सुकमा में परिवार की डांट-फटकार से नाराज 12 साल की बच्ची ने फांसी लगाकर खुदकुशी की कोशिश की। बच्ची को गंभीर हालत में जगदलपुर मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में दाखिल कराया गया। घटना 15 नवंबर शाम करीब पांच बजे की बताई जा रही है।
फिलहाल, बच्ची की हालत खतरे से बाहर है। सेहत में सुधार आने के बाद उसे 19 नवंबर को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। डॉक्टरों ने परिजनों को बच्ची का खास ख्याल रखने और बच्ची से दोबारा ऐसा कदम नहीं उठाने की समझाइश दी है।
परिवार से नाराज होकर खुदकुशी की कोशिश
12 साल की बच्ची अपने ही परिवार से नाराज थी। घरवालों की डांट को उसने सीरियसली ले लिया और घर में फांसी लगाकर अपनी जान देने की कोशिश की। 16 नवंबर की रात गंभीर हालत में परिजन उसे सुकमा जिला अस्पताल लेकर पहुंचे।
सुकमा में प्राथमिक इलाज फिर जगदलपुर रेफर
सुकमा में प्राथमिक इलाज के बाद बच्ची को रात करीब डेढ़ बजे डिमरापाल अस्पताल के शिशु रोग वार्ड में भर्ती कराया गया। बच्ची बेहोशी की हालत में थी, क्योंकि फांसी लगाने की वजह से उसके ब्रेन में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पा रहा था। इलाज के बाद बच्ची की हालत अब ठीक है। 19 नवंबर को उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है।
डॉक्टरों ने परिजन को दी समझाइश
बच्ची की हालत सामान्य होने के बाद डिमरापाल अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे और उसके परिवार को दोबारा ऐसा कदम नहीं उठाने की समझाइश दी है। अस्पताल अधीक्षक डॉ अनुरूप साहू ने कहा कि 16 नवंबर की रात बच्ची को भर्ती कराया गया था। उसके ब्रेन में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पा रहा था। हालत में सुधार के बाद बच्ची को छुट्टी दे दी गई है।