राजनांदगांव में शहर के विकास के लिए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने 13 करोड़ 81 लाख रूपए के लागत के 96 विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। शनिवार को ऑडिटोरियम में नगर निगम के द्वारा विकास कार्यों की भूमि पूजन का कार्यक्रम रखा गया था। इस मौके पर डिप्टी सीएम और नगरीय प्रशासन विकास मंत्री अरूण साव, सांसद संतोष पांडेय, महापौर हेमा देशमुख उपस्थित रहे। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राजनांदगांव शहर विकास के लिए किए गए भूमिपूजन से विकास कार्यों में गति मिलेगी। शहर में नाली, स्वच्छता, सड़क, भवन, उद्यान, पेयजल, अधोसंरचना के निर्माण से नगरवासियों को सुविधा मिलेगी। विकास कार्यों के लिए राजनांदगांव की पिछली कांग्रेस की सरकार में बहुत उपेक्षा की गई थी, अब इसके विकास के लिए पैसे की कमी नहीं होने दी जाएगी।
इन विकास कार्यों को किया जाएगा पूरा
इसमें अधोसंरचना मद अंतर्गत 754.19 लाख रुपए के 42 कार्य अंतर्गत रोड, नाली, भवन, उद्यान एवं अन्य विकास कार्य, 15 वें वित्त आयोग योजनांतर्गत 549.56 लाख रूपए से 29 कार्य अंतर्गत सीमेंट कांक्रिटींग रोड, नाली-नाला और फिल्टर प्लांट में विकास कार्य किया जाएगा।
इसके अलावा सांसद निधि से 29 लाख रूपए से 9 कार्य अंतर्गत भवन, शेड, पाथवे, मंच निर्माण तथा विधायक निधि, प्रभारी मंत्री निधि अनुशंसा से 49 लाख रूपए से 16 कार्य अंतर्गत भवन, शेड, रोड व नाली निर्माण कार्य कराया जाएगा।
जल है तब तक जीवन है, वृक्ष है तब तक जीवन है- विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह
राजनांदगांव विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह एक पेड़ मां के नाम के तहत चलव बनाबो हरियर राजनांदगांव कार्यक्रम में शामिल हुए। डॉ. रमन सिंह ने नगरवासियों को 300 से अधिक फलदार, छायादार और सुंगधित फूल के पौधों का वितरण किया। अपनी मां सुधा देवी सिंह के नाम बरगद का पौधरोपण किया। इस मौके पर पर सांसद संतोष पाण्डेय ने भी अपनी मां के नाम पर पौधा लगाया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पूरे देश में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधरोपण किया जा रहा हैं। राजनांदगांव जिले में एक पेड़ मां के नाम अभियान अंतर्गत अच्छा कार्य किया जा रहा है। जल है तब तक जीवन है, वृक्ष है तब तक जीवन है। इसलिए जल संरक्षण एवं वृक्ष लगाना हमारे लिए आवश्यक है। पूरी दुनिया में पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेषज्ञ एवं वैज्ञानिक चिंता में है।
विश्व में पर्यावरण संरक्षण की ही बात की जा रही है। विश्व में जल संरक्षण एवं ओजोन परत में क्षति और कार्बन उत्सर्जन सबसे बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि पेड़ काटने से मौसम में परिवर्तन आया है। जहां बारिश हुई तो बहुत होती है, नहीं तो महीने भर बारिश नहीं होती है। प्रकृति का नया-नया रूप देखने को मिल रहा है, उसके लिए हम सभी दोषी है। जंगल को कटने से बचाना है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के चारों तरफ समुद्र का पानी है। दुनिया में जितना पानी उपलब्ध है, उसका सबसे बड़ा हिस्सा 94 प्रतिशत पानी समुद्र के हिस्से में हैं। जिसका उपयोग पीने, खेती एवं अन्य उपयोग में नहीं ला सकते हैं। पृथ्वी के नीचे और नदियों, तालाबों का पानी रिसायकल होकर गिरता है।
उन्होंने बताया कि 0.5 प्रतिशत ही पानी इस दुनिया के लिए उपयोगी है। कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसपी मोहित गर्ग, जिला पंचायत सीईओ सुरुचि सिंह, निगम कमिश्नर अभिषेक गुप्ता भी अपने मां के नाम से एक पौधा लगाकर आम जनता को संदेश दिये कि अपने नाम मां के नाम पर एक पौधा अवश्य लगाएं एवं उसे वृक्ष बनाने का संकल्प लें।