जूना बिलासपुर में बिजली के थोक दुकान विशाल इलेक्ट्रिकल्स में लगी अवैध ओपन लिफ्ट में नाबालिग का सिर फंस गया। इससे उसकी मौत हो गई। किशोर सुमित (15) की मां लक्ष्मी बाई केंवट कई साल से इसी दुकान में काम करती है। इसके बाद सुमित भी काम में लग गया था। वह सुबह 11 बजे ओपन लिफ्ट में बिजली सामान के 6 बॉक्स लेकर पांचवीं मंजिल पर जा रहा था। वह लिफ्ट से नीचे की ओर झांक रहा था, तभी तीसरी मंजिल पर उसका सिर छत से टकराया। लिफ्ट उसी फ्लोर पर फंस गई। सुमित का सिर गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
कारोबारी विशाल हरियानी ने पुलिस को बयान में बताया कि जब वह सुबह 11 बजे दुकान पहुंचा तो स्टाफ के लड़के झांडू-पोंछा लगा रहे थे। तभी लिफ्ट के पास नजर पड़ी। वहां खून दिखा। इसके बाद भागते हुए सीढ़ियों से तीसरी मंजिल पर पहुंचे। सुमित का सिर छत और लिफ्ट के बीच फंसा था। सीसीटीवी कैमरे में देखने पर पता चला कि जैसे ही लिफ्ट ऊपर उठी, सुमित नीचे की ओर देख रहा था, तभी उसका सिर छत से टकराया। सुमित की मां 14-15 सालों से काम करती है। वह स्थाई कर्मचारी नहीं था। बल्कि मां के साथ आता था और काम करता था।
ओपन लिफ्ट के लिए मंजूरी नहीं ली
विशाल इलेक्ट्रिकल्स में लगी ओपन लिफ्ट की मंजूरी नहीं ली गई थी। इलेक्ट्रिकल इंस्पेक्टर सुनीता पटेरिया के मुताबिक पैसेंजर और ओपन गुड्स लिफ्ट के लिए अनुमति लेना अनिवार्य है। विशाल इलेक्ट्रिकल्स में लिफ्ट की मंजूरी नहीं ली गई है। इंस्पेक्टर ने कहा कि फाइल जांच कर विधिवत कार्रवाई की जाएगी।
लिफ्ट की नियमित जांच नहीं होती
कई थोक दुकानों में सामान लाने ले जाने के लिए लिफ्ट लगाई गई है। सामान चढ़ाने के उद्देश्य से लिफ्ट लगाई जाती है, लेकिन इसमें दुकान के स्टाफ भी चढ़ते-उतरते हैं। इसकी नियमित रूप से जांच नहीं की जाती है। इस वजह से ऐसे हादसे हो रहे हैं। बिजली विभाग के अफसर के मुताबिक 70 फीसदी लिफ्ट बगैर अनुमति के लगाई गई हैं।
पीएम के बाद कार्रवाई
^दुकान में लगी ओपन लिफ्ट से ऊपर जाते समय 15 वर्षीय किशोर का सिर तीसरी मंजिल से टकरा गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटनास्थल की फोटोग्राफी कराई गई है। लिफ्ट की अनुमति आदि से जुड़े दस्तावेज और पीएम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-एसआर साहू, टीआई, सिटी कोतवाली