की तैयारी करने, रूपरेखा बनाने, आंदोलन के लिए अनुमति लेने और आयोजन समिति के अहम सदस्यों में भी शामिल थे। वीडियो, CCTV फुटेज, फोटो और अन्य तकनीकी एनालिसिस के आधार पर गिरफ्तारी की जा रही है।

7 जुलाई को एक और गिरफ्तारी

इसके पहले बलौदाबाजार हिंसा मामले में 7 जुलाई को एक और गिरफ्तारी हुई थी। आरोपी ओमप्रकाश बंजारे जांजगीर-चांपा में भीम आर्मी का पूर्व जिला अध्यक्ष है। इससे एक दिन पहले भी कांग्रेस नेता समेत 2 की गिरफ्तारी हुई थी।

हार्ड डिस्क लेकर फरार हो गया था आरोपी

6 जुलाई को युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष शैलेंद्र बंजारे और प्रवीण महिलांगे को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बताया था कि शैलेंद्र बंजारे को रायपुर के पास से पकड़ा गया। CCTV फुटेज में हिंसा के दौरान युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष की मौजूदगी पाई गई थी। प्रवीण महिलांगे संयुक्त कार्यालय परिसर में तोड़फोड़ कर कार में रखे लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड डिस्क लेकर फरार हो गया था।

इससे पहले NSUI विधानसभा अध्यक्ष को भी गिरफ्तार किया गया था। वहीं ओमप्रकाश बंजारे पर मंच से भड़काऊ भाषण देकर, धरना प्रदर्शन में आए लोगों को भड़काने का आरोप है। ओमप्रकाश अभी बिलासपुर से वकालत की पढ़ाई कर रहा है।

लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड डिस्क बरामद

आरोपी से चोरी का लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड डिस्क बरामद किया गया है। 19 साल का प्रवीण महिलांगे बालोद जिले का रहने वाला है। वहीं 33 साल का युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष शैलेंद्र बंजारे बलौदाबाजार का रहने वाला है।

उपद्रवियों ने 2 फायर ब्रिगेड की गाड़ी समेत 77 वाहन फूंके

उपद्रवियों ने 75 बाइक, 20 कार और 2 दमकल वाहन को आग के हवाले कर दिया था। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की। इससे कई अहम दस्तावेज जलकर खाक हो गए। कलेक्टर कार्यालय के सामने स्थित ध्वजारोहण के पोल पर भी सफेद रंग का ध्वज लगा दिया था।

इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इसमें पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी घायल हुए हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद डिप्टी CM विजय शर्मा ने हिंसा वाली रात ही मौके का जायजा लिया था। वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए थे।

भीम आर्मी के प्रदेश उपाध्यक्ष-महासचिव गिरफ्तार

29 जून को 3 बड़ी गिरफ्तारी की गई थी। पुलिस ने भीम आर्मी के प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश आजाद, प्रदेश महासचिव राम स्वरूप महिलांगे और एक आरोपी को गिरफ्तार किया। इससे एक दिन पहले 28 जून को छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन और पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने बलौदाबाजार पहुंचकर जायजा लिया था।

वहीं, 25 जून को पुलिस ने NSUI के विधानसभा अध्यक्ष समेत 7 और आरोपियों को गिरफ्तार किया। 10 जून को आगजनी के दौरान NSUI विधानसभा अध्यक्ष सूर्यकांत वर्मा पर तोड़फोड़ करने का आरोप है। साथ ही वह इस दौरान किसी का मोबाइल लूटकर भी फरार हो गया था।

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