छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में 3 महिला नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सरेंडर नक्सलियों पर कुल 7 लाख रुपए का इनाम घोषित था। 1 नक्सली पर 5 लाख और दो नक्सलियों पर 1-1 लाख का इनाम घोषित था। कांकेर पुलिस और सीमा सुरक्षा बल के चलाए जा रहे नक्सली उन्मूलन अभियान और छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर महिला नक्सलियों ने सरेंडर किया है। पुनर्वास नीति के तहत सरेंडर नक्सलियों को 25-25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई।
मोती पोयाम पर 5 लाख का इनाम था
मोती पोयाम (25) गढ़चिरौली डिवीजन के भामरागढ़ एरिया कमेटी के गट्टा एलओएस में एरिया कमेटी सदस्य (डिप्टी कमांडर) थी। मोती बीजापुर जिले की रहने वाली है, जिसपर 5 लाख का इनाम था। लखमी पद्दा (20) मेढ़की एलओएस की सदस्य थी। लखमी नारायणपुर जिले के रहने वाली है, जिसपर 1 लाख रुपए का इनाम था।
टेलर टीम की सदस्य थी संचिला मंडावी
संचिला मंडावी (21) गढ़चिरौली डिवीजन में टेलर टीम की सदस्य थी। संचिला बीजापुर जिले की रहने वाली है, जिसपर 1 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
इन वारदातों में शामिल थे नक्सली
नक्सली मोती पोयाम उर्फ यमला को साल 2015 में मटवाड़ा एलओएस के कमांडर रमेश हेमला ने माओवादी संगठन में शामिल कराया था। मोती पोयाम ने 15 दिन का शुरुआती प्रशिक्षण प्राप्त किया। साल 2016-17 और 2018 में MAS (मोबाइल अकादमी स्कूल) और MoMiS (मोबाइल मिलिट्री स्कूल ) से प्रशिक्षण लेकर 2015 से 2023 तक भामरागढ़ एलओएस में सदस्य के रूप में काम किया।अगस्त 2023 में भामरागढ़ एरिया कमेटी में सदस्य के रूप में पदोन्नति हुई, जिसे नक्सलियों ने डिप्टी कमांडर के पद की जिम्मेदारी दी।
इन घटनाओं में शामिल रही
जून 2016 में मोती पोयाम अल्दंडी (महाराष्ट्र) में सुरक्षा बल के साथ एक एनकाउंटर में शामिल थी, जिसमें 2 नक्सली घायल हुए थे। मई 2017 में दरभा (भामरागढ़ एरिया ) फायरिंग घटना में शामिल रही। साथ ही मई 2017 में ही करकावाड़ा में हुए फायरिंग में शामिल रही।
2020 में संगठन में शामिल हुई संचिला
इसके अलावा नक्सली संचिला मंडावी साल 2020 में संगठन में शामिल हुई, जो अगस्त 2020 से मार्च 2021 तक कंपनी नंबर -02 के सदस्य के रूप में शामिल रही। इसके बाद मार्च-अप्रैल 2021 में इंद्रावती नेशनल पार्क एरिया में ट्रांसफर हुई। जिसे अक्टूबर 2021 में काकुर जंगल एरिया (बालखेरा ) में टेलर टीम सदस्य के तौर पर ट्रांसफर किया गया।
काकुर जंगल एरिया में मुठभेड़ में शामिल थी
आत्मसमर्पण के समय तक टेलर टीम के साथ ही रही थी। साल 2022 में काकुर जंगल एरिया में नक्सलियों के कैंपिंग लोकेशन की जगह से लगभग 1 किमी की दूरी पर हुए सुरक्षाबलों के मुठभेड़ में शामिल रही थी।
पिता ने संगठन में भर्ती करवाया था
नक्सली लखमी पददा अपने पिता मंगलू पददा (काकनार एलओएस कमांडर) के द्वारा 2019 नक्सल संगठन में भर्ती हुई, जो वर्तमान में मेढ़की एलओएस सदस्य के रूप में काम कर रही थी। हालांकि, लखमी किसी वारदात में शामिल नहीं थी।