इजराइल : पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने 24 जुलाई को अमेरिकी संसद को संबोधित किया. उनके इस संबोधन का पूरे अमेरिका में बड़े पैमाने पर विरोध देखने मिला है. उनका भाषण शुरू होने से पहले ही करीब 50 सांसदों ने इसका बहिष्कार किया, लेकिन एक महिला सांसद सदन में ही बैठी रही और नेतन्याहू की आंख में आंख डालकर उनके संबोधन का विरोध किया. अमेरिका की मुस्लिम सांसद राशिदा तालेब ने अपने हाथों में एक कार्ड ले रखा था, जिसपर लिखा था ‘वार क्रिमनल’. नेतन्याहू के पूरे भाषण के दौरान राशिदा तालेब ने इस बैनर को उठाए रखा और उनके भाषण का विरोध करती रही. सांसद ने अपने इस विरोध करने की तस्वीर को X पर शेयर किया और लिखा, “मैं सच बोलने से कभी पीछे नहीं हटूंगी.” वहीं नेतन्याहू ने अपनी यात्रा का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों को आतंकवादियों के साथ खड़े होने वाला बताया.
कौन हैं राशिदा तालेब?
राशिदा तालेब एक फिलिस्तीनी अमेरिकी वकील और नेता हैं. वे सदन में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से मिशिगन का प्रतिनिधित्व करती हैं. उनका जन्म फिलिस्तीन से अमेरिका आए एक परिवार में 1976 में हुआ. राशिदा ने अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत 2004 में की जब उन्होंने सांसद स्टीव टोबोकमैन के स्टॉफ में बतौर इंटर्न काम किया. वे अमेरिका की पहली बार सांसद बनने वाली दो महिलाओं में से एक हैं.
राशिदा ने इजराइल-अमेरिका संबंध पर क्या कहा?
राशिदा ने युद्ध में इजराइल का साथ देने पर अमेरिका की कड़ी निंदा की है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि अमेरिका ने 1948 से इजराइल को 141 बिलियन डॉलर से ज्यादा की सैन्य मदद दी है. अमेरिका इजराइल सरकार को फिलिस्तीनियों की एथनिक क्लींजिंग के लिए फंड कर रहा है, 7 अक्टूबर के बाद से ही अमेरिका ने फिलिस्तीनियों को मारने के लिए 17.9 बिलियन डॉलर दिए हैं. रशिदा ने कहा, “इजराइल सेना पहले ही गाजा में 39 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों का कत्लेआम कर चुकी है, जिसमें 15 हजार से अधिक बच्चे शामिल हैं. फिर भी मेरे सहकर्मी और बाइडेन प्रशासन इजराइल को ऐड देना और हथियार भेजना जारी रखे हुए हैं.