छत्तीसगढ़ का सबसे पुराना विश्वविद्यालय कौन सा? एनईपी पर भी प्रश्न

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रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य में स्थापित सबसे पुराना विश्वविद्यालय कौन सा है? भारत का प्रथम विश्वविद्यालय, जिसकी स्थापना 1857 में की गई, कौन से शहर में स्थित है। भारत के उच्चतर ​शिक्षा प्रणाली में कौन सी प्रमुख समस्या की पहचान एनईपी 2020 द्वारा नहीं की गई है? यह प्रश्न छत्तीसगढ़ राज्य पात्रता परीक्षा (सेट) में पूछा गया। रविवार, 21 जुलाई को यह परीक्षा आयोजित की गई। इसके लिए 1.65 लाख से ज्यादा आवेदन मिले थे। एक लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। जानकारी के मुताबिक व्यापमं की ओर से प्रदेश में पांचवीं बार सेट आयोजित किया गया। पहली बार 2013, फिर 2017, 2018, 2019 और अब 2024 में यह परीक्षा आयोजित की गई है। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार सेट के लिए ज्यादा आवेदन मिले थे। इसकी एक वजह यह भी रही कि प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के दो हजार से अधिक पद खाली हैं। आने वाले दिनों में इनके लिए उच्च शिक्षा विभाग से वैकेंसी निकलेगी। इसे लेकर ही बड़ी संख्या में आवेदन मिले थे। परीक्षा के लिए रायपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर, दुर्ग, जगदलपुर, कांकेर और जशपुर में केंद्र बनाए गए थे। जानकारी के मुताबिक सेट में दो पेपर हुए। पेपर-1 सभी परीक्षा​र्थियों के लिए अनिवार्य था। जबकि दूसरा पेपर विषय से संबंधित था। दोनों पेपर में कुल 300 नंबर के प्रश्न पूछे गए। क्वालिफाई के लिए सामान्य वर्ग के परीक्षार्थियों को न्यूनतम एग्रीगेट 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करना जरूरी है। आरक्षित वर्ग के लिए न्यूनतम एग्रीगेट 35 प्रतिशत है। इसके आधार पर टॉप छह प्रतिशत अभ्यर्थी क्वालिफाई होंगे।

छह हजार उम्मीदवार करेंगे क्वालिफाई

सेट क्वालिफाई करने वाले अभ्यर्थी प्रदेश के कॉलेजों व यूनिवर्सिटियों में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए योग्य माने जाएंगे। आज हुई परीक्षा में से करीब छह हजार से सेट क्वालिफाई करेंगे। दरअसल, सेट के रिजल्ट को लेकर जो प्रावधान है उसके अनुसार इस परीक्षा में जितने अभ्यर्थी शामिल होते हैं उसमें से केवल टॉप 6 प्रतिशत ही क्वालिफाई होंगे। आज की परीक्षा में एक लाख परीक्षार्थी थे। इसलिए इनमें से छह हजार से पास होंगे। पिछली बार 2019 में यह परीक्षा हुई थी, तब व्यापमं को कुल 56712 आवेदन मिले थे। इनमें से 43256 परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से करीब ढ़ाई हजार क्वालिफाई हुए थे।

इन विषयों में पात्रता के लिए हुई परीक्षा

सेट का आयोजन इस बार भी 19 विषयों में अध्यापन की पात्रता के लिए हुआ। इनमें हिंदी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान, इतिहास, भूगोल, फिजिकल साइंस, केमिकल साइंस, मैथेमेटिकल साइंस, लाइफ साइंस, कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन, वाणिज्य, विधि, संस्कृत, मनोविज्ञान, लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस, फिजिकल एजुकेशन और होमसाइंस जैसे विषय शामिल हैं। अब सेट की आगामी परीक्षा 33 विषयों के लिए होगी। क्योंकि, सेट में 14 नए विषय जोड़े गए हैं। पिछले दिनों यूजीसी की ओर से इसकी अनुमति दी गई।

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